An Indian Morning
Sunday May 14th, 2017 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
The first 30 minutes of the program features classical, religious as well as regional and popular music. The second one hour features community announcements and ear pleasing music from old/new & popular Indian films.
An Indian Morning celebrates not only the music of India but equally its various arts and artisans, poets and potters, kings and patriots. The ethos of the program is summarized by its signature closing line, "Seeking the spirit of India, Jai Hind".
01-Happy Mother’s Day CD MISC-20170514 Track#01 0:53
MOTHER’S DAY SPECIAL; MUKUL HINDI SCHOOL
02-Meri Duniya Hai Maa Tere Aanchal Mein CD MISC-20170514 Track#02 2:39
TALASH-1969; Sachin Dev Burman; S.D.Burman; Majrooh Sultanpuri
https://www.youtube.com/watch?v=_A5geimdI8E
एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यवाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए
Happy Mother’s Day! मातृत्व दिन अभिनंदन।
यूँ तो यह माना जाता है कि कवि किसी भी विषय पर लिख सकता है, अपने भाव व्यक्त कर सकता है और अमूमन ऎसा होता भी है। लेकिन दुनिया में अकेली एक ऎसी चीज है जिसे आज तक कोई भी शब्दों में बाँध नहीं सका है। और उस शय का नाम है "माँ"। माँ....जो बच्चे के मुख से निकला पहला शब्द होता है और शायद अंतिम भी, माँ जो हर रोज सुबह को जगाती है और शाम को चादर दे सुला देती है, माँ जो हर कुछ में है लेकिन ऎसा व्यक्त करती है मानो कुछ में भी न हो। माँ.......जो पिता का संबल है, बेटे की जिद्द है और बेटी की रीढ है ... माँ जो निराशा में आशा की एक किरण है, चोट में मलहम है, धूप में गीली मिट्टी है और ठण्ड में हल्की सी धूप है, माँ .....जो और कुछ नहीं, बस माँ है... बस माँ!!
03- O Maa Meri Maa Pyaari Maa - Mammaa CD MISC-20170514 Track#03 3:32
DASVIDANIYA-2008; Kailash Kher
https://www.youtube.com/watch?v=uAdfBo98kJA
“An Indian Morning” के सभी दोस्तों को हमारा सलाम! विनोद खन्ना हमारे बीच नहीं रहे। सोशल मीडिया पर कुछ हफ्ते पहले उनकी बीमारी की हालत में ली गयी तस्वीर उनके चाहने वालों को गहरा धक्का दे गयी थी। लोगों के मन में हमेशा उनके बाँके छबीले नौजवान हीरो की छवि तैरती रही भले ही उन्होंने उम्र के इस पड़ाव में चरित्र अभिनेता का चोला पहन लिया था। उन पर फिल्माए कुछ गीत हमेशा किसी ना किसी वज़ह से मुझे याद रहे। आज उन्हीं चंद गीतों के माध्यम से उनसे जुड़ी अपनी स्मृतियाँ ताजा करना चाहता हूँ।
विनोद खन्ना की फिल्मों की बात करूँ तो बचपन में मैंने मुकद्दर का सिकंदर, अमर अकबर एंथोनी और कुर्बानी देखी थी। यानि तब तक विलेन से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले विनोद देश के चहेते हीरो बन चुके थे।
उस दौर में जब अमिताभ, धर्मेंद्र, जीतेंद्र, शत्रुघ्न व संजीव कुमार जैसे नायकों का बोलबाला था, आकर्षक कद काठी पर मीठी सी मुस्कुराहट लिए विनोद बिल्कुल अलग से दिखते थे। मुकद्दर का सिकंदर और अमर अकबर एंथोनी में तो अमिताभ इस क़दर छाए रहे कि विनोद का किरदार मेरी स्मृतियों में स्थायी रूप ना ले सका। पर कुर्बानी में फिरोज खान के साथ उनका रोल खासा लोकप्रिय हुआ। कुबुक कुबुक और तुझपे कुरबाँ मेरी जान से ज्यादा जो गीत लंबे समय तक यादों में शामिल रहा वो था जीनत अमान के साथ विनोद खन्ना पर फिल्माया नग्मा।
जिसके बोल कुछ यूँ थे हम तुम्हें चाहते हैं ऐसे मरने वाला कोई ज़िंदगी चाहता हो जैसे.. अगर आपने इसे सुना भी हो तो मनहर उधास की आवाज़ में इसे फिर सुन लीजिए..
