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An Indian Morning
Sunday May 28th, 2017 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
The first 30 minutes of the program features classical, religious as well as regional and popular music. The second one hour features community announcements and ear pleasing music from old/new & popular Indian films.

An Indian Morning celebrates not only the music of India but equally its various arts and artisans, poets and potters, kings and patriots. The ethos of the program is summarized by its signature closing line, "Seeking the spirit of India, Jai Hind". एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यवाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए । 1956 में विख्यात फ़िल्मकार राज कपूर ने महत्वाकांक्षी फिल्म “जागते रहो” का निर्माण किया था। इस फिल्म के संगीतकार सलिल चौधरी का चुनाव स्वयं राज कपूर ने ही किया था, जबकि उस समय तक शंकर-जयकिशन उनकी फिल्मों के स्थायी संगीतकार बन चुके थे। फिल्म ‘जागते रहो’ बांग्ला फिल्म “एक दिन रात्रे” का हिन्दी संस्करण था और बांग्ला संस्करण के संगीतकार सलिल चौधरी को ही हिन्दी संस्करण के संगीत निर्देशन का दायित्व दिया गया था। सलिल चौधरी ने इस फिल्म के गीतों में पर्याप्त विविधता रखी। इस फिल्म में उन्होने एक गीत “जागो मोहन प्यारे, जागो...” की संगीत रचना “भैरव” राग के स्वरों पर आधारित की थी। शैलेन्द्र के लिखे गीत जब लता मंगेशकर के स्वरों में ढले, तब यह गीत हिन्दी फिल्म संगीत का मीलस्तम्भ बन गया। आइए, आज हम राग “भैरव” पर आधारित, फिल्म “जागते रहो” का यह गीत सुनते हैं। आप इस गीत का रसास्वादन करें । 01-Jaago Mohan Pyare, Jaago CD MISC-20170528 Track#01 5:59 JAAGTE RAHO-1956; Lata Mangeshkar; Salil Chaudhary;Shailendra https://www.youtube.com/watch?v=uGNJ1xnSEWI दोस्तों "कहकशां" का ऑडियो स्वरुप लेकर हम हाज़िर हैं, "महफिल ए कहकशां" के रूप में । बहुत सारी पसंदीदा ग़ज़लें होती हैं जिनके तीन चार अशआर डॉयरी के पन्नों पर नोट कर हम उन्हें पूरा मान लेते हैं। बरसों वहीं अशआर हमारे ज़हन में रह रह कर उठते और पलते रहते हैं। ऐसे में जब उसी ग़ज़ल के चंद और अशआर अचानक से सामने आ जाते हैं तो लगता है कि बैठे बिठाए कोई सौगात मिल गयी हो। लखनऊ से ताल्लुक रखने वाले शायर कृष्ण बिहारी नूर की इस मशहूर ग़ज़ल के पाँच शेर बरसों से मेरे पास थे पर कल उनसे जुड़ी ग़ज़ल के चंद शेर हाथ लगे तो सोचा आप तक उनकी ये पूरी कृति पहुँचा दूँ। हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि ये शरीर प्रकृति के पंच तत्वों से निर्मित है और भगवान का वास हर जगह है। यानि अपने अंदर भी अगर हम पवित्र मन से झांकें तो वहाँ परमात्मा जरूर दिखेंगे। कृष्ण बिहारी नूर ने इस सोच को अपने मतले में ढालते हुए लिखा कि आग है, पानी है, मिट्टी है, हवा है, मुझ में और फिर मानना पड़ता है के ख़ुदा है मुझ में अब तो ले-दे के वही शख़्स बचा है मुझ में मुझको मुझसे अलग करके छुपा है मुझ में मेरा ये हाल उघड़ती हुई परतें जैसे, वो बड़ी देर से कुछ ढूँढ रहा है मुझ में जितने मौसम हैं वो सब जैसे कहीं मिल जाएँ इन दिनों कैसे बताऊँ जो फ़ज़ा है मुझ में वो ही महसूस करेगा जो मुख़ातिब होगा ऐसे अनदेखे उजाले की सदा है मुझमें नशा-ए-मय की तरह समझा था क़ुरबत उसकी वो तो मानिंद ए लहू दौड़ रहा है मुझमें आईना ये तो बताता है के मैं क्या हूँ लेकिन आईना इस पे है ख़ामोश कि क्या है मुझ में टोंक देता है, कदम जब भी ग़लत उठता है ऐसा लगता है कोई मुझसे बड़ा है मुझमें अब तो बस जान ही देने की है बारी ऐ 'नूर' मैं कहाँ तक करूँ साबित के वफ़ा है मुझ में तो ये रही नूर साहब की भावनाओं उन्हीं की आवाज़ से पहुँचने की मेरी कोशिश। 