An Indian Morning
Sunday May 1st, 2022 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
An Indian Morning, celebrating and seeking the spirit of India thru sounds, stories, music & songs.
Namaste!
If the commerce of life brings noise and the business of the world creates chaos, if work leads to fatigue, and movement is void of beauty, then let us sit under a tree and pray. For in prayer, there is the recharging of the spirit, rekindling of the flame of life, a journey from the earth to the sky where we touch the divine within us and enjoy the silence and serenity.
Welcome to An Indian Morning.
A-DR DEHEJIA’S MISC-20220501 32:44
01-SWAGATAM KRISHNA; MOHANA RAAG; SWADINI KOPPA
02-AAJ JAANE KI ZID NA KARO; TANYA WELLS; SOYAL RANA; FAYYAZ HASHMI
03-BEAUTY OF SARGAM; KANIKA BANNERJEE
04-JEENA ISI KA NAAM HAI
05-YE RAAT YE CHANDANI PHIR KAHAN; RAJESH SINGH
06-BEKAS PE KARAM KI JIYE; SAGAR SAWARKAR
07-JO GUZAR GAYA SO GUZAR GAYA; A NAZM BY BASHIR BADR
B-ANNOUNCEMENTS MISC-20220501 14:11
BACKGROUND MUSIC; INSTRUMENTAL; SANTOOR-RAGA BHUPAL TODI; PANDIT SHIV KUMAR SHARMA
01-DHERE DHERE SUBAH HUI CD MISC-20220501 TRACK#01 7:25
HAISIYAT-1984; K. J. YESUDAS; BAPPI LAHIRI; INDEEVAR
https://www.youtube.com/watch?v=9gEewcooKWo
आज सुनिए गुलाम अली की गाई हुई एक गज़ल। इसे मसरूर अनवर ने लिखा है। ये गुलाम अली की गाई हुयी लोकप्रिय गज़लों में से एक है। दोस्ती और प्यार के नाम ये गज़ल थोड़े ही शब्दों में रिश्तों के पलस्तर उधेड़ देती है। शब्द सरल से ही इस गज़ल के, इसलिए बोल आसानी से समझ आ जाते हैं।
लगातार फ़िल्मी गीतों से बदहजमी न हो जाए इसलिए बीच बीच में हम आपको गज़ल या गैर फ़िल्मी गीत सुनवा दिया करते हैं जो पाचक चूर्ण सा काम करते
हैं।
02-HUMKO KISKE GHAM NE MAARA CD MISC-20220501 TRACK#02 7:02
GHULAM ALI-A JOURNEY-2001; GHULAM ALI; MASROOR ANWAR
https://www.youtube.com/watch?v=DTUFbcg09to
तू मइके मत जइयो-पुकार १९८३
गायक-अभिनेता वाला युग ३० के दशक और ४० के दशक के पूर्वार्ध तक पूरे शबाब पर था। अधिकांश नायक नायिका अपने गाने गा लिया करते थे। उस दौर के बाद कुछ ही ऐसे बचे जैसे सुरैया, किशोर कुमार जिनको आप आल-राउंडर कह सकते हैं। उनके अलावा शौकिया गाने वाले कलाकार बचे।
अमिताभ बच्चन ने फिल्मों में गाना मिस्टर नटवरलाल से शुरू किया। अगर गीतों में शामिल डायलोग की बात करें तो ये सिलसिला पुराना है। आज आपको फिल्म पुकार से गुलशन बावरा का लिखा गीत सुनवा रहे हैं जिसका संगीत पंचम ने तैयार किया है। इसे परदे पर जीनत अमान और अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया है। साल के बारह महीने क्या क्या होता है इस गीत में बतला दिया गया है।
03-TU MAIIKE MATT JAEEYO CD MISC-20220501 TRACK#03 6:12
PUKAR-1983; AMITABH BACHCHAN; R. D. BURMAN; GULSHAN BAWRA
https://www.youtube.com/watch?v=XrKpx_LymPc
आ जा पिया तोहे प्यार-बहारों के सपने १९६७
आज सुनते हैं एक 55 साल पुरानी फिल्म BAHARON KE SAPNE से एक मधुर गीत। श्वेत श्याम के युग के अंतिम चरण में बनी हुई एक फिल्म है और राजेश खन्ना के कैरियर की प्रथम कुछ फिल्मों में से एक जिसमें उनकी नायिका आशा पारेख हैं।
