An Indian Morning
Sunday September 18th, 2022 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
An Indian Morning, celebrating and seeking the spirit of India thru sounds, stories, music & songs.
A-DR DEHEJIA’S MISC-20220918 ~31:00
B-ANNOUNCEMENTS MISC-20220918 ~14:28
BACKGROUND MUSIC: SITAR; ANAND SHANKAR
आज 18 सितंबर रविवार का दिन है, आप की ज़िन्दगी का एक और नया दिन। आज का दिन शुभ और मंगल मई हो।
01-NAR TUM JHOOTE JANAM GAVAAYAA CD MISC-20220918 TRACK#01 4:54
VANDE GURU PARAMPARAAM-2018; BABY NIRANJANA; KULDEEP M PAI; SANT KABIR
https://www.youtube.com/watch?v=PiQp7i6h3ck
एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यावाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए।
DEKHO KASAM SE..KASAM SE.. (TUMSA NAHIN DEKHA 1957)
देखो कसम से...कसम से, कहते हैं तुमसे हाँ.....प्यार की मीठी तकरार में...
आज 'An Indian Morning' में फ़िल्म 'तुमसा नहीं देखा' से आशा भोंसले और मोहम्मद रफ़ी साहब का युगल गीत प्रस्तुत हैं । सफलता की दृष्टि से देखा जाये तो ओ. पी. नय्यर साहब का 'स्कोर' इस मामले में बहुत ऊँचा रहा है। "देखो क़सम से क़सम से कहते हैं तुमसे हाँ, तुम भी जलोगे हाथ मलोगे रूठ के हमसे हाँ"। यही गीत आज हम यहाँ पर आपके लिए पेश कर रहे हैं। नय्यर साहब का एक अंदाज़ ऐसा भी था कि मुखड़े के बाद जैसे ही अंतरा शुरु होता है तो गाने का 'रिदम' बिलकुल बदल जाती है, और यह गीत भी कुछ इसी तरह के अंदाज़ का है। मुखड़ा पाश्चात्य संगीत को छू रहा है तो अंतरे में तबले के ठेके मचलने लगते हैं।
गीत सुनते हुए आप जैसे ही अनुभव करेंगे कि "क़सम" शब्द बहुत ज़्यादा हो रहा है गाने में, तभी रफ़ी साहब गा उठते हैं कि "क्या लगाई तुमने यह 'क़सम क़सम से', लो ठहर गये हम कुछ कहो भी हम से"। यही है इस गाने की ख़ासीयत । तो लीजिए बोलचाल की भाषा में लिखी गयी इस मज़ेदार गीत का आनंद उठाते हैं आज । (30 Secs Music)….
02-DEKHO KASAM SE, KASAM SE MISC-20220918 TRACK#02 3:27
TUMSA NAHIN DEKHA-1957; ASHA BHOSLE, MOHAMMAD RAFI; O. P. NAYYAR; MAJROOH SULTANPURI
https://www.youtube.com/watch?v=vBpIDOSp8hg
DEKHTI HI RAHO AAJ DARPAN NA TUM.. (NAYI UMAR KI NAYI FASAL 1965)
देखती ही रहो आज दर्पण ना तुम, प्यार का यह महूरत निकल जाएगा...नीरज का लिखा एक प्रेम गीत
'नयी उमर की नयी फ़सल' फ़िल्म आयी थी सन् १९६५ में जिसमें नायक थे राजीव और नायिका थीं तनुजा। कवि नीरज के काव्यात्मक रचनायें गीतों की शक्ल में इस फ़िल्म में गूँजे। मुकेश की आवाज़ में जिस गीत को आज हम सुनवा रहे हैं वह थोड़ा सा कम सुना सा गीत है, लेकिन अच्छे गीतों के क़द्रदानों को यह गीत बख़ूबी याद होगा। तो लीजिए दोस्तों, साहित्य के उन सभी गीतकारों जिन्होने फ़िल्म संगीत में अपना अमूल्य योगदान दिया है, उन सभी को सलाम करते हुए सुनते हैं मुकेश की आवाज़ में रोशन का संगीत आज के 'An Indian Morning' में।
03-DEKHTI HI RAHO AAJ DARPAN NA TUM MISC-20220918 TRACK#03 4:02
NAI UMAR KI NAI FASAL-1965; MUKESH; ROSHAN; NEERAJ
