An Indian Morning
Sunday January 24th, 2021 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
An Indian Morning celebrates not only the music of India but equally its various arts and artisans, poets and potters, kings and patriots. The first 30 minutes of the program features classical, religious as well as regional and popular music.
Namaste!
It has been said that adornment is a right and a ritual for us, a passion and a pleasure for us in India. We adorn our temples. We adorn our homes and our havelis. We adorn our bodies and our possessions.
But we can also adorn our words and our songs, our thoughts and our wishes. This Sunday morning let us adorn the radio waves of Radio-Carleton with the songs and sounds of India.
Welcome to an Indian Morning.
A-DR DEHEJIA’S MISC-20210124 30:05
1. MANGALACHARANAM; PANIGRAHI
2. HAVELI SANGEET-VRAJ VASANTAM; PANDIT JASRAJ
3. HOTON KA PYALA; PANKAJ MALIK
4. YEH DAULAT BHI LE LO; USTAD SHUJAAT HUSSAIN KHAN
5. TARANA; KATYA KALIJAT GHUSLI; MAHESH KALE, SAVANI SHENDE; SHANKAR-EHSAAN-LOY
B-ANNOUNCEMENTS MISC-20210124 14:09
BACKGROUND MUSIC; CELEBRATION RAGA MANJ KHAMAJ-ANOUSHKA SHANKAR
01-EKATAMATA STROTRAM CD MISC-20210124 TRACK#01 7:10
GANA GEETHAM-2010; PRADEEP ADIPRAMBIL; TRADITIONAL
https://www.youtube.com/watch?v=d0owIyfTFXk
एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यावाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए।
भारत के गणतंत्र का, सारे जग में मान,
दशकों से खिल रही, उसकी अद्भुत शान,
सब धर्मो को देकर मान रचा गया इतिहास का,
इसलिए हर देशवासी को इसमें है विश्वास ||
गणतंत्र दिवस की ढ़ेरो शुभकामनाए।
The High Commission of India commemorate this historic day as the Republic Day of India. This year, as humanity battles against a pandemic, the celebration of the Republic Day will be different to ensure safety of participants and in keeping with the norms prescribed by authorities in Canada, the HCI have decided to celebrate the event virtually. If you would like to join these celebrations, the virtual event can be joined by using the link on (Facebook - https://www.facebook.com/hciottawa ).
Ustad Ghulam Mustafa Khansaab died on 17th January 2021, afternoon. From the late 50s, he has been a guru to Asha Bhosle, Manna Dey, Kamal Barot, Waheeda Rehman, Ranu Mukherjee, Geeta Dutt, AR Rahman, Hariharan, Shaan, Sonu Nigam, Sanah Moidutty, Sagarika, Alisha Chinoy, and Shilpa Rao to mention a few.
In a Coke Studio composition, the 82-year-old guru shares the stage with his four sons- Murtuza, Qadir, Rabbani and Hasan, and his 12-year-old grandson, Faiz. All five vocalists and Rahman collaborated on two numbers as a part of Ghulam Mustafa Khan's 3 generation performance. 👇
02-AAO AAO MORE BALMA CD MISC-20210124 TRACK#02 7:23
COKE STUDIO INDIA SEASON 3-2013; BADE GHULAM ALI KHAN, MURTUZA, QADIR, RABBANI, HASAN, FAIZ; A. R. RAHMAN
https://www.youtube.com/watch?v=_UZhioKe8vg&list=RDTBkkIajnJrs&index=9
Seems like, the pied piper, ghazal samrat, Jagjit Singh is spreading mystic perfume all around in “Koi Dost Hai Na Koi Raqib Hai”
The poet feels like a stranger
in the city of beloved, after a betrayal by beloved that,
Neither any friends, nor any competitor,
What a outlandish city is this?
03-KOI DOST HAI NA KOI RAQIB HAI CD MISC-20210124 TRACK#02 7:13
VISIONS-1992; JAGJIT SINGH; RANA SAHRI
https://www.youtube.com/watch?v=0aL31Z_cXUA
This ghazal, Zindagi Se Badi Saza Hi Nahin, was written by Krishna Bihari Noor and sung by Jagjit Singh in his album ‘Hungama Kyun Hai Barpa’
Playing some heavenly tunes on the sitar, Sitar Maestro Ustad Shujaat Khan takes the audience on a musical journey which they are sure to remember for a long time ahead.
ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा ही नहीं
ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा ही नहीं
और क्या जुर्म है पता ही नहीं
ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा ही नहीं
इतने हिस्सों में बट गया हूँ मैं
इतने हिस्सों में बट गया हूँ मैं
इतने हिस्सों में बट गया हूँ मैं
मेरे हिस्से में कुछ बचा ही नहीं
मेरे हिस्से में कुछ बचा ही नहीं
ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा ही नहीं
सच घटे या बढ़े तो सच ना रहे
सच घटे या बढ़े तो सच ना रहे
सच घटे या बढ़े तो सच न लगे
झूठ कोई इम्तिहान ही नहीं
झूठ कोई इम्तिहान ही नहीं
जड़ तू चाँदी में चाहे सोने में
जड़ तू चाँदी में चाहे सोने में
जड़ तू चाँदी में चाहे सोने में
आईना झूठ बोलता ही नहीं
आईना झूठ बोलता ही नहीं
ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा ही नहीं
और क्या जुर्म है पता ही नहीं
ज़िन्दगी से बड़ी सज़ा ही नहीं
04-ZINDAGI SE BADI SAZA HI NAHIN CD MISC-20210124 TRACK#04 6:29
JASHN-E-REKHA-2020; USTAD SHUJAT HUSSAIN KHAN; KRISHNA BHIARI NOOR
https://www.youtube.com/watch?v=2ZWE-bVbveg
वार्षिक संगीतमाला 2020 गीत # 17 : जो इक पल तुमको ना देखें तो मर जाएँ हम Mar Jaayein Hum
विधु विनोद चोपड़ा अपनी फिल्मों के खूबसूरत फिल्मांकन और संगीत के लिए जाने जाते रहे हैं। बतौर निर्देशक परिंदा, 1942 A love story, करीब और मिशन कश्मीर का संगीत काफी सराहा गया था। इस साल थियेटर में रिलीज़ उनकी फिल्म शिकारा के गीत उतने तो सुने नहीं गए पर अगर आपको शांत बहता संगीत पसंद हो तो ये एल्बम आपको एक बार जरूर सुनना चाहिए। अगर मैं अपनी कहूँ तो मुझे इस संगीत एल्बम में ऐ वादी शहज़ादी... की आरंभिक कविता जिस अंदाज़ में पढ़ी गयी वो बेहद भायी पर जहाँ तक पूरे गीत की बात है तो इस गीतमाला में इस फिल्म का एक ही गीत शामिल हो पाया और वो है श्रद्धा मिश्रा और पापोन का गाया युगल गीत मर जाएँ हम..
मर जाएँ हम एक प्यारा सा प्रेम गीत है ये जो संदेश शांडिल्य की लहराती धुन और झेलम नदी में बहते शिकारे के बीच इरशाद कामिल के शानदार बोलों की वज़ह से मन पर गहरा असर छोड़ता है।
नवोदित गायिका श्रद्धा की आवाज़ की बनावट थोड़ी अलग सी है जो कि आगे के लिए संभावनाएँ जगाती हैं जबकि पापोन तो हमेशा की तरह अपनी लय में हैं। शिकारा में इस गीत को फिल्माया गया है आदिल और सादिया की युवा जोड़ी पर..
