An Indian Morning
Sunday June 8th, 2025 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
An Indian Morning, celebrating and seeking the spirit of India thru sounds, stories, music & songs.
Namaste!
A-DR DEHEJIA’S MISC-20250608 ~30:00
B-ANNOUNCEMENTS MISC-20250608 20:52
BACKGROUND MUSIC; INSTRUMENTAL- JAUNPURI (GAT)
आज 8 जून रविवार का दिन है, आप की ज़िन्दगी का एक और नया दिन।
आप सभी को किशोर सम्पट का प्यार भरा नमस्कार |
We bring you a modern-day re-creation of the popular classical bhajan, “VAISHNAVA JAN”, by the 15th century Gujarati poet-philosopher, Narsinh Mehta. The song brings out the true meaning of the term Vaishnava. The recreation is done by our own Dr. Harsha V Dehejia.
01-VAISHNAVA JAN TO TENE RE KAHIYE CD MISC-20250608TRACK#01 8:02
CELEBRATING THE ROMANTIC KRISHNA-2023; ALAP DESAI; ASHIT DESAI; HARSHA DEHEJIA
https://www.youtube.com/watch?v=zC6yG-36vEw
“An Indian Morning” के सभी दोस्तों को हमारा सलाम! दोस्तों, शेर-ओ-शायरी, नज़्मों, नगमों, ग़ज़लों, क़व्वालियों की रवायत सदियों की है। तो पेश-ए-ख़िदमत है नगमों, नज़्मों, ग़ज़लों और क़व्वालियों की एक अदबी महफ़िल, कहकशाँ।
Aao Aise Mohabbat Karen with lyrics sung by Bhupinder Singh & Mitali Singh from the movie Sharmate Sharmate.
02-AAO AISE MOHABBAT KAREN CD MISC-20250608 TRACK#02 5:38
SHARMAATE SHARMAATE-1982; BHUPINDER SINGH, MITALI SINGH; IBRAHIM ASHK
https://www.youtube.com/watch?v=NgfaYJHGonM
Let’s decode how Mani Ratnam, Gulzar and A.R Rahman created magic in the song – *Satrangi Re* (No denying the genius of the singers Sonu Nigam and Kavita Krishnamurthy)
The song is symbolic and it portrays the seven stages of love that have been put across in Arabic poetry. These stages are (ascending order) – *dilkashi* or *hub *(attraction), *uns* (attachment), *ishq* (love), *akidat* (trust), *ibadat* (worship), *junoon* (madness), and finally *Maut* (death). Lyricist Gulzar has beautifully penned the lyrics in such a way that you can notice these seven stages.
Notice how Mani Ratnam changed Manisha Koirala’s dress seven times in seven colours to portray these stages of love. When we look at the seven stages and the seven colours, the song’s name fits like a jigsaw puzzle …. Modus operandi *Vibgyor* (rainbow: Saat Rang)
The protagonist wears black throughout showing him experience the stages of love and in the end both artists are wearing white which denotes death. The song was shot in the lifeless desert of Ladakh.
If you listen to the audio and also see the enacting in the video, you will clearly see the 7 stages mentioned above.
Though my favourite is the Ghalib’s verse, (which sums it all) “Ishq par zor nahin hai yeh woh aatish Ghalib Jo lagaye na lage, aur bujhaaye na bane”. (इश्क़ पर ज़ोर नहीं है यह वह आतिश ग़ालिब
जो लगाए ना लगे और बुझाये ना बने)
In real life we don’t see such situations, the lyrics have however successfully managed to deliver an “apocalyptic fatalism” that is established and thematically resonated in the song.
This song is best enjoyed as an audio/ video experience.
Take a trip with this great “SATRANGI RE” from “DIL SE”.