https://www.youtube.com/watch?v=jS0CMgy3L5E
DIL LAGAKAR HUM YE SAMJE (ZINDAGI AUR MAUT 1965)
दिल लगाकर हम ये समझे ज़िंदगी क्या चीज़ है- शक़ील बदायूँनी की दार्शनिक शायरी
"होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ है, इश्क़ कीजिये फिर समझिये ज़िंदगी क्या चीज़ है"। लगभग 57 साल पहले गीतकार शक़ील बदायूँनी ने फ़िल्म 'ज़िंदगी और मौत' में एक गीत लिखा था "दिल लगाकर हम ये समझे ज़िंदगी क्या चीज़ है, इश्क़ कहते हैं किसे और आशिक़ी क्या चीज़ है"। तो आज 'An Indian Morning' की महफ़िल सज रही है महेन्द्र कपूर के गाये फ़िल्म 'ज़िंदगी और मौत' के इसी गीत से।
1965 की फ़िल्म 'ज़िंदगी और मौत' के मुख्य कलाकार थे प्रदीप कुमार और फ़रियाल। (30 Secs Music…)
04-DIL LAGAKAR HUM YE SAMJE MISC-20220918 TRACK#04 4:45
ZINDAGI AUR MAUT-1965; MAHENDRA KAPOOR; C. RAMCHANDRA; SHAKEEL BADAYUNI
https://www.youtube.com/watch?v=0MQlso1ww9Y
DIL KA DIYA JALA KE GAYA YE KAUN (AAKASH DEEP 1965)
दिल का दिया जला के गया ये कौन मेरी तन्हाई में...संगीतकार चित्रगुप्त ने रचा था इस मधुर गीत को
आज का गीत इतना मधुर बन पड़ा है कि बार बार सुनने को जी चाहता है। लता मंगेशकर की आवाज़ में यह गीत है फ़िल्म 'आकाशदीप' का, जिसे लिखा था मजरूह सुल्तानपुरी ने। "दिल का दीया जलाके गया ये कौन मेरी तन्हाई में, सोये नग़में जाग उठे होठों की शहनाई में"; पहला पहला प्यार किस तरह से नायिका के नाज़ुक दिल पर असर करती है, उसका बेहद बेहद ख़ूबसूरत वर्णन हुआ है इस कोमल गीत में। मजरूह साहब ने क्या ख़ूब लिखा है कि "प्यार अरमानों का दर खटकाये, ख़्वाब जागी आँखों से मिलने को आये, कितने साये डोल पड़े सूनी सी अँगनाई में"। आकाशदीप' फ़िल्म आयी थी १९६५ में फणी मजुमदार के निर्देशन में। फ़िल्म के मुख्य कलाकार थे धर्मेन्द्र, नंदा, निम्मी, अशोक कुमार, और महमूद।
सुनिये यह गीत, और इसमे अपनी पसंद के साथ साथ मेरी पसंद भी शामिल कर लीजिए, क्युंकि मुझे यह गीत बेहद बेहद बेहद पसंद है।
05-DIL KA DIYA JALA KE GAYA YE KAUN MISC-20220918 TRACK#05 3:37
AAKASHDEEP-1965; LATA MANGESHKAR; CHITRAGUPT; MAJROOH SULTANPURI
https://www.youtube.com/watch?v=KEQ-4U3LaPM
DEEWANA MUJSA NAHIN IS AMBAR KE NEECHE (TEESRI MANZIL 1966)
दीवाना मुझसा नहीं इस अम्बर के नीचे...रफी साहब के किया दावा शम्मी कपूर के लिए
1966 की फ़िल्म 'तीसरी मंज़िल' पंचम की पहली कामयाब फ़िल्म मानी जाती है, जिसमे रफ़ी साहब और आशा भोंसले ने कुछ ऐसे धमाकेदार गानें गाये हैं कि आज ये गानें सदाबहार गीतों की फ़ेहरिस्त में अपना नाम दर्ज करवा चुकी है। 'तीसरी मंज़िल' नासिर हुसैन की फ़िल्म थी जिसमें शम्मी कपूर की नायिका थीं आशा पारेख। दोस्तों, नेपाली लोक गीत की धुन पर आधारित यह गीत है "दीवाना मुझसा नहीं इस अम्बर के नीचे", जिसे आप ने कई कई बार सुना होगा और आज फिर एक बार सुनने जा रहे हैं हमारे साथ। सुनिए।
06-DEEWANA MUJSA NAHIN IS AMBAR KE NEECHE MISC-20220918 TRACK#06 4:00
TEESRI MANZIL-1966; MOHAMMAD RAFI; R. D. BURMAN; MAJROOH SULTANPURI
