An Indian Morning
Sunday March 6th, 2022 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
An Indian Morning, celebrating and seeking the spirit of India thru sounds, stories, music & songs.
HAPPY INTERNATIONAL WOMEN'S DAY!
Namaste!
If the commerce of life brings noise and the business of the world creates chaos, if work leads to fatigue, and movement is void of beauty, then let us sit under a tree and pray. For in prayer, there is the recharging of the spirit, rekindling of the flame of life, a journey from the earth to the sky where we touch the divine within us and enjoy the silence and serenity.
Welcome to An Indian Morning.
A-DR DEHEJIA’S MISC-20220306 32:44
01-SWAGATAM KRISHNA; MOHANA RAAG; SWADINI KOPPA
02-AAJ JAANE KI ZID NA KARO; TANYA WELLS; SOYAL RANA; FAYYAZ HASHMI
03-BEAUTY OF SARGAM; KANIKA BANNERJEE
04-JEENA ISI KA NAAM HAI
05-YE RAAT YE CHANDANI PHIR KAHAN; RAJESH SINGH
06-BEKAS PE KARAM KI JIYE; SAGAR SAWARKAR
07-JO GUZAR GAYA SO GUZAR GAYA; A NAZM BY BASHIR BADR
B-ANNOUNCEMENTS MISC-20220306 12:34
BACKGROUND MUSIC; INSTRUMENTAL; SITAR-BRILLANCE OF SOUND; RAGA KHAMAJ; BUDHADITYA MUKHERJEE
आप सभी को किशोर सम्पट का प्यार भरा नमस्कार
आज 6 मार्च रविवार का दिन है
आप की ज़िन्दगी का एक और नया दिन
आज का दिन शुभ और मंगल मई हो
ये किस का लहू है – साहिर लुध्यानवी
(फ़िल्म धर्मपुत्र – १९६१)
Sahir Ludhianavi wrote a poem in the same style in 1946 when naval officers who mutinied against British rule were persuaded by the Indian National Congress to surrender and later sentenced and hanged. The Congress could have prevented this and after independence reduced their sentence but chose not to do so.
Sahir demanded answers … ye kis ka lahu hai, kaun mara. Later, in 1961, he adapted his nazm to a movie set during partition, dharmputra, using the same refrain and the same opening stanza, modifying the rest.
It can equally be applied to ask about victims of communal riots and current situation in UKRAINE!.
अए रहबर-ए मुल्क ओ क़ौम ज़रा
आँखें तो उठा नज़रें तो मिला
कुछ हम भी सुनें हम को भी बता
ये किस का लहू है कौन मरा
Sahir demands answers … O leader of the country and nation, raise your eyes and look us in the face, tell us we want to know – who are these that have been killed, whose blood has been spilled.
01-YE KISKA LAHU HAI, KAUN MARA CD MISC-20220306 TRACK#01 3:24
DHARMAPUTRA-1961; MAHENDRA KAPOOR; N. DUTTA; SAHIR LUDHIANAVI
https://www.youtube.com/watch?v=FXb85l3u_dA
भारतीय संस्कृति में महिलाओं के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया है। भारत में महिला को देवी के समान माना जाता है। संस्कृत में एक श्लोक है- ‘यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता:। यानि कि जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। आज महिलाओं के प्रति लोगों की सोच में थोड़ा सा बदलाव आया है। लोग अपने घर की बेटियों और बहुओं की शिक्षा के लिए आगे बढ़ा रहे हैं। नारी केवल एक घर की नहीं बल्कि देश की शान होती है। पहले की तुलना में महिलाएं आज ज्यादा सक्षम है। अब महिलाएं अपने अधिकारों का सही इस्तेमाल करना जानती है। आज हर क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियां गिनाई जा सकती है। उनकी इन्हीं उपलब्धियों को और अबला से सबला बनने की सशक्त भावना को सेलिब्रेट करता है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (Antarrashtriya Mahila Diwas) जो की ८ मार्च को है की शुभ कामनाऍ |
