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An Indian Morning
Sunday January 21st, 2018 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
The first 30 minutes of the program features classical, religious as well as regional and popular music. The second one hour features community announcements and ear pleasing music from old/new & popular Indian films.

An Indian Morning celebrates not only the music of India but equally its various arts and artisans, poets and potters, kings and patriots. The ethos of the program is summarized by its signature closing line, "Seeking the spirit of India, Jai Hind". एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यावाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए। नवकल्पना नव रूप से...हम कर रहे हैं एक नई शृंखला का आरंभ शम्भू सेन के इस गीत से “An Indian Morning” के समस्त संगीत-प्रेमी श्रोताओं का एक बार पुनः मैं किशोर संपट हार्दिक स्वागत करता हूँ। दोस्तों, अपने देश में संगीत की हजारों वर्ष पुरानी समृद्ध परम्परा है। आज नई पीढ़ी के सामने संगीत के अनेक विकल्प हैं। इस पीढ़ी ने नए विकल्पों को सहर्ष अपनाया है। नवीन विकल्पों को समझने का प्रयास करना अच्छी बात है, परन्तु प्राचीन समृद्ध संगीत परम्परा की उपेक्षा उचित नहीं है। आपने “An Indian Morning” पर परम्परागत भारतीय संगीत पर आधारित कुछ श्रृंखलाओं का आनन्द लिया है और इन्हें सराहा भी है। हमारी अपेक्षा है कि आप संगीत के एक अच्छे श्रोता बनें और उसकी सराहना कर सकें। आज से आरम्भ हो रही श्रृंखला- “दस थाट, दस राग और दस गीत” में भी हमारा यही प्रयास रहेगा कि शास्त्रीय संगीत आपके लिए अनबूझ पहेली बन कर न रह जाय। यह तो आप जानते ही हैं कि भारतीय संगीत के सबसे प्रमुख तत्त्व सात स्वर और इन स्वरों से बनने वाले राग होते हैं। संगीत के प्रचलित, कम प्रचलित, अप्रचलित और लुप्तप्राय रागों की संख्या हजारों में है। इन रागों को वर्गीकृत करने के लिए 'थाट' पद्यति का प्रयोग किया जाता है। आधुनिक संगीत में पण्डित विष्णु नारायण भातखण्डे ने रागों के वर्गीकरण के लिए दस ‘थाट’ पद्यति की स्थापना की थी। इस श्रृंखला- “दस थाट, दस राग और दस गीत” में इन्हीं दस थाटों का सरल परिचय देने का प्रयास करेंगे। हर हफ्ते एक थाट, एक राग, एक गीत। भातखण्डे जी द्वारा निर्धारित दस थाट क्रमानुसार हैं- कल्याण, बिलावल, खमाज, भैरव, पूर्वी, मारवा, काफी, आसावरी, भैरवी, और तोड़ी। इन दस थाटों के क्रम में पहला थाट है कल्याण। कल्याण थाट के आश्रय राग कल्याण अथवा यमन पर आधारित एक गीत अब हम आपको सुनवाते हैं। यह गीत १९७५ में प्रदर्शित फिल्म “मृगतृष्णा” का है। इस गीत के संगीतकार और गीतकार हैं शम्भु सेन। मोहक साहित्यिक शब्दों से युक्त इस गीत को मोहम्मद रफी ने स्वर दिया है और गीत पर अभिनेत्री हेमा मालिनी ने नृत्य किया है। लीजिए, आप भी सुनिए “कल्याण” राग पर आधारित यह गीत- 01-NAVKALPANA NAVROOP SE CD MISC-20180121 TRACK#01 6:14 MRIG TRISHNA-1975; MOHAMMAD RAFI; SHAMBHU SEN https://www.youtube.com/watch?v=UN5-DjAu85U "प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है..." “An Indian Morning” के सभी दोस्तों को हमारा सलाम! दोस्तों, शेर-ओ-शायरी, नज़्मों, नगमों, ग़ज़लों, क़व्वालियों की रवायत सदियों की है। हर दौर में शायरों ने, गुलुकारों ने, क़व्वालों ने इस अदबी रवायत को