https://www.youtube.com/watch?v=-J1PUEiilUU
DUNIYA KARE SAWAAL TO HUM KYA JAWAB DEN (BAHU BEGUM 1967)
दुनिया करे सवाल तो हम क्या जवाब दे....रोशन के संगीत में लता की आवाज़ पुरअसर
रोशन १६ नवंबर १९६७ को इस दुनिया-ए-फ़ानी को हमेशा के लिये छोड़ गए, लेकिन पीछे छोड़ गए अपनी दिलकश धुनों का एक अनमोल ख़ज़ाना। फ़िल्म 'बहू बेग़म' भी उनके संगीत सफ़र के आख़री फ़िल्मों में से एक है। यह फ़िल्म भी १९६७ को ही प्रदर्शित हुई थी। एम. सादिक़ निर्देशित इस फ़िल्म के मुख्य कलाकार थे अशोक कुमार, मीना कुमारी और प्रदीप कुमार। यह फ़िल्म एक 'पिरियड ड्रामा' है जिसमें पुरुष प्रधान समाज का चित्रण किया गया है, और उन दिनो नारी को किस तरह से दबाया - कुचलाया जाता था उसका भी आभास मिलता है इस फ़िल्म में। आज इसी फ़िल्म का गीत सज रहा है 'An Indian Morning' की महफ़िल में। लता मंगेशकर की आवाज़ में "दुनिया करे सवाल तो हम क्या जवाब दें, तुमको ना हो ख्याल तो हम क्या जवाब दें" फ़िल्म संगीत के ख़ज़ाने की एक ऐसी मोती है जिसकी चमक आज 55 सालों के बाद भी वैसी की वैसी बरकरार है। यह ग़ज़ल है तो ३ मिनट की ही, लेकिन एक बार सुनने पर इसका असर ३ हफ़्ते तक रहता है। फ़िल्म में नायिका के दिल की दुविधा, समाज का डर, दिल की बेचैनी, शर्म-ओ-हया, सभी कुछ समा गया है इस छोटी सी ग़ज़ल में। समात फ़रमाइए...
07-DUNIYA KARE TO SAWAAL HUM KYA JAWAB DEN MISC-20220918 TRACK#07 3:10
BAHU BEGUM-1967; LATA MANGESHKAR; ROSHAN; SAHIR LUDHIANAVI
https://www.youtube.com/watch?v=5Q1pA7OYbp0
DUNIYA MEIN LOGON KO… (APNA DESH 1972)
दुनिया में लोगों को धोका कभी हो जाता है...पंचम, आशा डुयेट
Enjoy listening to the best combination of R.D Burman & Rajesh Khanna in the popular hindi song "Duniya Mein Logon Ko" from the Bollywood classic romantic drama adventure hindi movie Apna Desh (1972) starring Bollywood's first superstar actor Rajesh Khanna, Mumtaz, Japdeep & Om Prakash. Directed by Jambu. Produced by T.M Kittu & A.V Subramaniam. This song is composed and sung by the legend R.D Burman himself along with the terrific voice of Asha Bhosle.
08-DUNIYA MEIN LOGON KO KABHI DHOKA HO JAATA HAI MISC-20220918 TRACK#08 5:35
APNA DESH-1972; PANCHAM, ASHA BHOSLE; R. D. BURMAN; ANAND BAKSHI
https://www.youtube.com/watch?v=7ldDzV50TO0
DHAK DHAK KARNE LAGA… (BETA 1992)
Beta is a 1992 Hindi-version remake film directed by Indra Kumar that featured in the lead roles the pairing of Madhuri Dixit and Anil Kapoor. Sridevi was first offered, and refused, the lead role because she had already made many films with Anil Kapoor.
Beta won five Filmfare Awards: Best Actor, Anil Kapoor; Best Actress, Madhuri Dixit; Best Female Playback Singer, Anuradha Paudwal for "Dhak Dhak Karne Laga"; Filmfare Award for Best Choreography for Saroj Khan; and Best Supporting Actress, Aruna Irani. It was the highest grossing film of 1992.
