An Indian Morning
Sunday July 25th, 2021 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
An Indian Morning, celebrating and seeking the spirit of India thru sounds, stories, music & songs.
Namaste!
For us in India, birds are messengers of speed thoughts and to them we entrust our deepest feelings.
For us, the Rajhans is the divine bird that flies northwards towards Kailasha in search of Shiva; the Chakrawaka flies on the banks of the Ganga looking for its mate; the Chakore weights and only drinks moonbeams in the Chaitra Nakashtra; the Parrot learns the words of the Nayika and carries it to her beloved.
This Sunday morning through the radio waves of CKCU 93.1 FM, we welcome you with the sounds of birds.
A-DR DEHEJIA’S MISC-20210725 29:00
01-RADHA KRISHNA STORY
02-WORDS OF NANA PATEKAR
03-KASI KE BASAIYA; GANGA STUTI; LATE RAJAN MISHRA
04-NON-STOP INDIA; SHANKAR MAHADEVAN
05-URBS PRIME, MUMBAIKAR; AMEEN SAYANI
06-MONE PHORE AAJ SHAY KONE JANOMAY; REBA SHOME; KAZI NAZRUL ISLAM
B-ANNOUNCEMENTS MISC-20210725 12:12
BACKGROUND MUSIC; SITAR; RAG KHAMAJ; BUDHADITYA MUKHERJEE
आप सभी को किशोर सम्पट का प्यार भरा नमस्कार
आज 25 जुलाई रविवार का दिन है, आप की ज़िन्दगी का एक और नया दिन। आज का दिन शुभ और मंगल मई हो।
01-BOL BUM BOL BUM BOLE JA KISMAT APNI KHOLE JA CD MISC-20210725 TRACK#01 4:57
SUR SAURABH-2020; SAURABH-MADHUKAR; SHRI SUNIL GUPTA (SONUJI)
https://www.youtube.com/watch?v=Rrmg_9NM8vU
एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यवाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए।
हमारे मन की खुशियों का महीना है - सावन । जब मन झूम-झूमकर जाता है, तो सावन आता है। सावन के झूले, कैसे कोई भूले? कहा जाता है कि बरसते सावन में झूलने से शरीर को जो ऊर्जा प्राप्त होती है, वह वर्षपर्यंत शरीर को निरोगी बनाए रखने में सहायक होती है।
सावन का स्वागत करते हैं एक गीत से …..
02-SAWAN KA MAHINA PAWAN KARE SOR CD MISC-20210725 TRACK#02 5:31
MILAN-1967; MUKESH, LATA MANGESHKAR; LAXMIKANT-PYARELAL; ANAND BAKSHI
https://www.youtube.com/watch?v=aUNx5YQuX-Y
Next song, from the 1960 Bimal Roy movie Parakh, which had a satirical story written by music director Salil Chowdhury, has an exactly opposite emotion about Sawan: that is, longing for one’s love.
And to help express these feelings appropriately, Salil da selected Raag Khamaj, a late evening raaga of Khamaj Thaat, and of romantic character. The Taal he used was Kaherava.
This composition was thought of by Salil da when his car was caught in a sudden downpour and he heard the swishing of his car wipers. Indeed, this song’s rhythm comes closest to the feel of the pitter-patter of rain, especially in the antaras; eg, “Aise rimjhim mein ho sajan, pyaase pyaase mere nayan, tere hi khwaab mein kho gaye…”
ऐसे रिमझिम में हो साजन, प्यासे प्यासे मेरे नयन, तेरे ही ख्वाब में खो गए… ”
03-O SAJNA BARKHA BAHAR AAYI CD MISC-20210725 TRACK#03 3:15
PARAKH-; LATA MANGESHKAR; SALIL CHOWDHARY; SHAILENDRA
https://www.youtube.com/watch?v=5a7l2UzZ654
तो पेश-ए-ख़िदमत है नगमों, नज़्मों, ग़ज़लों और क़व्वालियों की एक अदबी महफ़िल, कहकशाँ। आज पेश है पंकज उधास की आवाज़ में एक ग़ज़ल, जिसमें वो सावन के सुहाने मौसम में इक नार मिली बादल जैसी की बातें बता रहे हैं।
सावन के सुहाने मौसम में इक नार मिली बादल जैसी,
बे-पंख उड़ाने लेती है, जो अपने ही आँचल जैसी !