04-Hum Tumhe Chahte Hai Aise CD MISC-20170514 Track#04 5:02
QURBANI-1980; Manhar Udhas; Kalyanji-Anandji; Indeevar
https://www.youtube.com/watch?v=jH2_T9_21gU
विनोद खन्ना के कैरियर के इस दौर में बहुत सारी फिल्में हिट हुयीं पर उनमें ज़्यादातर में एक से ज्यादा हीरो थे। ये वो दौर था जब उन्हें उतनी सही कहानियाँ नहीं मिल पायीं जिसके वो हक़दार थे। फिर भी गुलज़ार ने उन्हें जो मौके मेरे अपने (1971), अचानक (1973) और मीरा (1979) में दिए, उसके साथ उन्होंने पूरा न्याय किया। फिल्म मेरे अपने में किशोर दा का गाया गीत जिसे विनोद जी ने अभिनीत किया था, बरसों मेरे एकाकी दिनों का साथी रहा ।
कोई होता जिसको अपना
हम अपना कह लेते यारों
पास नहीं तो दूर भी होता
लेकिन कोई मेरा अपना
05-Koi Hota Jisko Apna CD MISC-20170514 Track#05 5:02
MERE APNE-1971; Kishore Kumar; Salil Chaudhary; Gulzar
https://www.youtube.com/watch?v=DNZ8d0eBNJo
अपने कैरियर के चढ़ाव पर ओशो की शरण में संन्यास लेकर विनोद खन्ना ने अपने प्रशंसकों को चौंका दिया था। मैं भी ओशो से खास प्रभावित था । इसलिए अख़बार में जब भी विनोद के संन्यासी जीवन की ख़बरें आतीं मैं उन्हें चाव से पढ़ता।अमेरिका जाने के पहले उन्होंने गुलज़ार की फिल्म मीरा की थी। गुलज़ार से वो तब कहा करते थे कि मेरा तो मन मीरा का किरदार निभाने को करता है क्यूँकि मैं उसकी भक्ति को अपने भगवान से जोड़ कर देख सकता हूँ। ये उनकी अगाध श्रद्धा का ही परिचायक था कि उन्होंने ओशो के आश्रम में माली से लेकर टॉयलट साफ करने तक के काम किए। वो वापस क्यूँ लौटे ये तो कहना मुश्किल है। क्या गुरु से उनका मोह भंग हुआ या फिर आर्थिक परेशानियाँ इस पर तो अब क़यास ही लगाए जा सकते हैं।
पाँच साल के इस लंबे इंटरवल के बाद फिर बतौर नायक फिल्मों में आने लगे। 1989 में उन्होंने ॠषि कपूर व श्रीदेवी के साथ फिल्म चाँदनी में एक प्यारा सा किरदार निभाया और उन पर फिल्माया ये नग्मा बरसों बेवज़ह आँखें नम करता रहा। बारिश की छनछनाहट के बीच सुरेश वाडकर की डूबती आवाज़..मन तब गुम हो जाता था इस गीत में।
लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है, वही आग सीने में फिर जल पड़ी है
06-Lagi Aaj Sawan Ki Phir Wo Jadi Hai CD MISC-20170514 Track#06 5:02
CHANDNI-1989; Suresh Wadkar; Shiv-Hari; Anand Bakshi
https://www.youtube.com/watch?v=qrNbG2W6IRE