बरकरार रखने की पूरी कोशिशें की हैं। और यही वजह है कि आज हमारे पास एक बेश-कीमती ख़ज़ाना है इन सुरीले फ़नकारों के फ़न का। यह वह कहकशाँ है जिसके सितारों की चमक कभी फ़ीकी नहीं पड़ती और ता-उम्र इनकी रोशनी इस दुनिया के लोगों के दिल-ओ-दिमाग़ को सुकून पहुँचाती चली आ रही है। पर वक्त की रफ़्तार के साथ बहुत से ऐसे नगीने मिट्टी-तले दब जाते हैं। बेशक़ उनका हक़ बनता है कि हम उन्हें जानें, पहचानें और हमारा भी हक़ बनता है कि हम उन नगीनों से नावाकिफ़ नहीं रहें। बस इसी फ़ायदे के लिए इस ख़ज़ाने में से हम चुन कर लाएँगे आपके लिए कुछ कीमती नगीने हर हफ़्ते और बताएँगे कुछ दिलचस्प बातें इन फ़नकारों के बारे में। तो पेश-ए-ख़िदमत है नगमों, नज़्मों, ग़ज़लों और क़व्वालियों की एक अदबी महफ़िल, कहकशाँ। आज पेश है जगजीत सिंह की आवाज़ में एक ग़ज़ल, जिसमें वो प्यार में पहला ख़त लिखने की बातें बता रहे हैं। १९९६ में "फ़ेस टू फ़ेस" नाम की ग़ज़लों की एक ऐल्बम आई थी, जिसमें ९ गज़लें थी। हज़ूर आज हम जिस गज़ल की बात कर रहे हैं वह है "प्यार का पहला ख़त" जिसे लिखा है हस्ती ने और जिसे अपनी साज़ और आवाज़ से सजाया है पद्म भूषण "गज़लजीत" जगजीत सिंह जी ने। सदियों पहले कबीर ने कहा था: कारज धीरे होत है काहे होत अधीर, समय पाये तरूवर फले केतक सींचो नीर। और कुछ ऐसे विचार थे रहीम के: रहीमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाए, टूटे तो फिर ना जुड़े, जुड़े गांठ पड़ जाए। आइये हम सब प्यार के इन्हीं इशारों को समझते हुए पहले ख़त के अनुभव को महसूस करते हैं और हस्ती के बोल और जगजीत सिंह के धुनों में खो जाते हैं: 02-PYAR KA PAHLA KHAT LIKHNE MEIN WAQT TO LAGTA HAI CD MISC-20180121 TRACK#02 4:21 FACE TO FACE-1996; JAGJIT SINGH; HASTI https://www.youtube.com/watch?v=1e2eFsGhQNg चेहरा छुपा लिया है किसी ने हिजाब में.... तो पेश-ए-ख़िदमत है नगमों, नज़्मों, ग़ज़लों और क़व्वालियों की एक अदबी महफ़िल, कहकशाँ में एक क़व्वालि ८० के दशक से। कभी किसी मुस्लिम सबजेक्ट पर फ़िल्म बनती तो ही उसमें क़व्वाली की गुंजाइश रहती। कुछ गिनी चुनी फ़िल्में ८० के दशक की जिनमें क़व्वालियाँ सुनाई दी - निकाह, नूरी, परवत के उस पार, फ़कीरा, नाख़ुदा, नक़ाब, ये इश्क़ नहीं आसाँ, ऊँचे लोग, दि बर्निंग्‍ ट्रेन, अमृत, दीदार-ए-यार, आदि। इस दशक की क़व्वालियों का प्रतिनिधि मानते हुए हमने चुनी है फ़िल्म 'निकाह' की क़व्वाली "चेहरा छुपा लिया है किसी ने हिजाब में"। फ़िल्मी क़व्वलियों की बात चलती है तो आशा जी का नाम गायिकाओं में सब से उपर आता है। क़व्वाली गायन में गायिका के गले में जिस तरह की हरकत होनी चाहिए, जिस तरह की शोख़ी, अल्हड़पन और एक आकर्षण होनी चाहिए, उन सभी बातों का ख़्याल आशा जी ने रखा और शायद यही वजह है कि उन्होंने ही सब से ज़्यादा फ़िल्मी क़व्वालियाँ गाई हैं। आशा जी के साथ इस क़व्वली में आप आवाज़ें सुनेंगे महेन्द्र कपूर, सलमा आग़ा और साथियों की। हसन कमाल के बोल और रवि का संगीत। फ़िल्म 'निकाह' एक मुस्लिम सामाजिक फ़िल्म थी और बेहद कमयाब भी साबित हुई थी। बी. आर. चोपड़ा की यह फ़िल्म थी जो डॊ. अचला नागर की लिखी एक नाटक पर आधारित थी। २४ सितंबर १९८२ को प्रदर्शित इस फ़िल्म के मुख्य कलाकार थे राज बब्बर, दीपक पराशर, सलमा आग़ा, हिना कौसर प्रमुख। क्या आप जानते हैं... कि हाल ही में आशा भोसले का नाम दुनिया के सब से लोकप्रिय १० कलाकारों में शामिल हुआ है। यह सर्वे सी.एन.एन के तरफ़ से आयोजित किया गया है। 