लाया है बना कर उसको दुल्हन, ये जोबन, ये अलबेलापन,
इस उम्र में सर से पाव तक लगती है ताजमहल जैसी !
चहरे पे सजे आईने है, या दो बेदाग नगीने है,
किस झील से आई है धुल कर ये आँखे नीलकमल जैसी !
जो देखे उसे वह खो जाये, खो जाये तो शायर हो जाये,
उसका अंदाज है गीतों-सा, उसकी आवाज गज़ल जैसी !
वह ऐसे कतील अब याद आये, सपना जैसे कोई दुहराए,
मै आज भी उसको चाहता हू, पर बात कहाँ वह कल कैसी !- कतील शिफाई
04-SAWAN KE SUHANE MAUSAM MEIN CD MISC-20210725 TRACK#03 7:27
ISHQ NACHAYE-1986; PANKAJ UDHAS; QATIL SHIFAAI
https://www.youtube.com/watch?v=g318jkKtL9c
तो पेश-ए-ख़िदमत है नगमों, नज़्मों, ग़ज़लों और क़व्वालियों की एक अदबी महफ़िल, कहकशाँ में एक क़व्वालि मोहम्मद रफी और मीनू पुरुषोत्तम की अनसुनी कव्वाली। अदाएं तिर हैं आशिक का दिल निशाना है, रिलीज नहीं हुई फिल्म वो सुबह कभी तो आएगी से ।
05-ADAAYEN TEER HAIN CD MISC-20210725 TRACK#05 8:18
WHO SUBAH KABHI TO AAYEGI-1986; MOHAMMAD RAFI, MINOO PURSHOTAM; RAVI; SHAKEELA BAANO BHOPALI
https://www.youtube.com/watch?v=wdLkhD-breQ
If Mumbai is a city, Bombay is an emotion, then Bambai is...?
Well, check it out yourself now!
#BambaiMainKaBa song!
A collaboration between two old friends, actor Manoj Bajpayee and director Anubhav Sinha has resulted in this foot-tapping Bhojpuri Rap that you don't want to miss!
What is it about Bombay?
English Lyrics -
So what is it?
What is it?
Just what is it about this Bombay?
What is it about Bombay
That I slumber in a carrier
When back home I have more than a mere acre
What is it about Bombay?
That I must live my life in this loop
Of oil and salt and shampoo
My palms I dip in the earth
And my heart, it turns all green
Oh my soul it’s still back there
In that hot meal of my dream
Oh what is about Bombay?
So what is it?
How I wish I’d spend my days
Amidst my farms and orchards, my yard
But here I am yoked to ways helpless and hard
So what is it ......
Here I am
A security sentry
Doubling up on duty
Each day I waste and fray
Like a wicker lamp that burns away
Oh who must have such will to bear
The biting of mosquitoes
Who would want oh tell me
To be rent by nerves, oh who does
Between village and town of mine
I lie a bit bewildered
To feed two tummies no more
To Bombay I have wandered
So what is it....
Just what is it ....
Milk and ghee and butter sugar candy
It’s what’s plenty back there
But here one must make do
With snack and bread, what else’s there?
But work there isn’t where I come from
And no jobs to be had
Look how they herd and drive us
Like sheep and goat, it’s bad
If only there was an earning
Would’ve made my home my heaven
Why ever leave if that place rocked
To arrive here and then get knocked
So what is it......
And who’s here to share this grief
And this helplessness, what a life!
A year it’s been, a year
Away from the darling wife
And who is it that’s dumped us
In the grip of these compulsions
That even my chit of a darling girl
I can’t under-arm mine clasp and whirl
The elders, mai and babu
The pond and dale all lost
Who shall I open unto this heart
That lies all broken upon itself, what a cost?
So what is it .....
Blade and knife and rake and plough
There’s also pick and axe
And a length of home, a brood of keepers
I too have a kingdom, let me wax
Scrapers tall that these hands built
They all go kissing the sky
Here I am under this shanty roof
And it leaks, oh my my
Oh come and see you city lads
What a stampede all this is
Our lives, they are trussed and pressed
Come see what a hen coop this is
So what it is...
