An Indian Morning
Sunday April 11th, 2021 with Dr. Harsha V Dehejia & Kishore "Kish" Sampat
An Indian Morning, celebrating and seeking the spirit of India thru sounds, stories, music & songs.
Namaste!
And mornings for us in India have a color, a sound, a feeling and a texture. It is a time to wake up our GODs and worship the Sun, to adorn our thresholds and chant the Gayatri for morning is a time when we celebrate the beauty that is life and this morning there is a certain longing within me.
A longing perhaps for the unknown. And when I think of longing, I think of the Chatak that longs for the rain and the Chakore for the moonbeam, the Koyal longs for the beloved as it sings in the fifth, the Lotus longs for the touch of the Sun as it opens its petals, the lover longs for the touch of the beloved, a Krishna bhakta with the sound of the bansuri.
A swar longs for another in a Raga and a word has an akanksha or longing for another word in a sentence. Longing or Abhilasha is a primal feeling of everything that lives and loves for longing is the call for the fulfillment of poornathwa. It is a desire to be reunited to the source.
A-DR DEHEJIA’S MISC-20210411 28:49
1. GAHAN KUSUM KUNJ MAJHE; REZWANA CHOUDHURY BANYA; BHANOOSINGHE PADABALI
2. AVAGHA RANG EK JAALA; KISHORI AMONKAR; SAROJ SANYAL; ABHANG
3. TRATHAM AA CHUMBAN; JAGJIT SINGH; UDAY MAJUMDAR; KAMLESH SONAWALA
B-ANNOUNCEMENTS MISC-20210411 14:08
BACKGROUND MUSIC; USTAD VILAYAT ALI KHAN; RAAG BIHAGE
आप सभी को किशोर सम्पट का प्यार भरा नमस्कार
आज 11 अप्रैल रविवार का दिन है, आप की ज़िन्दगी का एक और नया दिन। आज का दिन शुभ और मंगल मई हो।
गुड़ी पड़वा तिथि- 13 अप्रैल 2021
प्रतिपदा तिथि प्रारंभ- 12 अप्रैल 2021 दिन सोमवार की सुबह 08 बजे से।
प्रतिपदा तिथि समाप्त- 13 अप्रैल 2021 दिन मंगलवार की सुबह 10 बजकर 16 मिनट तक।
01-WHAT IS GUDI PADWA CD MISC-20210411 TRACK#01 5:12
GUDI PADWA-2020; KAJAL JAIN
https://www.youtube.com/watch?v=a2MHJ6esaow
भारत त्योहारों का देश है, यहां कई धर्मों को मानने वाले लोग रहते है और सभी धर्मों के अपने-अपने त्योहार है। बैसाखी पंजाब और आसपास के प्रदेशों का सबसे बड़ा त्योहार है। बैसाखी पर्व को सिख समुदाय नए साल के रूप में मनाते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार हर साल 13 अप्रैल को बैसाखी पर्व मनाया जाता है जिसे देश के भिन्न-भिन्न भागों में रहने वाले सभी धर्मपंथ के लोग अलग-अलग तरीके से मनाते हैं। वैसे कभी-कभी 12-13 वर्ष में यह त्योहार 14 तारीख को भी आ जाता है। इस वर्ष बैसाखी का पर्व 13 अप्रैल 2021 को मनाया जा रहा है। बैसाखी नाम वैशाख से बना है।
बैसाखी मुख्यत: कृषि पर्व है जिसे दूसरे नाम से 'खेती का पर्व' भी कहा जाता है। यह पर्व किसान फसल काटने के बाद नए साल की खुशियां के रूप में मानते हैं। यह पर्व रबी की फसल के पकने की खुशी का प्रतीक है।
बैसाखी आकर पंजाब के युवा वर्ग को याद दिलाती है, साथ ही वह याद दिलाती है उस भाईचारे की जहां माता अपने 10 गुरुओं के ऋण को उतारने के लिए अपने पुत्र को गुरु के चरणों में समर्पित करके सिख बनाती थी।
02-O AAGAYI VAISAKHI MITRON CD MISC-20210411 TRACK#02 3:23
VAISAKHI-2018; MOHAN REHRWAN; EII CRUZ (LALIT)
https://www.youtube.com/watch?v=0t7ws3VJhVs
“An Indian Morning” के सभी दोस्तों को हमारा सलाम! दोस्तों, शेर-ओ-शायरी, नज़्मों, नगमों, ग़ज़लों, क़व्वालियों की रवायत सदियों की है। हर दौर में शायरों ने, गुलुकारों ने, क़व्वालों ने इस अदबी रवायत को बरकरार रखने की पूरी कोशिशें की हैं।