03-SATRANGI RE CD MISC-20250608 TRACK#03 7:01
DIL SE-1998; SONU NIGAM, KAVITA KRISHNAMURTHY; A. R. REHMAN; GULZAR
https://www.youtube.com/watch?v=UGq8zzC0ZQY
जवानियाँ ये मस्त मस्त बिन पिए....रफी साहब की नशीली आवाज़ में
फ़िल्म जगत और ख़ास कर फ़िल्म संगीत जगत के लिए १९५५ का साल बहुत महत्वपूर्ण साल रहा है क्योंकि इसी साल एक ऐसी तिकड़ी बनी थी तीन कलाकारों की जिन्होने मिल कर फ़िल्म संगीत को एक नयापन दिया, और फ़िल्मी गीतों को एक नये लिबास, एक नये अंदाज़ में पेश किया। ये तिकड़ी थी अभिनेता शम्मी कपूर, संगीतकार ओ. पी. नय्यर और गायक मोहम्मद. रफ़ी की। ये तीनों पहले से ही फ़िल्म जगत में सक्रीय थे लेकिन अब तक तीनों कभी एक साथ में नहीं आए थे। जिस फ़िल्म से इस तिकड़ी ने फ़िल्म जगत में हंगामा मचा दिया वह फ़िल्म थी १९५७ की 'तुमसा नहीं देखा'. फ़िल्मिस्तान के बैनर तले बनी इस फ़िल्म का निर्देशन किया था नासिर हुसैन ने और शम्मी कपूर की नायिका इस फ़िल्म में बनीं अमीता। इसी फ़िल्म से शम्मी कपूर की उन जानी-पहचानी ख़ास अदाओं, और उन अनोखे 'मैनरिज़म्स' की शुरुआत भी हुई थी। फ़िल्म 'ब्लाक्बस्टर' साबित हुई और इस कामयाबी के बाद इस तिकड़ी ने कई ऐसे लाजवाब 'म्युज़िकल' फ़िल्में हमें दीं।
जहाँ तक इस गीत के 'और्केस्ट्रेशन' की बात है, तो नय्यर साहब ने पूरे गाने में 'क्लेरिनेट', 'मेंडोलिन' और 'स्टिंग्स' का सुन्दर प्रयोग किया है। तो सुनिये "जवानियाँ ये मस्त मस्त बिन पीये", लेकिन ज़रा संभल के, कहीं लड़खड़ाकर गिर ना जाना!
04-JAWANIYAAN YE MAST MAST BIN PIYE MISC-20250608 TRACK#04 3:43
TUMSA NAHIN DEKHA-1955; MOHAMMAD RAFI; O. P. NAYYAR; MAJROOH SULTANPURI
https://www.youtube.com/watch?v=aR6jo2ZdIW4
मैं हूँ झुम झुम झुम झुम झुमरूं, फक्कड़ घूमूं बन के घुमरूं ...
किशोर कुमार ने जब हिन्दी फिल्म संगीत संसार में क़दम रखा तो शायद पहली बार फिल्म जगत को एक खिलंदड, मस्ती भरा गायक मिला था. किशोर के इस खिलंदड रूप को देखकर कई गण्य मान्य लोगों ने उन्हे गायक मानने से इनकार कर दिया. लेकिन किशोर-दा को अपने विरोधियों के इस रुख से कोई फरक नहीं पडा और वो अपनी ही धुन में गाते चले गये. किशोर-दा जैसी 'रेंज' बहुत कम गायकों को नसीब होती है. और कम ही लोगों को इतने तरह के गीत गाने को मिलते हैं. सच-मुच किशोरदा के हास्य गीत तो जैसे उस सुरमे की तरह है जो किसी के भी बेजान आँखों में चमक पैदा कर सकती है. और आज An Indian Morning' में ऐसी ही चमक पैदा करने के लिए हम किशोर-दा के गाए गीतों के ख़ज़ाने से चुनकर लाए हैं फिल्म "झुमरू" का शीर्षक गीत.
1961 में बनी फिल्म "झुमरू" किशोर कुमार के बहुमुखी प्रतिभा की एक मिसाल है. शंकर मुखेर्जी निर्देशित इस फिल्म में किशोर कुमार और मधुबाला की जोडी पर्दे पर दिखाई दी और इस फिल्म के गाने लिखे मजरूह सुल्तानपुरी ने. तो चलिए अब जल्दी से मस्त हो जाइए किशोर कुमार के साथ.