We toiled and toiled us two
We rolled the soil us two
And on a leg we stood
A month of rain, us two
But a tuppence that didn’t earn
For all the labour, all the toil
And for little things we yet yearn
The ways of the bit city
I pray I can’t divine
All the time they snap and scold
But tell not what fault it is of mine
So what is it.....
Those hands that hold the rules and law
Those hands they drip of blood
Those hands, those hands
Those hands are hands of flaw
Oh reckon among such folks
The gulfs that exist
Between the high and the low
Little the Constitution can even do
But to scrape and bow
Better that life
Lived close to daughter and to son
There’s neither a fair school close
Nor a hospital for a dose
So what is it.....
Hindi Lyrics:
बम्बई में का बा
इहवाँ का बा
ना त बम्बई में का बा
इहवाँ का बा..
दू बिगहा में घर बा लेकिन
सुतल बानी टेम्पू में
जिनगी ई अझुराईल बाटे
नून तेल और शैम्पू में
मनवा हरियर लागे भइया
हाथ लगौते माटी में
जियरा अजुओ अटकल बाटे
घर में चोखा बाटी में
का बा.. इहवाँ..
जिनगी हम ता जिये चाहीं
खेत बगइचा बारी में
छोड़ छाड़ सब आयल बानी
हम इहवाँ लाचारी में
कहाँ? ना त बम्बई में का बा..
इहवाँ.. का बा..
ना त बम्बई में का बा..
बन के हम सिक्यरिटी वाला
डबल द्युटिया खटल तानी
ढिबरी के बाती के जइसे
रोज़ रोज़ हम घटत तानी
केकरा एतना सौख बाटे
मच्छर से कटवावे के
के चाहेला ऐ तरह
अपने के नरवासाहे के
का बा.. इहवाँ.. का बा..
गाँव शहर के बिचवा में हम
गजबय कन्फुजीआईल बानी
दू जून के रोटी ख़ातिर
Bombay में हम आईल बानी
ना त बम्बई में का बा
इहवाँ.. का बा..
हेलो.. हेलो’ ऐ सुनाता
ऐ कहाँ बाड़ू
ना’ होली में’ होली में’ आवा तानी
ठीक बा’
घी दूध और माठा मिसरी
मिलेला हमारा गाँव में
लेकिन इहाँ काम चलत बा
खाली भजिया पावय में
खाबा का
काम काज ना गांव में बाटय
मिळत नाही नौकरिया हो
देखा कइसे हाकत बाड़ें
जइसे भेड़ बकरिया हो
ना त बम्बई में का बा
इहवाँ.. का बा..
धत्त साला’. हटा
काम धाम रोजगार मिलय ता
गउएँ सड़क बनैति जाय
जिला जवाडी छोड़ के इहवाँ
ठोकर काहे खईति जाये
ना त बम्बई में का बा
इहवाँ.. का बा..
केसे केहू दुखवा बाटय
हम केतना मजबूर हईं
लड़ीका पड़ीका मेहरारू से
एक बरस से दूर हईं
के छोड़ेला बा ऐ तरह
अब हमहन के लाचारी में
अपना छोटकी बुचिया के हम
भर ना सकी अकवारी में
ऐ बॉबी.. आउ ना ‘ गोदिया में आउ ना
अरे इहाँ सुत ना
गोदिया में सुत जो
हा हा हा
बूढ़ पुरनिया माई बाबू
ताल तलइया छूट गईल
केकरा से देखवाई मनवा
भीतरे भीतर टूट गईल
ना त बम्बई में का बा
इहवाँ.. का बा..
हसुआ और ई खाँची फरुआ
बड़की चोंख कुदार उहाँ
लमहर चाकर घर दू तलिया
हमरो है सरकार वहां
हमरे हाथ बनावे बिल्डिंग
आसमान के छुअत बे
हम ता झोपड़पट्टी वाला
हमरय खोली चुअत बे
का बा.. इहवाँ’
आ के देखा शहरिया बबुआ
का भेड़िया धसान लगे
मुर्गी के दरबा में जइसन
फसल सबय के जान लगय
ना त बम्बई में का बा
इहवाँ.. का बा..
एतना मुअला जियला पर भी
फूटल कौड़ी मिलत ना
लौना लकड़ी खर्ची बरछी
घर के कमवा जुरत ना
महानगर के तौर तरीका
समझ में हमरा आवे ना
घड़ी घड़ी पे डाटय लोगवा
ढंग से केहू बतावे ना
ना त बम्बई में का बा
इहवाँ.. का बा..