02-DHANYA DHANYA NAARI JIVAN CD MISC-20220306 TRACK#02 7:48
CLASSICALLY MILD-2008; SONU NIGAM; DEEPAK PANDIT; AJY JHINGRAN
https://www.youtube.com/watch?v=PMU4J2mo2PY
तेरे पास आके मेरा वक्त गुजर जाता है ...."लम्स तुम्हारा" यूं मुझमें ठहर जाता है
हमारी ज़िंदगी में कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनसे मिल कर अच्छा लगता है, जिनके साथ हम दिल की बातें शेयर कर सकते हैं। और ऐसे लोगों में एक ख़ास इंसान ऐसा होता है जो बाकी सब से ख़ास होता है, जिसके ज़िक्र से ही होठों पर मुस्कान आ जाती है, जिसके बारे में किसी को कहते वक़्त आँखों में चमक आ जाती है, जिसकी बातें करते हुए होंठ नहीं थकते। और जब उस ख़ास शख़्स से मुलाक़ात होती है तो उस मुलाक़ात की बात ही कुछ और होती है। ऐसा लगता है कि जैसे जीवन में कोई तनाव नहीं है, कोई दुख नहीं है। उसकी आँखों की चमक सारे दुखों पर जैसे पर्दा डाल देती हैं। उसकी वो नर्म छुवन जैसे सारे तकलीफ़ों पर मरहम लगा जाती है। उसकी भीनी भीनी ख़ुशबू ज़िंदगी को यूं महका जाती है कि फिर बहारों का भी इंतेज़ार नहीं रहता। वक़्त कैसे गुज़र जाता है उसके साथ पता ही नहीं चलता। बहुत ख़ुशनसीब होते हैं वो लोग जिन्हें किसी का प्यार मिलता है, सच्ची दोस्ती मिलती है। आज फ़िल्म 'नीला आकाश' से सुनिये आशा भोसले और मोहम्मद रफ़ी का गाया "तेरे पास आके मेरा वक़्त गुज़र जाता है, दो घड़ी के लिए ग़म जाने कहाँ जाता है"। राजा मेहंदी अली ख़ान के बोल और मदन मोहन की तर्ज़।
03-TERE PAAS AAKE MERA WAQT GUZAR JATA HAI CD MISC-20220306 TRACK#03 4:01
NEELA AAKASH-1965; MOHAMMAD RAFI, ASHA BHOSLE; MADAN MOHAN; RAJA MEHDI ALI KHAN
https://www.youtube.com/watch?v=oW-WmSnKoQM
बोलिए सुरीली बोलियाँ...और पिरोते रहिये हँसी की लड़ियाँ हर पल “...
'An Indian Morning' के दोस्तों नमस्कार! आज रविवार, यानी छुट्टी का दिन, आप सभी नें अपने अपने परिवार के साथ हँसी-ख़ुशी बिताया होगा। आज आप सुनेंगे गायिका-अभिनेत्री सुलक्षणा पंडित की हँसी। सिंगिंग् सुपरस्टार्स की श्रेणी में सुलक्षणा पंडित और सलमा आग़ा दो ऐसे नाम हैं जिनके बाद इस श्रेणी को पूर्णविराम सा लग गया है। ख़ैर, आज जिस गीत को लेकर हम उपस्थित हुए हैं वह है फ़िल्म 'गृहप्रवेश' का - "बोलिये सुरीली बोलियाँ"।
भूपेन्द्र और सुलक्षणा पंडित की आवाज़ों में यह शास्त्रीय संगीत पर आधारित रचना है राग बिहाग पर आधारित, लेकिन इसमें हास्य का भी पुट है। अब जिस गीत के मुखड़े के ही बोल हैं "नमकीन आँखों की रसीली गोलियाँ", उसमें हास्य तो होगा ही न! और "नमकीन आँखों की रसीली गोलियाँ" कहने वाले गीतकार गुलज़ार साहब के अलावा भला और कौन हो सकता है! बासु भट्टाचार्य निर्देशित १९७९ की इस फ़िल्म के मुख्य कलाकार हैं संजीव कुमार, शर्मीला टैगोर और सारिका। फ़िल्म में संगीत था कानू रॉय का जिन्होंने 'अनुभव' और 'आविष्कार' में भी संगीत दिया था। दोस्तों, आइए आपको सुनवाते हैं फ़िल्म 'गृहप्रवेश' का गीत और मज़ा लेते हैं सुलक्षणा जी की हँसी का भी।
क्या आप जानते हैं...
कि फ़िल्म 'गृह प्रवेश' में गुलज़ार साहब अतिथि कलाकार के रूप में पर्दे पर नज़र आये थे।
04-BOLIYE SURILEE BOLIYAN CD MISC-20220306 TRACK#04 4:27
GRAH PRAVESH-1979; SULAKSHNA PANDIT, BHUPENDRA; KANU ROY; GULZAR
https://www.youtube.com/watch?v=6YYqC-T8H8Y
We bring you Yaar Bina Chain Kahan from the movie Saaheb starring Anil Kapoor, Raakhee, Amrita Singh, Utpal Dutt, Biswajit, Vijay Arora, Deven Verma, A. K. Hangal & Dilip Dhawan. A retro fit disco song sung by S. Janaki, the famous singer from the South, and Bappi Da!