05-MAR JAAYEIN HUM CD MISC-20210124 TRACK#05 3:57
SHIKARA-2020; SHRADHA MISHRA, PAPON; SANDESH SHANDILYA; IRSHAD KAMIL
https://www.youtube.com/watch?v=EeoazOPwpVM
वार्षिक संगीतमाला 2020 गीत # 16 : हाँ आज दिल से झगड़ा किया, हाँ आज फिर थोड़ा रोए हैं हम Ye Jo Shahar Hai
वार्षिक संगीतमाला का आज दूसरा चरण पूरा हो रहा है यानी साल के पच्चीस शानदार नग्मों में दस गीतों के बारे में आप जान चुके हैं। अब तक आपने गीतमाला में रूमानियत भरे कुछ हल्के फुल्के तो कुछ संज़ीदा गीत सुने। आज थोड़ा मूड बदलने की बारी है। एक उदास सा गीत है सोलहवीं पॉयदान पर जिसे फिल्म मी रक़्सम के लिए लिखा, संगीतबद्ध और गाया है युवा संगीतकार रिपुल शर्मा ने।
अगर आप इस फिल्म के थोड़े अलग से नाम की वज़ह जानना चाह रहे हों तो बता दूँ कि मी रक़्सम का अर्थ है मैं नृत्य करूँगी। ये एक छोटी सी बच्ची की कहानी है जो मुस्लिम घर में पैदा होने के बावज़ूद मन में भरतनाट्यम में महारत हासिल करने का सपना पाले बैठी है। बाप दर्जी है। पैसों की भी तंगी है पर पिता अपनी बेटी के अरमानों को पूरा करने के लिए पूरे समाज से टकराने के लिए तैयार है।
इस फिल्म को बनाया है कैफ़ी आज़मी के बेटे बाबा आज़मी ने। ऐसा कहते हैं कि कैफ़ी के मन में ये बात थी कि आज़मगढ़ जिले के उनके पैतृक गाँव मिजवां को केंद्र में रखते हुए एक फिल्म बनाई जाए और इसीलिए मी रक्सम की शूटिंग वहाँ हुई। फिल्म पिछले साल अगस्त में रिलीज़ हुई और समीक्षकों द्वारा काफी सराही गयी।
ये जो शहर है समाज के उस बदलते स्वरूप को उभारता है जहाँ घृणा, ईर्ष्या और एक दूसरे के प्रति द्वेष है, जहाँ सच और अच्छाई मुँह छुपाए बैठी हैं, जहाँ साँसों में एक घुटन है और लोगों के चेहरों से मुस्कुराहट गायब है।
ये गीत अगर इस गीतमाला में अपना स्थान बना पाया है तो इसकी एक बड़ी वज़ह इसके गहरे बोल और इसकी प्यारी धुन है। रिपुल की आवाज़ भी अच्छी है पर कहीं कहीं गीत में वो उखड़ती नज़र आती है। बेहतर होता कि इसे वो अन्य स्थापित गायकों से गवाते। तो जरूर सुनिए और देखिए इस गीत को
06-MEE RAQSAM CD MISC-20210124 TRACK#06 2:46
MEE RAQSAM-2020; RIPUL SHARMA
https://www.youtube.com/watch?v=WRGpznPircU
97-ANTMEIN-SIGNOFF – 2:02
BACKGROUND MUSIC: GLOBAL MUSIC FESTIVAL
----------------------------------------------------------अंत मे छोटी सी बात ‘An Indian Morning’ की तरफसे:
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Affection is responsible for nine-tenths of whatever solid and durable happiness there is in our lives.”
-C S Lewis
“हमारे जीवन में जो भी दृढ़ और स्थायी ख़ुशी है उसका नब्बे प्रतिशत उत्तरदायी प्रेम है।”
-सी एस लुईस
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हमारा आपके साथ आज यहीं तक का सफर था. तो चलिए आपसे अब हम विदा लेते है. अगली मुलाकात तक खुश रहिये, स्वस्थ रहिये और हाँ An Indian Morning पर हमसे मिलते रहिये. हंसते रहिये, क्योंकि हंसना निशुल्क है और एक सुलभ दवा है।
Well, that's all the time we have with you today! We thank you and hope you have enjoyed our company on this Indian Morning! Please join us next Sunday from 10:00 AM till 11:30 AM for another edition (#2398) of “An Indian Morning. ‘Seeking the Spirit of India’ through sounds & songs with Dr. Harsha Dehejia and Rakesh Misra, I am Kishore Sampat wishing you a wonderful week ahead!
STAY TUNED FOR
“MUSIC FROM THE GLEN”
STAY safe STOP the spread SAVE lives!
आपका आज का दिन और आने वाला सप्ताह शुभ हो, नमस्कार!
98-SPONSORS-RINAG-VAISHALI’S-2:28
THE END समाप्त
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