जबरा के हथवा में भइया
नियम और कानून उहाँ
छोट छोट बतियन पे उ
कई देलस ख़ून उहाँ
ऐ समाज देखा केतना ऊंच नीच का भेद हवे
उनका ख़ातिर संविधान में ना कोई अनुच्छेद हवे
इहवाँ.. का बा..
ना त बम्बई में का बा
बेटा बेटी लेके गावं में जिंदगी जिए मोहाल हवे
ना नीमन स्कूल कहीं बा ना नीमन अस्पताल हवे
ना त बम्बई में का बा
इहवाँ.. का बा..
ना त बम्बई में का बा
जुलम होत बा हमरी सगवां केतना अब बरदास करी
देस के बड़का हाकिम लोग पर अब कइसे विसवास करीं
हम ता भुइयां लेकिन तोहरा बहुत ऊंच सिंघासन बा
सब जानय ला केकरा चलते ना घरवा में रासन बा
इहवाँ.. का बा..
हे साहेब लोग’
हे हाकिम लोग
हमरो कुछ सुनवाई बा
गांव में रोगिया मरत बाड़ें
मिळत नहीं दवाई बा
बम्बई में का बा
इहवाँ.. का बा..
ना त बम्बई में का बा
इहवाँ.. का बा..
चला बाबू बड़ा लम्बा रास्ता बा
जब ले जान रही गोड़ चलत रही बाबू
चला’ कंधा पे ले एकरा के
चल ना.. बानी नु हम
अरे कुछ ना पंद्रह सौ KM कहा ता लोग
अरे चल जाई आदमी
आँ’ चल जाई आदमी
चल जाई ‘ चल जाई
अरे बस भोले नाथ के नाम ला
चल बम
बोल बम बोल बम..
06-MUMBAI MEIN KA BA CD MISC-20210725 TRACK#06 6:13
T-SERIES-2020; MANOJ BAJPAYEE; ANURAG SAIKIA; DR. SAGAR, SANKARSHAN THAKUR
https://www.youtube.com/watch?v=MKQlxa50GOE
We bring you #DhagaDhaga, a #ZeeMusicOriginals song, sung by Aakanksha Sharma & Souvik Ganguly, lyrics by Avinash Kumar
07-DHAGA DHAGACD MISC-20210725 TRACK#07 4:06
ZEE MUSIC ORIGINALS-2018; AAKANKSHA SHARMA, SOUVIK GANGULY; ASHISH-VIJAY; AVINASH KUMAR
https://www.youtube.com/watch?v=6pc-knD_jAo
97-ANTMEIN-SIGNOFF – 2:05
BACKGROUND MUSIC: VIOLIN; SAWAN KE MAHINE MEIN EK AAG SI; SHARABI-1964; DR. CHANDRA MOHAN VERMA
https://www.youtube.com/watch?v=t4zMTvpVGRg
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अंत मे छोटी सी बात ‘An Indian Morning’ की तरफसे:
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“There is something that is much more scarce, something more far, something rarer than ability. It is the ability to recognize ability.”
-E. Hubbard
“प्रतिभा से भी अति अल्प, अति दूर और दुर्लभ एक चीज़ होती है और वह है प्रतिभा को पहचानने की योग्यता।”
-ई. हब्बार्ड
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हमारा आपके साथ आज यहीं तक का सफर था. तो चलिए आपसे अब हम विदा लेते है. अगली मुलाकात तक खुश रहिये, स्वस्थ रहिये और हाँ An Indian Morning पर हमसे मिलते रहिये. हंसते रहिये, क्योंकि हंसना निशुल्क है और एक सुलभ दवा है।
Well, that's all the time we have with you today! We thank you and hope you have enjoyed our company on this Indian Morning! Please join us next Sunday from 10:00 AM till 11:30 AM for another edition (#2424) of “An Indian Morning. ‘Seeking the Spirit of India’ through sounds, stories, music & songs with Dr. Harsha Dehejia and Rakesh Misra, I am Kishore Sampat wishing you a wonderful week ahead!
STAY safe STOP the spread SAVE lives!
STAY TUNED FOR
“MUSIC FROM THE GLEN”
आपका आज का दिन और आने वाला सप्ताह शुभ हो, नमस्कार!
THE END समाप्त
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