02-Aag Hai, Paani Hai, Mitti Hai, Hawaa Hai, Mujhme CD MISC-20170528 Track#02 3:27 Krishna Bihari Noor https://www.youtube.com/watch?v=f8_61NZ2ITg पवन दीवानी-डॉक्टर विद्या १९६२ फिल्मों में कुछ संगीतमय नृत्य के टुकड़े आपने ज़रूर देखे होंगे। आज याद करते हैं एस डी बर्मन के संगीत वाले ऐसे गीत जिनमें उम्दा डांस भी हो रहा है। फिल्म गाइड का गीत-पिया तोसे नैना लागे रे उसके अलावा फिल्म तलाश का- तेरे नैना तलाश करे जिसे। सन १९७१ की देव आनंद मुमताज़ अभिनीत फिल्म में भी एक गीत है-ता थई। ये क्लासिकल से दिखने वाले डांस के बारे में बात की है हमने। यूँ कहा जाए के फिल्म डॉक्टर विद्या के सबसे कमाल का हिस्सा प्रस्तुत गीत है तो अतिश्योक्ति नहीं होना चाहिए। गीत सुनते हैं जिसे मजरूह साहब ने लिखा है और लता मंगेशकर ने गाया है। इस गीत का दूसरा अन्तरा थोड़ा अलग हट के है। 03-Pawan Diwani Na Maane CD MISC-20170528 Track#03 5:04 DR. VIDYA-1962; Lata Mangeshkar; S.D.Burman; Majrooh Sultanpuri https://www.youtube.com/watch?v=Hcd__TUuCR8 हमसफ़र मेरे हमसफ़र-पूर्णिमा १९६५ हमसफ़र थीम वाला एक गीत सुनते हैं फिल्म पूर्णिमा से। ये एक युगल गीत है मुकेश और लता का गाया हुआ। गुलज़ार का लिखा ये गीत काफी लोकप्रिय है। कल्याणजी आनंदजी और अनजान की जुगलबंदी वाले गीत कम हैं। गीत फिल्माया गया है धर्मेन्द्र और मीना कुमारी पर। सर्फिंग का ज़माना है और हमसफ़र अब हमसर्फर भी बन चुका है। पहले सर्फिंग समुद्र की लहरों पर होती थी अब कम्प्यूटर के ज़रिये अंतरजाल पर। 04-Hamsafar Mere Hamsafar CD MISC-20170528 Track#04 4:47 POORNIMA-1965; Mukesh, Lata Mangeshkar; Kalyanji-Anandji; Anjaan https://www.youtube.com/watch?v=976jFCWuIZk अरे राफ्ता राफ्ता देखो-कहानी किस्मत की १९७३ सन १९७३ की फिल्म कहानी किस्मत की के इस गीत की किस्मत काफी बुलंद है। ये गीत एक ज़माने में खूब बजा है। किशोर कुमार द्वारा गाये गए इस गीत में रेखा की आवाज़ भी है। फिल्मांकन भी रोचक है इस गीत का। शरारत भरे इस गीत के कई दीवाने ७० के दशक में भी थे और आज भी हैं। राजेंद्र कृष्ण इसके गीतकार हैं और कल्याणजी आनंदजी ने इसकी धुन बनाई है। 05-Arre Rafta Rafta Dekho Meri Aankh Ladi Hai CD MISC-20170528 Track#06 3:39 KAHANI KISMAT KI-1973; Kishore Kumar, Rekha; Kalyanji-Anandji; Rajinder Krishan https://www.youtube.com/watch?v=UIOYFW4zDR0 जोगी तेरे प्यार में-सूर्यवंशी १९९२ ९० के दशक के गुजरते गुजरते लता और आशा की आवाजें कम सुनाई देने लगीं फ़िल्मी गीतों में। आशा भोंसले के कुछ गीत अलबत्ता सुनाई दिए। नए संगीतकारों ने धीरे धीरे नई गायिकाओं को मौका देना शुरू कर दिया। फिल्म सूर्यवंशी से एक मधुर गीत सुनते हैं। प्रस्तुत गीत आशा भोंसले और उदित नारायण की आवाजों में है। गीत कुलवंत जानी का लिखा हुआ है और इसका संगीत आनंद मिलिंद ने तैयार किया है। 06-Jogi Tere Pyar Mein CD MISC-20170528 Track#06 5:49 SOORYAVANSHI-1992; Asha Bhosle, Udit Narayan; Anand-Milind; Kulwant Jani https://www.youtube.com/watch?v=_I3IT1FD6L8 कोई कहे कहता रहे-दिल चाहता है २००१ मेलोडी कब क्वीन थी और कब किंग ये अनुमान लगाना कठिन काम है। हर दौर में सुनने लायक गीत तो बनेंगे ही, चाहे कम बनें या ज्यादा। चलन वाला संगीत उसी नई पीढ़ी को ज्यादा भाता है जो इसे सुन रही होती है उस समय। बाकी की पीढियां बस तुलना करने और गुणवत्ता पर ध्यान लगाती हैं। इस गुणवत्ता का सबका अलग अलग पैमाना होता है। सुनते हैं सन २००१ की फिल्म दिल चाहता है से एक गीत जिसे शंकर महादेवन, के के और शान ने गाया है। जावेद अख्तर के बोल हैं और संगीत शंकर एहसान लॉय का। 