03-CHERA CHHUPA LIYA HAI KISI NE HIJAB MEIN CD MISC-20180121 TRACK#03 8:10 NIKAAH-1982; ASHA BHOSLE, MAHENDRA KAPOOR, SADHNA SARGAM; RAVI; HASAN KAMAAL https://www.youtube.com/watch?v=FLciPnCLDzc सुहानी चाँदनी रातें-मुक्ति १९७७ सन १९७७ के सबसे ज्यादा बजे गीतों में एक है मुकेश का गाया गीत फिल्म मुक्ति से। एक आकर्षक धुन में बंधा ये गीत लिखा है आनंद बक्षी ने। इसके संगीतकार हैं आर डी बर्मन। इस फिल्म के सभी गीत जनता ने तबियत से सुने हैं। 04-SUHANI CHANDNI RAATEIN HAMEIN SONE NAHIN DETI CD MISC-20180121 TRACK#04 4:21 MUKTI-1977; MUKESH; R.D.BURMAN; ANAND BAKSHI https://www.youtube.com/watch?time_continue=2&v=K_crW5J5ACw सोना करे झिलमिल झिलमिल-पहेली १९७७ एक सरल सी पारिवारिक कहानी है फिल्म पहेली की। इसमें टीनेज लव के इर्द गिर्द फिल्म की कहानी घूमती है। फिल्म के दर्शन आबादी के ज़्यादातर लोगों को नहीं हुए थे उस वक्त मगर फिल्म का प्रस्तुत गीत काफी बजा करता था रेडियो पर। हेमलता और सुरेश वाडकर का गाया ये गीत रवींद्र जैन ने लिखा और संगीतबद्ध किया। इसमें सत्यजीत और नमिता चंद्रा नाम के कलाकार आपको दिखलाई देंगे। 05-SONA KARE JHILMIL JHILMIL CD MISC-20180121 TRACK#05 4:31 PAHELI-1977; HEMLATA, SURESH WADKAR; RAVINDRA JAIN https://www.youtube.com/watch?time_continue=242&v=BCS1-tKr3BQ मित्रों, आज हम ’An Indian Morning’ में पिछले साल पर नज़र डाल रहे हैं। तो क्यों ना पिछले साल की फ़िल्मों के कुछ अच्छे गीतों को दोबारा सुन लिया जाए। इस लिए हम वर्ष 2017 के 25 श्रेष्ठ गीतों की सूची पर पहुँचे। ये 25 गीत किसी पायदान रूपी क्रम में नहीं सजाए गए हैं, और ना ही हम किसी काउन्टडाउन के स्वरूप में इन्हें पेश कर रहे हैं। बस यूं समझ लीजिए कि ’An Indian Morning’ द्वारा चुने गए वर्ष 2017 की ये श्रेष्ठ रचनाएँ हैं। तो हर हप्ते हम सुनवाऐंगे दो या तीन बीते बरस 2017 के श्रेष्ठ हिन्दी फ़िल्मी गीत। एन्ना सोणा तैणु रब ने बनाया फ़िल्म - ओके जानू गायक - अरिजीत सिंह गीतकार – गुलज़ार संगीतकार - ए. आर. रहमान A magical melody composed by A.R. Rahman, with lyrics penned by Gulzar and the mesmerizing voice of Arijit Singh, this song is the new love ballad of Bollywood! 06-ENNA SONNA TAINU RAB NE BANAYA CD MISC-20180121 TRACK#06 3:41 OKAY JAANU-2017; ARIJIT SINGH; A.R.RAHMAN; GULZAR https://www.youtube.com/watch?v=mrdRHsIkK_c ज़ालिमा फ़िल्म – रईस गायक - अरिजीत सिंह, हर्षदीप कौर गीतकार - अमिताभ भट्टाचार्य संगीतकार - JAM8 07-ZAALIMA CD MISC-20180121 TRACK#07 2:41 RAEES-2017; ARIJIT SINGH, HARSHDEEP KAUR; JAM8; AMITABH BHATTACHARYA https://www.youtube.com/watch?v=lpdRqn6xwiM ग़लती से मिसटेक फ़िल्म - जग्गा जासूस गायक - अरिजीत सिंह, अमित मिश्र गीतकार - अमिताभ भट्टाचार्य संगीतकार – प्रीतम 08-GALTI SE MISTAKE CD MISC-20180121 TRACK#08 3:06 JAGGA JASOOS-2017; ARIJIT SINGH, AMIT MISHRA; PRITAM; AMITABH BHATTACHARYA https://www.youtube.com/watch?v=ROtv13CqjzU THE END समाप्त
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Interactive CKCU
Listener
Hi Dr. Harsha, How are you? There is an event coming up which I think will be of interest to you. I've sent the details to your email address: Aim931@rogers.com. Thanks so much!

12:25 AM, January 21st, 2018