An Indian Morning
Sunday September 1st, 2024 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
An Indian Morning, celebrating and seeking the spirit of India thru sounds, stories, music & songs.
HAPPY LABOUR DAY!
Namaste!
Whisper gently perchance we disturb the flowers, walk softly this morning as the earth is covered with a carpet of Parijat flowers. Look, even the birds are saying a prayer, have sweet thoughts as this is An Indian Morning.
A-DR DEHEJIA’S MISC-20211017 33:26
01-NARAYAN NU NAAM J LETA; ASHIT DESAI & HEMA DESAI; NARSINH MEHTA
02-CHHAP TILAK SAB CHHINI; SHUJAT HUSSAIN KHAN; AMIR KHUSRO
03-ASHI PANKHARE YETE; MARATHI BHAVGEET; SUDHIR PHADKE; YASHWANT DEV; MANGESH PADGAONKAR
04-SARAKTI JAYE HAI; ASHA BHOSLE; AMEER MEENAI
B-ANNOUNCEMENTS MISC-20240901 15:18
BACKGROUND MUSIC; SITAR; MAA SARASWATI
आज 1 सितम्बर रविवार का दिन है, आप की ज़िन्दगी का एक और नया दिन।
एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यवाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए ।
गुरु-शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है। जीवन में माता-पिता का स्थान कभी कोई नहीं ले सकता, क्योंकि वे ही हमें इस रंगीन खूबसूरत दुनिया में लाते हैं। कहा जाता है कि जीवन के सबसे पहले गुरु हमारे माता-पिता होते हैं। भारत में प्राचीन समय से ही गुरु व शिक्षक परंपरा चली आ रही है, लेकिन जीने का असली सलीका हमें शिक्षक ही सिखाते हैं। सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।
01-HAR KAAMYABI KE PICHHE CD MISC-20190901 TRACK#01 3:14
MOHABBATEIN-2000; AMITABH BACHCHAN
https://www.youtube.com/watch?v=Cdlj92rTSGA
02-MATA SARASWATI SHARDA CD MISC-20190901 TRACK#02 3:22
ALAAP-1977; YESUDAS, DILJIT KAUR, MADHURANI; JAIDEV; RAHI MASOOM RAZA
https://www.youtube.com/watch?v=GuDXlV0EcFw
हम मेहनतकश जग वालों से जब अपना हिस्सा मांगेंगे,
इक खेत नहीं, इक देश नहीं, हम सारी दुनिया मांगेंगे।
यां पर्वत-पर्वत हीरे हैं, यां सागर-सागर मोती हैं
ये सारा माल हमारा है, हम सारा खजाना मांगेंगे।
वो सेठ व्यापारी रजवारे, दस लाख तो हम हैं दस करोड
ये कब तक अमरीका से, जीने का सहारा मांगेंगे।
जो खून बहे जो बाग उजडे जो गीत दिलों में कत्ल हुए,
हर कतरे का हर गुंचे का, हर गीत का बदला मांगेंगे।
जब सब सीधा हो जाएगा, जब सब झगडे मिट जायेंगे,
हम मेहनत से उपजायेंगे, बस बांट बराबर खायेंगे।
हम मेहनतकश जग वालों से जब अपना हिस्सा मांगेंगे,
इक खेत नहीं, इक देश नहीं, हम सारी दुनिया मांगेंगे।
-फैज अहमद 'फैज'
HAPPY LABOUR DAY!
03-HUM MEHNAT KASH IS DUNIYA SE CD MISC-20190901 TRACK#03 3:53
MAZDOOR-1983; MAHENDRA KAPOOR; R. D. BURMAN; HASAN KAMAAL
https://www.youtube.com/watch?v=ZVCdc3MpRXo
सितम्बर ३, १९४० को गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में जन्में प्यारेलाल (लक्ष्मीकांत प्यारेलाल जोड़ी के) का बचपन बेहद संघर्षभरा रहा। उनका माँ का देहांत छोटी उम्र में ही हो गया था। उनके पिता पंडित रामप्रसाद जी ट्रम्पेट बजाते थे और चाहते थे कि प्यारेलाल वोयलिन सीखे। पिता के आर्थिक हालात ठीक नही थे, वे घर घर जाते थे जब भी कहीं उन्हें बजाने का मौका मिलता था और साथ में प्यारे को भी ले जाते। उनका मासूम चेहरा सबको आकर्षित करता था। एक बार पंडित जी उन्हें लता जी के घर लेकर गए। लता जी प्यारे के वोयलिन वादन से इतनी खुश हुई कि उन्होंने प्यारे को ५०० रुपए इनाम में दिए जो उस जमाने में बहुत बड़ी रकम हुआ करती थी। वो घंटों वोयलिन का रीयाज़ करते। अपनी मेहनत के दम पर उन्हें मुंबई के रंजीत स्टूडियो के ओर्केस्ट्रा में नौकरी मिल गई जहाँ उन्हें ८५ रुपए मासिक वेतन मिलता था। अब उनके परिवार का पालन इन्हीं पैसों से होने लगा। उन्होंने एक रात्रि स्कूल में सातवें ग्रेड की पढाई के लिए दाखिला लिया पर ३ रुपये की मासिक फीस उठा पाने की असमर्थता के चलते छोड़ना पड़ा। मुश्किल हालातों ने भी उनके हौसले कम नही किए, वो बहुत महत्वकांक्षी थे, अपने संगीत के दम पर अपने लिए नाम कमाना और देश विदेश की यात्रा करना उनका सपना था।