आज पेश है जगजीत सिंह की आवाज़ में एक ग़ज़ल, जिसमें वो प्यार में पहला ख़त लिखने की बातें बता रहे हैं।
सदियों पहले कबीर ने कहा था:
कारज धीरे होत है काहे होत अधीर, समय पाये तरूवर फले केतक सींचो नीर।
और कुछ ऐसे विचार थे रहीम के:
रहीमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाए, टूटे तो फिर ना जुड़े, जुड़े गांठ पड़ जाए।
आइये हम सब प्यार के इन्हीं इशारों को समझते हुए पहले ख़त के अनुभव को महसूस करते हैं और हस्ती के बोल और जगजीत सिंह के धुनों में खो जाते हैं:
03-PYAR KA PEHLA KHAT LIKNE MEIN WAQT TO LAGTA HAI CD MISC-20210411 TRACK#03 4:21
FACE TO FACE-1996; JAGJIT SINGH; HASTI
https://www.youtube.com/watch?v=1e2eFsGhQNg
ये मेरा प्रेम पत्र पढ़ कर के तुम नाराज़ न होना....राजेंद्र कुमार की दरख्वास्त रफी साहब की आवाज़ में
रफ़ी साहब और राजेन्द्र कुमार की जोड़ी की अगर बात करें तो जो जो प्रमुख फ़िल्में ज़हन में आती हैं, उनके नाम हैं धूल का फूल, मेरे महबूब, आरज़ू, सूरज, गंवार, दिल एक मंदिर, और आयी मिलन की बेला। लेकिन एक और फ़िल्म ऐसी है जिसमें मुख्य नायक राज कपूर थे, और सह नायक रहे राजेन्द्र कुमार।
ज़ाहिर सी बात है कि फ़िल्म के ज़्यादातर गानें मुकेश ने ही गाये होंगे, लेकिन उस फ़िल्म में दो गानें ऐसे थे जो राजेन्द्र कुमार पर फ़िल्माये जाने थे। उनमें से एक गीत तो लता-मुकेश-महेन्द्र कपूर का गाया हुआ था जिसमें राजेन्द्र साहब का प्लेबैक किया महेन्द्र कपूर ने, और दूसरा जो गीत था वह रफ़ी साहब की एकल आवाज़ में था। जी हाँ, यहाँ फ़िल्म 'संगम' की ही बात चल रही है।
रफ़ी साहब के गाये इस अकेले गीत ने वो शोहरत हासिल की कि जो शायद फ़िल्म के दूसरे सभी गीतों को बराबर का टक्कर दे दे।
"ये मेरा प्रेम पत्र पढ़ कर के तुम नाराज़ न होना, कि तुम मेरी ज़िंदगी हो, कि तुम मेरी बंदगी हो"। हसरत साहब ने इस गीत में अपने आप को इस क़दर डूबो दिया है कि सुनकर ऐसा लगता है कि उन्होने इसे अपनी महबूबा के लिए ही लिखा हो! और रफ़ी साहब तो रफ़ी साहब, क्या समर्पण और अदायगी इस गीत में उन्होने दिखाई है, के सुन कर प्रेम-पत्र लिखने वाले के लिए दिल में हमदर्दी पैदा हो जाये!
शंकर जयकिशन का संगीत भी उतना ही असरदार था इस गीत में।
(music for 2:30)
04-YE MERA PREM PATRA PADHKAR CD MISC-20210411 TRACK#04 7:37
SANGAM-1963; MOHAMMAD RAFI; SHANKAR-JAIKISHAN; HASRAT JAIPURI
https://www.youtube.com/watch?v=PuaFmVz3dr8
"तू कहाँ ये बता इस नशीली रात में, माने ना मेरा दिल दीवाना"
देव आनंद निर्मित एवं विजय आनंद निर्देशित फ़िल्म 'तेरे घर के सामने' बनी थी सन् १९६३ में। नूतन इस फ़िल्म की नायिका थीं। राहुल देव बर्मन ने अपने पिता को ऐसिस्ट किया था इस फ़िल्म के गीत संगीत में। प्रस्तुत गीत आज भी पूरे चाव से सुने जाते हैं। मजरूह सुल्तानपुरी ने ये सारे गानें लिखे थे। "तू कहाँ ये बता" एक बड़ा ही रुमानीयत और नशे से भरा गाना है जिसे रफ़ी साहब ने जिस नशीले अंदाज़ मे गाया है कि इसका मज़ा कई गुना ज़्यादा बढ़ गया है। इस गीत की एक और खासियत है इस गीत में इस्तेमाल हुए तबले का। दोस्तों, यह तो मैं पता नहीं कर पाया कि इस गीत में तबला किसने बजाया था, लेकिन जिन्होने भी बजाया है, क्या ख़ूब बजाया है, वाह! गीत के बोल सीधे सरल शब्दों में होते हुए भी दिल को छू जाते हैं। तो दोस्तों, सदाबहार नायक देव आनंद और सदाबहार गायक मोहम्मद रफ़ी साहब के नाम हो रही है आज की यह नशीली रचना , सुनिए।
05-TU KAHAN YE BATAA CD MISC-20210411 TRACK#05 4:44
TERE GHART KE SAAMNE-1963; MOHAMMAD RAFI; S. D. BURMAN; MAJROOH SULTANPURI
https://www.youtube.com/watch?v=KgezoiBPgWI
Singing actors in Indian cinema are Indian film actors who do their own singing.