04-AAJA PIYA TOHE PYAR DOON CD MISC-20220501 TRACK#04 4:20
BAHARON KE SAPNE-1967; LATA MANGESHKAR; R. D. BURMAN; MAJROOH SULTANPURI
https://www.youtube.com/watch?v=wIXCWgjtbmA
बाग़ों में बहार है-आराधना १९६९
अगला गीत पेश है फिल्म आराधना से। आनंद बक्षी ने प्रश्नोत्तर तैयार किये हैं और सचिन देव बर्मन ने इसे लय में गाने के बहाने। लता और रफ़ी इसे गा रहे हैं। परदे पर राजेश खन्ना और फ़रीदा जलाल की जोड़ी इस पर होंठ हिला रही है। गीत में शुरू में कुछ डायलोग भी शामिल हैं जो गीत को रोचक बनाते हैं और निरंतरता प्रदान करते हैं। इसकी कुछ श्रेणियाँ बन सकती हैं जो इस प्रकार हैं- प्रश्नोत्तर, बाग में बहार, डायलोग वाले गीत इत्यादि। काफी लोकप्रिय गीत है ये और आज भी प्रेमी इसे सुन कर खुशी से उछलते कूदते हैं।
05-BAAGON MEIN BAHAR HAI CD MISC-20220501 TRACK#05 4:12
ARADHANA-1969; LATA MANGESHKAR, MOHAMMAD RAFI; S. D. BURMAN; ANAND BAKSHI
https://www.youtube.com/watch?v=flzChjE_62w
नए ज़माने की फिल्म से एक आशावादी गीत सुनते हैं। ये है फिल्म इकबाल से जिसे के के, सलीम मर्चंट, डोमिनिक और क्लिंटन सेरेजो ने गाया है। गीत लिखा है इरफ़ान सिद्दीकी ने और इसे संगीत में बाँधा है सलीम सुलेमान ने।
06-AASHAAYEIN CD MISC-20220501 TRACK#06 4:21
IQBAL-2006; K. K., SALIM MERCHANT, DOMINIQUE, CLINTON CEREJO; SALIM-SULAIMAN; IRFAN SIDDIQUI
https://www.youtube.com/watch?v=RdBXQlY7FsE
97-ANTMEIN-SIGNOFF – 1:58
BACKGROUND MUSIC: INSTRUMENTAL- JUGALBANDHI – USTAD ZAKIR HUSSAIN (TABLA), RAKESH CHAURASIYA (FLUTE)
----------------------------------------------------------अंत मे छोटी सी बात ‘An Indian Morning’ की तरफसे:
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“The entrepreneur is essentially a visualizer and an actualizer. He can visualize something, and when he visualizes it he sees exactly how to make it happen.”
-Robert L. Schwartz
“उद्यमी अनिवार्य रूप से कल्पनाशील और कार्यान्वित करने वाला होता है। वह कुछ कल्पना कर सकता है, तो जब वह कल्पना करता है तो यह भी साफ देख पाता है कि उसका कार्यान्वयन कैसे हो सकता है।”
-रॉबर्ट एल श्वार्ज़
----------------------------------------------------------हमारा आपके साथ आज यहीं तक का सफर था. तो चलिए आपसे अब हम विदा लेते है. अगली मुलाकात तक खुश रहिये, स्वस्थ रहिये और हाँ An Indian Morning पर हमसे मिलते रहिये. हंसते रहिये, क्योंकि हंसना निशुल्क है और एक सुलभ दवा है।
Well, that's all the time we have with you today! We thank you and hope you have enjoyed our company on this Indian Morning! Please join us next Sunday from 10:00 AM till 11:30 AM for another edition (#2464) of “An Indian Morning. ‘Seeking the Spirit of India’ through sounds, stories, music & songs with Dr. Harsha Dehejia and Rakesh Misra, I am Kishore Sampat wishing you a wonderful week ahead!
STAY safe STOP the spread SAVE lives!
STAY TUNED FOR
“MUSIC FROM THE GLEN”
आपका आज का दिन और आने वाला सप्ताह शुभ हो, नमस्कार!
98-SPONSORS-RINAG-VAISHALI’S 2:28
THE END समाप्त
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