An Indian Morning
Sunday August 21st, 2016 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
Classical, Semi-Classical, Devotional, Folklore, Themes, Ghazals, Old/New Popular Bollywood Film songs, Community Announcements and more...
Celebrating not only the "Music of India", but equally so its varied rich art, artisans, culture and people while maintaining the SPIRIT of INDIA....
01-Bhor Aayi Gaya Andhiyara CD MISC-20160821Track#01 9:29
BAWARCHI-1972; Kishore Kumar, Manna Dey, Nirmala Devi, Harindranath Chattopadhyay, Lakshmi Shankar; Madan Mohan; Kaifi Azmi
एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यवाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए ।
आज सुनवाते हैं पंकज उधास की गाई एक गज़ल. ये वैसे तो एक गीत है लेकिन आम जनता इसे गज़ल मानती है . हमने भी मान लिया. बाल और कंगाल की तुकबंदी वाला ये गीत बहुत चर्चित है. पंकज उधास के गाये गीतों और गज़लों में से कुछ लोकप्रिय हैं आज भी. इसे आपने भी कभी न कभी सुना होगा किसी जगह पर. आज एक बार और सुन लिया जाए इसे.
मुमताज़ राशिद इसके लेखक हैं और संगीत पंकज उधास का है.
02-Chandi Jaisa Rang He Tera CD MISC-20160821 Track#02 8:06
PANKAJ UDHAS-GHAZALS-1988; Pankaj Udhas; Mumtaz Raashid
एक बार आता है दिन-सूरज १९६६
आशा भोंसले और मोहम्मद रफ़ी के गाये युगल गीतों की संख्या लता और रफ़ी के गाये युगल गीतों से ज्यादा है मगर प्रसिद्धि के मामले में ये थोडा पीछे हैं. आशा और रफ़ी के गाये युगल गीत ज्यादा वैराइटी वाले हैं और कुछ अगर आपको याद हों तो नैयर के संगीत वाले सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं. शंकर जयकिशन ने भी आशा रफ़ी के कई युगल गीत बनाये हैं. कुछ लोकप्रिय गीत हैं-प्यार मोहब्बत के सिवा, तन में अग्नि, रूठो ना रूठो, रिक्शे पे मेरे, मुस्कुराती हुई एक हुस्न की तस्वीर, और छोटी सी मुलाकात प्यार बन गयी या या हिप्पी हिप्पी. मनोरंजन और हास्य की बात करें सो सबसे ज्यादा युगल गीत इसी जोड़ी के हैं.
आइये सुनें सन १९६६ की फिल्म सूरज से एक गीत आशा और रफ़ी का गाया हुआ. हसरत जयपुरी ने गीत लिखा है. गीत समूह नृत्य गीत है ग्रामीण परिवेश में फिल्माया गया. इसमें आपको केरल के कत्थकली नृत्य वाले बीट्स का मिश्रण भी मिलेगा. इसके बाद घोडा घोड़ी डांस भी है इसमें. तरह तरह के मसालों का संगम है ये गीत.
03-O Ek Bar Aata Hai Din CD MISC-20160821 Track#03 6:57
SURAJ-1966; Mohammad Rafi, Asha Bhosle; Shankar-Jaikishan; Hasrat Jaipuri
बाग़ में कली खिली-चंदा और सूरज १९६५
श्वेत श्याम के युग से एक मधुर गीत सुना जाए. ये है फिल्म चंदा और सूरज से जो सन १९६५ की फिल्म है. दुलाल गुहा इस फिल्म के निर्देशक हैं. अशोक कुमार, निरुप रॉय, धर्मेन्द्र और तनूजा की प्रमुख भूमिकाओं वाली इस फिल्म के गीत शैलेन्द्र ने लिखे. शैलेन्द्र और सलिल की जोड़ी ने काफी मधुर गीत दिए हैं संगीत रसिकों को आनंद देने के लिए.
गीत इस वजह से भी उल्लखनीय है कि इसका इन्स्ट्रुमेन्टल आकाशवाणी वाले एक ज़माने में तबियत से बजाय करते थे. आप ब्रायन सिलास के प्यानो वर्ज़न भी सुन लीजियेगा.
बिकिनी और स्विमिंग सूट वाले गीत भी हैं हिंदी फिल्म संगीत खजाने में, ये उनमें से एक है. गीत फिल्माया गया है तनूजा पर. गीत के अंत में आपको धर्मेन्द्र भी नज़र आयेंगे.
04-O Baag Mein Kali Khili CD MISC-20160821 Track#04 4:10
CHANDA AUR SURAJ-1965; Asha Bhosle; Salil Chaudhary; Shailendra
ज़िंदगी फूलों की नहीं, फूलों की तरह.. महकी रहे Zindagi Phoolon ki Nahin...