Bollywood actors are known for exploring diverse acting and storytelling areas and surprising us with their many talents. But did you know that some actors can sing as well as professional Bollywood singers? In these series or SHRUNKHLA courtesy of “BABLOO LAHORI LEHERIYA”, which we started last week, we bring you a song or two sung by Indian film stars! Hoping such songs sung by talented actors will make you root for these actors turned singers.
Senorita
Bollywood’s dancing king Hrithik Roshan also has a knack for singing as he beautifully sang the song Senorita. This song also witnessed Abhay Deol and Farhan Akhtar joining in on the vocals.
06-SENORITA CD MISC-20210411 TRACK#06 3:51
ZINDAGI NA MILEGI DOBARA-2011; FARHAN AKHTAR, HRITHIK ROSHAN, ABHAY DEOL, MARIA DEL MAR FERNANDEZ; SHANKAR-EHSAN-LOY;
https://www.youtube.com/watch?v=yDv0WSgXJVg
Presenting ATRANGI YAARI Song from movie WAZIR starring Farhan Akhtar, Amitabh Bachchan, Aditi Rao Hydari, Neil Nitin Mukesh & John Abraham.
Atrangi Yaari is a song about friendship which has been played by Farhan Akhtar & Amitabh Bachchan.
07-ATRANGI YAARI CD MISC-20210411 TRACK#07 3:44
WAZIR-2016; AMITABH BACHCHAN, FARHAN AKHTAR; ROCHAK KOHLI; DEEPAK RAMOLA, GURPREET SAINI
https://www.youtube.com/watch?v=tkvAU0fsFIw
97-ANTMEIN-SIGNOFF – 2:25
BACKGROUND MUSIC: JUGALBANDI-MAHARASHTRIAN THOLKI; NILESH PARAB, KRUSHNA MUSLE
----------------------------------------------------------अंत मे छोटी सी बात ‘An Indian Morning’ की तरफसे:
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“Treat your kid like a darling for the first five years. For the next ten years, scold them. By the time they turn sixteen, treat them like a friend. Your grown-up children are your best friends.”
-Chanaky
“अपने बच्चों को पहले पांच वर्षों तक लाड़ प्यार करें। अगले दस वर्षों तक उनमें दोष निकालें और उन्हें अनुशासित करें। जब तक वे सोलह साल के हो जाएं तो उनसे मित्रवत व्यवहार करें। आपके बड़े हो चुके बच्चे आपके सर्वोत्तम मित्र होते हैं।”
-चाणक्य
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हमारा आपके साथ आज यहीं तक का सफर था. तो चलिए आपसे अब हम विदा लेते है. अगली मुलाकात तक खुश रहिये, स्वस्थ रहिये और हाँ An Indian Morning पर हमसे मिलते रहिये. हंसते रहिये, क्योंकि हंसना निशुल्क है और एक सुलभ दवा है।
Well, that's all the time we have with you today! We thank you and hope you have enjoyed our company on this Indian Morning! Please join us next Sunday from 10:00 AM till 11:30 AM for another edition (#2409) of “An Indian Morning. ‘Seeking the Spirit of India’ through sounds, stories, music & songs with Dr. Harsha Dehejia and Rakesh Misra, I am Kishore Sampat wishing you a wonderful week ahead!
STAY TUNED FOR
“MUSIC FROM THE GLEN”
STAY safe STOP the spread SAVE lives!
आपका आज का दिन और आने वाला सप्ताह शुभ हो, नमस्कार!
THE END समाप्त
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