दोस्तों, प्यारेलाल जी अपने सांझीदार लक्ष्मीकांत के जाने के बाद ६ सालों तक बीमार और अस्वस्थ रहे। पर अब धीरे धीरे स्वस्थ लाभ पा रहे हैं, और शराब और तम्बाकू से भी निजात पा चुके हैं। उम्मीद है कि जल्दी ही वो सक्रिय होकर काम करेंगे और इस नई पीढी को भी अपने जादू भरे संगीत से परिचित होने का मौका अवश्य देंगे। सुनते हैं एल पी यादगार नग्मा |
04-EK PYAR KA NAGMA HAI CD MISC-20240901 TRACK#04 5:59
SHOR-1972; LATA MANGESHKAR, MUKESH; LAXMIKANT-PYARELAL; SANTOSH ANAND
https://www.youtube.com/watch?v=zTUjZ7d0mf0
60 के दशक के अन्तिम सालों में संगीतकार लक्ष्मीकान्त-प्यारेलाल तेज़ी से उपर चढ़ रहे थे। 1969 की ऋषीकेश मुखर्जी निर्देशित फ़िल्म ’सत्यकाम’ में एल.पी का संगीत था और फ़िल्म के तीनों गीत लिखे कैफ़ी आज़मी ने। दो गीत लता की एकल आवाज़ में और तीसरा गीत है मुकेश, किशोर कुमार और महेन्द्र कपूर की आवाज़ों में एक जीवन दर्शन आधारित ख़ुशमिज़ाज गीत जिसे बस में सवार दोस्तों की टोली गाता है। "ज़िन्दगी है क्या बोलो" गीत में धर्मेन्द्र का पार्श्वगायन किया है मुकेश ने जबकि किशोर कुमार बने असरानी की आवाज़। महेन्द्र कपूर ने अन्य कलाकारों का प्लेबैक दिया।
05-ZINDAGI HAI KYA BOLO MISC-20240901 TRACK#05 4:25
SATYAKAM-1969; MUKESH, KISHORE KUMAR, MAHENDRA KAPOOR; LAXMIKANT-PYARELAL; KAIFI AZMI
https://www.youtube.com/watch?v=skaepcQg1vs
The life-as-a-journey theme has been played out in a great many Hindi film songs – Suhana Safar is a popular, happy sing-along choice, as is Zindagi Ek Safar Hai Suhana. The dominant emotion is one of reassurance and positivity. Life is beautiful, just look around you.
In Yun Hi Chala Chal Rahi from Swades (2004), a dishevelled fakir sings of the joys of life during a road trip with a US-returned scientist who is on a quest of his own.
06-YUN HI CHALA CHAL RAHI MISC-20240901 TRACK#06 7:25
SWADES-2004; UDIT NARAYAN, HARIHARAN, KAILASH KHER; A. R. RAHMAN; JAVED AKHTAR
https://www.youtube.com/watch?v=eEeX2QMlSlo
Uthein Sabke Kadam, Dekho Rum Pum Pum, Aji Aise Geet Gaaya Karo (Baaton Baaton Mein - 1979 :
And finally, the unforgettable joyous song - Uthein Sabke Kadam, Dekho Rum Pum Pum, Aji Aise Geet Gaaya Karo (Baaton Baaton Mein – 1979) written by Amit Khanna, composed by Rajesh Roshan and sung by Lata, Amit Kumar and Pearl Padamsee and filmed on Amol Palekar, Tina Munim, Ranjit Chowdhury and Pearl Padamsee.
07-UTHEIN SABKE KADAM, DEKHO RUM PUM PUM, AJI AISE GEET GAAYA KARO CD MISC-20240901 Track#07 4:22
BAATON BAATON MEIN-1979; Lata Mangeshkar, Amit Kumar, Pearl Padamsee; Rajesh Roshan; Amit Khanna
https://www.youtube.com/watch?v=wJtdo-AWSdk
97-ANTMEIN-SIGNOFF – 2:01
BACKGROUND: INSTRUMENTAL-VIOLIN; EK PYAR KA NAGMA HAI; SANDEEP THAKUR
----------------------------------------------------------
अंत मे छोटी सी बात ‘An Indian Morning’ की तरफसे:
----------------------------------------------------------
“All seasons are beautiful for the person who carries happiness within.”
-Horace Friess
“उस व्यक्ति के लिए सभी परिस्थितियां अच्छी हैं जो अपने भीतर खुशी संजो कर रखता है।”
-होरेस फ्रिस्स
----------------------------------------------------------
हमारा आपके साथ आज यहीं तक का सफर था. तो चलिए आपसे अब हम विदा लेते है. अगली मुलाकात तक खुश रहिये, स्वस्थ रहिये और हाँ An Indian Morning पर हमसे मिलते रहिये. हंसते रहिये, क्योंकि हंसना निशुल्क है और एक सुलभ दवा है।
Well, that's all the time we have with you today! We thank you and hope you have enjoyed our company on this Indian Morning! Please join us next Sunday from 10:00 AM till 11:30 AM for another edition (#2586). ‘Seeking the Spirit of India’ through sounds, stories, music & songs with Dr. Harsha Dehejia and Rakesh Misra, I am Kishore Sampat wishing you a wonderful week ahead!
STAY safe STOP the spread SAVE lives!
STAY TUNED FOR
“MUSIC FROM THE GLEN”
जिसका मन मस्त है..!
उसके पास समस्त है..!
आप स्वस्थ रहे, सदा मस्त रहे
आपका आज का दिन और आने वाला सप्ताह शुभ हो, नमस्कार!
THE END समाप्त
There are no tracks in this playlist.