Can you believe this song was composed 37 years ago. That music was way ahead of its time and any time better than today's music.
05-YAAR BINA CHAIN KAHAN RE CD MISC-20220306 TRACK#05 4:04
SAAHEB-1985; S. JANAKI, BAPPI LAHIRI; BAPPI LAHIRI; ANJAAN
https://www.youtube.com/watch?v=yVImQoGNdTE
हर साल हम 8 मार्च को विश्व की प्रत्येक महिला के सम्मान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हैं। 8 मार्च को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्पूर्ण विश्व की महिलाएं देश, जात-पात, भाषा, राजनीतिक, सांस्कृतिक भेदभाव से परे एकजुट होकर इस दिन को मनाती हैं। साथ ही पुरुष वर्ग भी इस दिन को महिलाओं के सम्मान में समर्पित करता है।
सुनते हैं सन २००० की फिल्म अस्तित्व से एक गाना। इसे लिखा है श्रीरंग गोडबोले ने और इसका संगीत तैयार किया है सुखविंदर ने। इसे कविता कृषणमुर्ती ने गाया है |
06-MAIN THI MAIN HOON CD MISC-20220306 TRACK#06 5:13
ASTITVA-2000; KAVITA KRISHAMURTHY; SUKHVINDER SINGH; SHRIRANG GODBOLE
https://www.youtube.com/watch?v=x-Lc3aVjguY
महिला दिवस अब लगभग सभी विकसित, विकासशील देशों में मनाया जाता है। यह दिन महिलाओं को उनकी क्षमता, सामाजिक, राजनैतिक व आर्थिक तरक्की दिलाने व उन महिलाओं को याद करने का दिन है, जिन्होंने महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने के लिए अथक प्रयास किए।
समाज के हर महत्वपूर्ण फैसलों में उनके नजरिए को महत्वपूर्ण समझा जाएगा। तात्पर्य यह है कि उन्हें भी पुरूष के समान एक इंसान समझा जाएगा। जहां वह सिर उठा कर अपने महिला होने पर गर्व करे, न कि पश्चाताप, कि काश मैं एक लड़का होती।
07-MAUJ KI MALHAREIN CD MISC-20220306 TRACK#07 5:13
GULAAB GANG-2014; SADHU SUSHIL TIWARI, SUPERWOMAN, CHAITTALI SHRIVASTTAVA; SOUMIK SEN; ROHIT SHARMA
https://www.youtube.com/watch?v=SHcQpPO1dzM
97-ANTMEIN-SIGNOFF – 2:07
BACKGROUND MUSIC: INSTRUMENTAL-JUGALBUNDI-ZAKIR HUSSAIN & RAKESH CHAURASIA
----------------------------------------------------------अंत मे छोटी सी बात ‘An Indian Morning’ की तरफसे:
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“Thousands of lamps are needed to decorate an aarti, thousands of drops are needed to make an ocean, but one woman alone is enough to make a house a heaven. Wishing you a very Happy Women's Day.”
“हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए, हजारों बूंद चाहिए समुद्र बनाने के लिए मगर एक स्त्री अकेली ही काफी है एक घर को स्वर्ग बनाने के लिए। आपको महिला दिवस की हार्दिक बधाई।“
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हमारा आपके साथ आज यहीं तक का सफर था. तो चलिए आपसे अब हम विदा लेते है. अगली मुलाकात तक खुश रहिये, स्वस्थ रहिये और हाँ An Indian Morning पर हमसे मिलते रहिये. हंसते रहिये, क्योंकि हंसना निशुल्क है और एक सुलभ दवा है।
Well, that's all the time we have with you today! We thank you and hope you have enjoyed our company on this Indian Morning! Please join us next Sunday from 10:00 AM till 11:30 AM for another edition (#2456) of “An Indian Morning. ‘Seeking the Spirit of India’ through sounds, stories, music & songs with Dr. Harsha Dehejia and Rakesh Misra, I am Kishore Sampat wishing you a wonderful week ahead!
STAY safe STOP the spread SAVE lives!
STAY TUNED FOR
“MUSIC FROM THE GLEN”
आपका आज का दिन और आने वाला सप्ताह शुभ हो, नमस्कार!
98-SPONSORS-RINAG-VAISHALI’S 2:28
THE END समाप्त
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