07-Koi Kahe Kehta Rahe CD MISC-20170528 Track#07 5:42 DIL CHAHTA HAI-2001; Shankar Mahadevan, K.K., Shaan; Shankar-Ehsaan-Loy; Javed Akhtar https://www.youtube.com/watch?v=90J4OE2qsYA अप्रैल माह की अन्तिम फ़िल्म आई “बाहूबली 2”। 28 अप्रैल को प्रदर्शित इस महत्वाकांक्षी फ़िल्म का संगीत तैयार किया एम. एम. क्रीम ने। अक्सर यह देखा गया है कि दक्षिण के गीतों के हिन्दी संस्करण हिन्दी भाषी क्षेत्रों में ज़्यादा लोकप्रिय नहीं हो पाते। लेकिन इस फ़िल्म के संगीत के साथ एम. एम. क्रीम ने जो प्रयोग किए हैं, उससे भारत के हर क्षेत्र के श्रोताओं को अपनी तरफ़ खींचने का प्रबन्ध हुआ है। मनोज मुन्तशिर के हिन्दी बोलों ने भी दक्षिणी संगीत को उचित हिन्दी जामा पहनाया है। पाँच गीतों वाले इस ऐल्बम का पहला गीत है फ़िल्म का शीर्षक गीत "जियो रे बाहूबली"। दलेर मेहन्दी, संजीव चिम्मल्गी और राम्या बेहरा का गाया यह गीत ऐल्बम का मूड सेट कर देता है। एम. एम. क्रीम वायलिन के लिए जाने जाते हैं और इस गीत में भी वायलिन का अद्भुत प्रयोग सुनाई देता है। "वीरों के वीर आ" एक रोमान्टिक गीत है जिसमें अदिति पॉल और दीपू की आवाज़ों के बीच बीच में परक्युशन का सुन्दर समन्वय है। एक अरसे के बाद मधुश्री की मधुर आवाज़ में "कान्हा सो जा ज़रा" को सुनना एक सुखद अनुभूति है। शास्त्रीय शैली में स्वरबद्ध यह गतिमय लोरी लोरी से ज़्यादा होली गीत प्रतीत होता है, लेकिन बाँसुरी, वीणा और मृदंग की धुनों से सुसज्जित यह गीत इतना कर्णप्रिय है कि गीत के शुरु से ही मन मोह लेता है। कोरस का भी सुन्दर योगदान रहा इस गीत में। कैलाश खेर की खुली हुई आवाज़ में "जय जयकारा" को सुनना आनन्ददायक है। इस गीत की ध्वनियाँ वाकई मनमोहक है। शीर्षक गीत ही की तरह यह गीत भी अचानक ख़त्म हो जाता है। ऐल्बम का अन्तिम गीत है "शिवम" को गाया है एम. एम. क्रीम के साहबज़ादे काल भैरव ने। धीमी लय वाली यह रचना गीत कम और मंत्रोच्चारण ज़्यादा प्रतीत होता है। कुल मिला कर “बाहूबली” का गीत-संगीत आकर्षक है। मनोज मुन्तशिर और एम. एम. क्रीम को थ्री चियर्स! 08-Jiyo Re Baahubali CD MISC-20170528 Track#08 3:22 BAAHUBALI-2 THE CONCLUSION-2017; Daler Mehndi, Sanjeev Chimmalgi , Ramya Behara; M.M.Keeravani; Manoj Muntashir https://www.youtube.com/watch?v=wP5fCup42BM THE END समाप्त
Jaago Mohan Pyare, Jaago
Lata Mangeshkar; Salil Chaudhary;Shailendra - JAAGTE RAHO-1956
Aag Hai, Paani Hai, Mitti Hai, Hawaa Hai, Mujhme
Krishna Bihari Noor - Krishna Bihari Noor
Pawan Diwani Na Maane
Lata Mangeshkar; S.D.Burman; Majrooh Sultanpuri - DR. VIDYA-1962
Hamsafar Mere Hamsafar
Mukesh, Lata Mangeshkar; Kalyanji-Anandji; Anjaan - POORNIMA-1965
Arre Rafta Rafta Dekho Meri Aankh Ladi Hai
Kishore Kumar, Rekha; Kalyanji-Anandji; Rajinder Krishan - KAHANI KISMAT KI-1973
Jogi Tere Pyar Mein
Asha Bhosle, Udit Narayan; Anand-Milind; Kulwant Jani - SOORYAVANSHI-1992
Koi Kahe Kehta Rahe
Shankar Mahadevan, K.K., Shaan; Shankar-Ehsaan-Loy; Javed Akhtar - DIL CHAHTA HAI-2001
Jiyo Re Baahubali
Daler Mehndi, Sanjeev Chimmalgi , Ramya Behara; M.M.Keeravani; Manoj Muntashir - BAAHUBALI-2 THE CONCLUSION-2017 New
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