1979 में एक फिल्म आई थी गृहप्रवेश। गंभीर फिल्म होने के बावज़ूद दर्शकों ने उसे हाथों हाथ लिया था। दाम्पत्य जीवन की पेचीदियों पर बासु भट्टाचार्य पहले भी फिल्में बना चुके थे। अनुभव, आविष्कार के बाद फिल्म गृहप्रवेश इस तिकड़ी की आख़िरी कड़ी थी। बासु भट्टाचार्य के बारे में मशहूर था कि वो बेहद कम बजट पर फिल्मों का निर्माण करते थे। लिहाजा अक़्सर वे अपने मित्रों को ही अपनी फिल्म का हिस्सा बनाते थे ताकि वो कम पारिश्रमिक में भी उनके साथ काम कर सकें। यही वज़ह थी कि कनु रॉय उनकी अधिकांश फिल्मों के संगीतकार हुआ करते थे। गुलज़ार भी उनके अच्छे मित्रों में से थे। गृहप्रवेश के गीत काफी बजे। बोले सुरीली बोलियाँ..., पहचान तो थी, पहचाना नहीं.... और मचल के जब भी आंखों से छलक जाते हैं दो आँसू... से तो आप परिचित होंगे ही। इसी फिल्म का एक और गीत था जिसका मुखड़ा मुझे बारहा अपनी ओर खींचता है। ज़िंदगी फूलों की नहीं, फूलों की तरह महकी रहे... । कितना विरोधाभास सा है इस छोटी सी पंक्ति में? पर ये भी है कि ये विरोधाभास ज़िंदगी की सच्चाई के बेहद करीब है।
गृहप्रवेश की पटकथा और गीत भी गुलज़ार ने ही लिखे थे। गीत जनता को पसंद आया पर गुलज़ार इस गीत को कविता के लिहाज़ से आज भी अच्छा नहीं मानते। वो यही कहते हैं कि मुखड़ा तो शब्दों का खेल भर था। पर मुझे तो वो इस गीत की जान लगता है।
कनु दा सीमित संसाधनों में कमाल करने वाले संगीतकार थे। बाँसुरी, सितार व गिटार का कितना प्यारा उपयोग किया उन्होंने। खासकर जिस तरह उन्होंने भूपेंद्र से मुखड़े की पंक्तियाँ दो बार गवायीं। मुखड़े को छोटे छोटे हिस्सों में बाँटकर उनके बीच के ठहराव से उदासी का जो आलम उन्होंने बुना वो लाजवाब था। बाद में जब जब ये पंक्ति दोबारा आई उन ठहरावों को संगीत के टुकड़ों से भर कर उन्होंने उसका असर ही बढ़ा दिया।
वैसे पता है ना आपको 18अगस्त गुलज़ार साहब का जन्मदिन था । तो जन्म के अवसर पर इस कलम के जादूगर और मेरे अत्यंत प्रिय गीतकार को ढेर सारी बधाई!
05-Zindagi Phoolon Ki Nahin CD MISC-20160821 Track#05 3:47
GRIHA PRAVESH-1979; Bhupinder; Kanu Roy; Gulzar
When it comes to an Aanand L. Rai film, rest assured the music setting would be up North. Right from Tanu Weds Manu and its sequel to Raanjhanaa, there has been a strong North Indian influence in the soundtrack that has been put together. It is expected to be no different for Happy Bhag Jayegi either, courtesy the fact that the film is yet again set up North. Moreover, it is a welcome relief to have a single composer (Sohail Sen) and lyricist (Mudassar Aziz - also the film's director) coming together for the music department, hence promising certain consistency in the sound.
Happy Bhag Jayegi gets an upbeat beginning for itself with Harshdeep Kaur and Shahid Mallya coming together for an out and out Punjabi number 'Happy Oye'. A fast paced celebration number with the sound of 'dhol' accompanying the song right through, 'Happy Oye' has a good hook to it and moves ahead smoothly. While you have heard many a song like this in a Yash Raj film earlier, you don't mind listening to the sound all over again.
06-Happy Oye CD MISC-20160821 Track#06 4:40
HAPPY BHAG JAYEGI-2016; Harshdeep Kaur, Shahid Mallya; Sohail Sen; Mudassar Aziz
'Gabru Ready To Mingle Hai' pretty much continues from where 'Happy Oye' left and this time around, it 'Reintroduces Diana Penty' with Mika Singh, hence resulting in a good enough cocktail to be relished. With a mix of Hindi and English lyrics, this one is a peppy outing that is sung in a characteristic 'andaaz' by Mika Singh and doesn't fail to entertain. While Dee MC writes the English rap lyrics, coming together of Tarranum Malik and Neeti Mohan adds further spice to this fun number that also has Danish Sabri chipping in. A winner all the way.
07-Gabru Ready To Mingal Hai CD MISC-20160821 Track#07 3:46
HAPPY BHAG JAYEGI-2016; Mika Singh, Neeti Mohan, Tarranum Malik, Danish Sabri; Sohail Sen; Mudassar Aziz & Dee MC
THE END समाप्त
Bhor Aayi Gaya Andhiyara Kishore Kumar, Manna Dey, Nirmala Devi, Harindranath Chattopadhyay, Lakshmi Shankar; Madan Mohan; Kaifi Azmi - BAWARCHI-1972 |
Chandi Jaisa Rang He Tera Pankaj Udhas; Mumtaz Raashid - PANKAJ UDHAS-GHAZALS-1988 |
O Ek Bar Aata Hai Din Mohammad Rafi, Asha Bhosle; Shankar-Jaikishan; Hasrat Jaipuri - SURAJ-1966 |
O Baag Mein Kali Khili Asha Bhosle; Salil Chaudhary; Shailendra - CHANDA AUR SURAJ-1965 |
Zindagi Phoolon Ki Nahin Bhupinder; Kanu Roy; Gulzar - GRIHA PRAVESH-1979 |
Happy Oye Harshdeep Kaur, Shahid Mallya; Sohail Sen; Mudassar Aziz - HAPPY BHAG JAYEGI-2016 |
Gabru Ready To Mingal Hai Mika Singh, Neeti Mohan, Tarranum Malik, Danish Sabri; Sohail Sen; Mudassar Aziz & Dee MC - HAPPY BHAG JAYEGI-2016 |