The music of the song was a note by note copy of Ilayaraja's super hit song "Abbanee teeyani debba" in the Telugu cinema Jagadeka Veerudu Athiloka Sundari (1990) starring Sridevi and Chiranjeevi which was dubbed into Hindi as Aadmi Aur Apsara (1991).
09-DHAK DHAK KARNE LAGA MISC-20220918 TRACK#09 5:16
BETA-1992; ANURADHA PAUDWAL, UDIT NARAYAN; ANAND-MILIND; SAMEER
https://www.youtube.com/watch?v=NmYvtMpKOUo
DHADAK DHADAK… (BUNTY AUR BABLI 2005)
नए दौर की सफल फिल्मों में से एक है बंटी और बबली। इसमे आपको बिग बी , स्माल बी और बिग बी की बहू समेत ढेर सारे कलाकार नज़र आयेंगे। ये गाना 'स्माल बी' यानि अभिषेक बच्चन और रानी मुखर्जी पर फिल्माया गया है। गुलज़ार साहब ने वाकई अलग हट के बोल लिखे हैं और आजकल वे ऐसे अलग हट के गीत काफ़ी लिख रहे हैं। संगीत है शंकर-एहसान- लॉय का। शंकर महादेवन, एहसान नूरानी और लॉय मेंडोसा की तिकडी जमा है इधर। उदित नारायण और सुनिधि चौहान जैसे जाने पहचाने नामों के अलावा गायकों की लिस्ट में एक नाम है निहिरा जोशी का । ये पहली सुपर हिट फिल्म है 'स्माल बी' की।
10-DHADAK DHADAK MISC-20220918 TRACK#10 6:01
BUNTY AUR BABLI-2005; UDIT NARAYAN, SUNIDHI CHAUHAN, NIHIRA JOSHI, SHANKAR-EHSAAN-LOY; GULZAR
https://www.youtube.com/watch?v=Db4Gj-vm97Y
Mehendi Sade Naam Di Song Lyrics – Raghav | Kanika
Mehendi Sade Naam Di Song is a beautiful romantic song. The song is sung by Raghav Sachar, with music is also given by himself. Mehendi Sade Naam Di song lyrics are drafted down by Rohit Sharma with additional English lyrics penned by Raghav Sachar. The song is mix and mastered by Raghav Sachar at Autotune Studio, Mumbai, India.
The song features Raghav Sachar and Kanika Mann. Rahat Kazmi is the video director of this song. The song is produced by Kumar Mangat Pathak and Abhishek Pathak.
11-MEHENDI SADE NAAM DI CD MISC-20220918 TRACK#11 3:48
MEHENDI SADE NAAM DI-2022; RAGHAV SACHAR; ROHIT SHARMA, RAGHAV SACHAR
https://www.youtube.com/watch?v=bsGYWeJqHAk
97-ANTMEIN-SIGNOFF – 2:00
BACKGROUND: INSTRUMENTAL- SITAR; ANAND SHANKAR
----------------------------------------------------------अंत मे छोटी सी बात ‘An Indian Morning’ की तरफसे:
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“Life's tragedy is that we get old too soon and wise too late.”
-Benjamin Franklin
“जीवन में दुखद बात यह है कि हम बड़े तो जल्दी हो जाते हैं, लेकिन समझदार देर से होते हैं।”
-बेंजामिन फ्रेंकलिन
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हमारा आपके साथ आज यहीं तक का सफर था. तो चलिए आपसे अब हम विदा लेते है. अगली मुलाकात तक खुश रहिये, स्वस्थ रहिये और हाँ An Indian Morning पर हमसे मिलते रहिये. हंसते रहिये, क्योंकि हंसना निशुल्क है और एक सुलभ दवा है।
Well, that's all the time we have with you today! We thank you and hope you have enjoyed our company on this Indian Morning! Please join us next Sunday from 10:00 AM till 11:30 AM for another edition (#2484) of “An Indian Morning. ‘Seeking the Spirit of India’ through sounds, stories, music & songs with Dr. Harsha Dehejia and Rakesh Misra, I am Kishore Sampat wishing you a wonderful week ahead!
STAY safe STOP the spread SAVE lives!
STAY TUNED FOR
“MUSIC FROM THE GLEN”
आपका आज का दिन और आने वाला सप्ताह शुभ हो, नमस्कार!
98-SPONSORS-RINAG-VAISHALI’S 2:28
THE END समाप्त
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