05-MAIN HOON JHJOOM JHOOM JHUMROO CD MISC-20250608 TRACK#05 3:19
JHUMROO-1961; KISHORE KUMAR; MAJROOH SULTANPURI
https://www.youtube.com/watch?v=tYV7wRovPhY
मेरी जान तुम पे सदके...
60 के दशक के आखिर में संगीतकार ओ पी नय्यर के स्वरबद्ध गीत कम होने लगे थे. लेकिन जब भी किसी फिल्म को उन्होने अपना पारस हाथ लगाया तो वो जैसे सोना बन गया. 1966 में बनी फिल्म "सावन की घटा" आज अगर याद की जाती है तो सिर्फ़ उसके महकते हुए गीत संगीत के लिए. ओ पी नय्यर और एस एच बिहारी इस फिल्म के संगीतकार और गीतकार थे. इस फिल्म के लगभग सभी गीत 'हिट' हुए थे. आशा भोंसले और मोहम्मद रफ़ी ने ज़्यादातर गीत भी गाए इस फिल्म में. लेकिन एक गीत ऐसा था जिसे नय्यर साहब ने महेंद्र कपूर से गवाया. इसी गीत का एक दूसरा 'वर्जन' भी था जिसे आशाजी ने गाया था. "मेरी जान तुमपे सदके अहसान इतना कर दो, मेरी ज़िंदगी में अपनी चाहत का रंग भर दो". इसमें कोई शक़ नहीं की महेंद्र कपूर ने इस गीत में अपनी गायकी का वो रंग भरा है जो आज तक उतरने का नाम नहीं लेती. सुनिए फिल्म "सावन की घटा" से यह गाना.
06-MERI JAAN TUM PE SADKE CD MISC-20250608 TRACK#06 3:46
SAWAN KI GHATA-1966; MAHENDRA KAPOOR; O. P. NAYYAR; S. H. BIHARI
https://www.youtube.com/watch?v=fhHhiA9wGig
यार बादशाह...यार दिलरुबा...कातिल आँखों वाले....
ओ पी नय्यर. एक अनोखे संगीतकार. आशा भोसले को आशा भोंसले बनाने में ओ पी नय्यर के संगीत का एक बडा हाथ रहा है, इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता, और यह बात तो आशाजी भी खुद मानती हैं. आशा और नय्यर की जोडी ने फिल्म संगीत को एक से एक नायाब नग्में आज An Indian Morning' में आशा भोंसले और ओ पी नय्यर के सुरीले संगम से उत्पन्न एक दिलकश नग्मा आपके लिए लेकर आए हैं. सन 1967 में बनी फिल्म सी आइ डी 909 का यह गीत हेलेन पर फिल्माया गया था. फिल्म सी आइ डी 909 का यह गीत एक 'क्लब सॉंग' है.
सी आइ डी 909 में कई गीतकारों ने गीत लिखे, जैसे कि अज़ीज़ कश्मीरी, एस एच बिहारी, वर्मा मलिक और शेवन रिज़वी. यह गीत रिज़वी साहब का लिखा हुआ है. इस गीत की अवधि उस ज़माने के साधारण गीतों की अवधि से ज़्यादा है. 5 'मिनिट' और 55 'सेकेंड्स' के इस गीत का 'प्रिल्यूड म्यूज़िक' करीब करीब 1 'मिनिट' और 35 'सेकेंड्स' का है और यही वजह है इस गीत की लंबी अवधि का. तो नय्यर साहब के लगन और मेहनत को सलाम करते हुए सुनिए सी आइ डी 909 फिल्म का गीत "यार बादशाह यार दिलरुबा".
07-YAAR BAADSHAH YAAR DILRUBA CD MISC-20250608 TRACK#07 5:57
C I D 909-1967; ASHA BHOSE; O. P. NAYYAR; SHEVAN RIZVI
https://www.youtube.com/watch?v=io1GRv0APQ4
एक चतुर नार करके शृंगार - ऐसी मस्ती क्या कहने...
