An Indian Morning
Sunday August 28th, 2016 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
Classical, Semi-Classical, Devotional, Ghazal, Folklore, Themes, Old/New Popular Bollywood Film songs, Community Announcements and more...
Celebrating not only the MUSIC of INDIA, but equally so its varied rich art, artisans, culture and people while keeping the SPIRIT OF INDIA alive...
01-Dhere Dhere Subah Huyee CD MISC-20160828 Track#01 7:25
HAISIYAT-1984; K.J.Yesudas; Bappi Lahiri; Indeevar
एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यवाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए ।
आज सुनिए गुलाम अली की गाई हुई एक गज़ल. इसे मसरूर अनवर ने लिखा है. ये गुलाम अली की गाई हुयी लोकप्रिय गज़लों में से एक है. दोस्ती और प्यार के नाम ये गज़ल थोड़े ही शब्दों में रिश्तों के पलस्तर उधेड़ देती है. शब्द सरल से ही इस गज़ल के, इसलिए बोल आसानी से समझ आ जाते हैं.
लगातार फ़िल्मी गीतों से बदहजमी न हो जाए इसलिए बीच बीच में हम आपको गज़ल या गैर फ़िल्मी गीत सुनवा दिया करते हैं जो पाचक चूर्ण सा काम करते
हैं.
02-Humko Kiske Ghum Ne Mara CD MISC-20160828 Track#02 7:02
GHULAM ALI-A JOURNEY-2001; Ghulam Ali; Masroor Anwar
तू मइके मत जइयो-पुकार १९८३
गायक-अभिनेता वाला युग ३० के दशक और ४० के दशक के पूर्वार्ध तक पूरे शबाब पर था. अधिकांश नायक नायिका अपने गाने गा लिया करते थे. उस दौर के बाद कुछ ही ऐसे बचे जैसे सुरैया, किशोर कुमार जिनको आप आल-राउंडर कह सकते हैं. उनके अलावा शौकिया गाने वाले कलाकार बचे.
अमिताभ बच्चन ने फिल्मों में गाना मिस्टर नटवरलाल से शुरू किया. अगर गीतों में शामिल डायलोग की बात करें तो ये सिलसिला पुराना है. आज आपको फिल्म पुकार से गुलशन बावरा का लिखा गीत सुनवा रहे हैं जिसका संगीत पंचम ने तैयार किया है. इसे परदे पर जीनत अमान और अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया है. साल के बारह महीने क्या क्या होता है इस गीत में बतला दिया गया है
03-Tu Maiike Matt Jaeeyo CD MISC-20160828 Track#03 6:12
PUKAR-1983; Amitabh Bachchan; R.D.Burman; Gulshan Bawra
आ जा पिया तोहे प्यार-बहारों के सपने १९६७
आज सुनते हैं एक ४९ साल पुरानी फिल्म से एक मधुर गीत. श्वेत श्याम के युग के अंतिम चरण में बनी हुई एक फिल्म है और राजेश खन्ना के कैरियर की प्रथम कुछ
फिल्मों में से एक जिसमें उनकी नायिका आशा पारेख हैं.
आपने उन्हें आन मिलो सजना में ज़रूर देखा होगा. ज़्यादा लोकप्रिय फिल्म है आन मिलो सजना मगर श्वेत श्याम युग की फिल्म भी देखने लायक है और इसका कथानक कुछ अलग सा है.
04-Aaja Piya Tohe Pyar Doon CD MISC-20160828 Track#04 4:20
BAHARON KE SAPNE-1967; Lata Mangeshkar; R.D.Burman; Majrooh Sultanpuri
बाग़ों में बहार है-आराधना १९६९
अगला गीत पेश है फिल्म आराधना से. आनंद बक्षी ने प्रश्नोत्तर तैयार किये हैं और सचिन देव बर्मन ने इसे लय में गाने के बहाने. लता और रफ़ी इसे गा रहे हैं. परदे पर राजेश खन्ना और फ़रीदा जलाल की जोड़ी इस पर होंठ हिला रही है. गीत में शुरू में कुछ डायलोग भी शामिल हैं जो गीत को रोचक बनाते हैं और निरंतरता प्रदान करते हैं. इसकी कुछ श्रेणियाँ बन सकती हैं जो इस प्रकार हैं- प्रश्नोत्तर, बाग में बहार, डायलोग वाले गीत इत्यादि. काफी लोकप्रिय गीत है ये और आज भी प्रेमी इसे सुन कर खुशी से उछलते कूदते हैं.
05-Baagon Mein Bahar Hai CD MISC-20160828 Track#05 4:12
ARADHANA-1969; Lata Mangeshkar, Mohammad Rafi; S.D.Burman; Anand Bakshi
नए ज़माने की फिल्म से एक आशावादी गीत सुनते हैं. ये है फिल्म इकबाल से जिसे के के, सलीम मर्चंट, डोमिनिक और क्लिंटन सेरेजो ने गाया है. गीत लिखा है इरफ़ान सिद्दीकी ने और इसे संगीत में बाँधा है सलीम सुलेमान ने.
06-Aashaayein CD MISC-20160828 Track#06 4:21
IQBAL-2006; K.K.,Salim Merchan,Dominique,Clinton Cerejo; Salim-Sulaiman; Irfan Siddiqui
ताजा-सुर ताल
As far as I can recollect, there has never been a film based on the musical instrument 'banjo'. Hence, when a film comes with this title, it is prudent that 'banjo' plays a good part in the entire soundtrack. Vishal- Shekhar are roped in to make this possible for the Riteish Deshmukh starrer and Amitabh Bhattacharya writes the lyrics. It is good to see a single team coming together for this so one expects certain consistency in the sound.
Banjo is in a big way with 'Rada' as it marks the beginning of the song. Soon enough, it is time to 'rock-n-roll' and with Shalmali Kholgade stepping on the scene; it is also for the first time ever that a female voice is heard in the soundtrack. She is joined by Vishal Dadlani and Nakash Aziz, and one can well sense that it is the coming together of two sensibilities - that of Nargis Fakhri and Riteish Deshmukh (along with his gang) - in this track. This one should be a livewire on screen and has a style similar to that of 'Kallu Mama' [Satya].
07-Rada CD MISC-20160828 Track#07 3:59
BANJO-2016; Shalmali Kholgade, Vishal Dadlani, Nakash Aziz; Vishal-Shekhar; Amitabh Bhattacharya
THE END समाप्त
Dhere Dhere Subah Huyee K.J.Yesudas; Bappi Lahiri; Indeevar - HAISIYAT-1984 |
Humko Kiske Ghum Ne Mara Ghulam Ali; Masroor Anwar - GHULAM ALI-A JOURNEY-2001 |
Tu Maiike Matt Jaeeyo Amitabh Bachchan; R.D.Burman; Gulshan Bawra - PUKAR-1983 |
Aaja Piya Tohe Pyar Doon Lata Mangeshkar; R.D.Burman; Majrooh Sultanpuri - BAHARON KE SAPNE-1967 |
Baagon Mein Bahar Hai Lata Mangeshkar, Mohammad Rafi; S.D.Burman; Anand Bakshi - ARADHANA-1969 |
Aashaayein K.K.,Salim Merchan,Dominique,Clinton Cerejo; Salim-Sulaiman; Irfan Siddiqui - IQBAL-2006 |
Rada Shalmali Kholgade, Vishal Dadlani, Nakash Aziz; Vishal-Shekhar; Amitabh Bhattacharya - BANJO-2016 |