आज तो An Indian Morning' की महफ़िल में होने जा रहा है एक ज़बरदस्त हंगामा, क्योंकि आज हमने जो गीत चुना है उसमें होनेवाला है एक ज़बरदस्त मुक़ाबला. यह गीत ना केवल हंगामाखेज है बल्कि अपनी तरह का एकमात्र गीत है. इस गीत के बनने के बाद आज 57 साल गुज़र चुके हैं, लेकिन इस गीत को टक्कर दे सके, ऐसा कोई गीत अब तक ना बन पाया है और लगता नहीं भविष्य में भी कभी बन पाएगा. ज़्यादा भूमिका ना बढाते हुए आपको बता दें कि यह वही गीत है फिल्म "पड़ोसन" का जिसे आप कई कई बार सुन चुके होंगे, लेकिन जितनी बार भी आप सुने यह नया सा ही लगता है और दिल थाम कर गाना पूरा सुने बगैर रहा नहीं जाता. जी हाँ, आज का गीत है "एक चतुर नार करके शृंगार". 1968 में फिल्म पड़ोसन बनी थी जिसमें किशोर कुमार, सुनील दत्त, सायरा बानो और महमूद ने अभिनय किया था. अभिनय क्या किया था, इन कलाकारों ने तो जैसे कोई हास्य आंदोलन यानी कि 'लाफ रोइट्स' ही छेड दिया था.
कहा जाता है कि भले ही राजेंदर कृष्ण ने यह गीत लिखा है और आर डी बर्मन ने संगीतबद्ध किया है, लेकिन इस गीत में किशोर कुमार ने भी कई चीज़ें अपनी ओर से डाली थी और इस गाने का जो अलग अंदाज़ नज़र आता है वो उन्ही की बदौलत है. दोस्तों, आप शायद बेक़रार हो रहे होंगे इस गीत को सुनने के लिए, तो मैं और ज़्यादा आपका वक़्त ना लेते हुए पेश करता हूँ, सुनिए...
08-EK CHATUR NAAR CD MISC-20250608 TRACK#08 6:12
PADOSAN-1968; KISHORE KUMAR, MANNA DEY; R. D. BURMAN; RAJINDER KRISHAN
https://www.youtube.com/watch?v=lGfTQ-YFjIE
97-ANTMEIN-SIGNOFF – 1:59
BACKGROUND MUSIC: INSTRUMENTAL- SITAR; EK CHATUR NAAR; CHANDRASEKHAR PHANSE; SHRI; SUJIT PANCHAL
https://www.youtube.com/watch?v=4cF4CXvIM4w
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अंत मे छोटी सी बात ‘An Indian Morning’ की तरफसे:
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“All know that the drop merges into the ocean, but few know that the ocean merges into the drop.”
― Kabir
"सभी जानते हैं कि बूंद सागर में विलीन हो जाती है, लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि सागर बूंद में विलीन हो जाता है।"
- कबीर
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हमारा आपके साथ आज यहीं तक का सफर था. तो चलिए आपसे अब हम विदा लेते है. अगली मुलाकात तक खुश रहिये, स्वस्थ रहिये और हाँ An Indian Morning पर हमसे मिलते रहिये. हंसते रहिये, क्योंकि हंसना निशुल्क है और एक सुलभ दवा है।
Well, that's all the time we have with you today! We thank you and hope you have enjoyed our company on this Indian Morning! Please join us next Sunday from 10:00 AM till 11:30 AM for another edition (2626). ‘Seeking the Spirit of India’ through sounds, stories, music & songs with Dr. Harsha Dehejia, I am Kishore Sampat wishing you a wonderful week ahead!
STAY safe STOP the spread SAVE lives!
STAY TUNED FOR
“MUSIC FROM THE GLEN”
जिसका मन मस्त है..!
उसके पास समस्त है..!
आप स्वस्थ रहे, सदा मस्त रहे
सुनते रहें, सुनाते रहें, गुनगुनाते रहिये
आपका आज का दिन और आने वाला सप्ताह शुभ हो, नमस्कार!
THE END समाप्त
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