अपनी दूसरी पारी में गुलज़ार निर्देशित सिर्फ एक फिल्म की वो थी लेकिन। उस दौर के अभिनेताओं में संजीव कुमार मेरी पहली पसंद थे। देखने वाली बात है कि गुलज़ार ने संजीव कुमार के साथ तो काफी काम किया ही, विनोद को भी कम मौके नहीं दिये। विनोद खन्ना में अपने अन्तर्मन को तलाश करने का जो भाव रहा उसे गुलज़ार ने बारहा टटोलने की कोशिश की। गुलज़ार ने विनोद के अभिनय का वो स्वरूप उभारा जिनसे उनके चाहने वाले अनजान ही रहे हैं। फिल्म लेकिन में ही एक गीत था सुरमयी शाम इस तरह आए साँस लेते हैं जिस तरह साए। सुरेश वाडकर का गाया गीत मेरे लिए खास रहा है । आज विनोद जी की यादों में इस गीत को भी शामिल कीजिएगा।
कोई आहट नहीं बदन की कोई
फिर भी लगता है तू यहीं हैं कहीं
वक़्त जाता सुनाई देता है
तेरा साया दिखाई देता है
जैसे खुशबू नज़र से छू जाए
साँस लेते हैं जिस तरह साए
07-Surmai Shaam Is Tarah Aaye CD MISC-20170514 Track#07 5:33
LEKIN-1991; Suresh Wadkar; Hridaynath Mangeshkar; Gulzar
https://www.youtube.com/watch?v=ADHapMuxZik
जगजीत की आवाज़ और गुलज़ार के बोलों के साथ सिनेमा के रुपहले पर्दे पर विनोद खन्ना 2002 में फिल्म लीला में नज़र आए । इस फिल्म के तमाम नग्मे शानदार थे पर 27 अप्रैल को अचानक उनके चले जाने से उस गीत की ये पंक्तियाँ बार बार मन को गीला कर रही थीं..
जाग के काटी सारी रैना
नैनों में कल ओस गिरी थी
क्या पता था कि उनका हँसता मुस्कुराता चेहरा यूँ अचानक ही दृष्टिपटल से ओझल हो जाएगा।
बिंदास, खुशमिजाज़, दोस्तों की कद्र और हमेशा मदद करने वाले विनोद खन्ना को ये दुनिया एक छैल छबीले हीरो के रूप में हमेशा याद रखेगी। विनोद खन्ना से जुड़ी आपकी भी कुछ व्यक्तिगत यादे हैं तो जरूर बाँटें..
08-Jaag Ke Kaati Sari Raina CD MISC-20170514 Track#08 5:06
LEELA-2002; Jagjit Singh; Jagjit Singh; Gulzar
https://www.youtube.com/watch?v=lUWdgxyYNg8
मिट्टी पे दूब-सी, कुहे में धूप-सी,
माँ की जाँ है, रातों में रोशनी,
ख्वाबों में चाशनी, माँ तो माँ है,
चढती संझा, चुल्हे की धाह है,
उठती सुबह,फूर्त्ति की थाह है।
माँ...खुद में हीं बेपनाह है । ....ऎसी मेरी , उनकी, आपकी, हम सबकी माँ है।
09-Ae Maa Teri Surat Se Alag Bhagwan Ki Murat Kya Hogi CD MISC-20170514 Track#09 4:12
DADI MAA-1966; Manna Dey, Mahendra Kapoor; Roshan; Majrooh Sultanpuri
https://www.youtube.com/watch?v=MLh5PqDYEuw
10-Naani Maa (Lori) CD MISC-20160508 Track#08 5:53
MOKSHA-2001; Dominique; Rajesh Roshan; Javed Akhtar
https://www.youtube.com/watch?v=CAbTfk1syzk
THE END समाप्त
Happy Mother’s Day MUKUL HINDI SCHOOL - MOTHER’S DAY SPECIAL |
Meri Duniya Hai Maa Tere Aanchal Mein Sachin Dev Burman; S.D.Burman; Majrooh Sultanpuri - TALASH-1969 |
O Maa Meri Maa Pyaari Maa - Mammaa Meri Duniya Hai Maa Tere Aanchal Mein - DASVIDANIYA-2008 |
Hum Tumhe Chahte Hai Aise Manhar Udhas; Kalyanji-Anandji; Indeevar - QURBANI-1980 |
Koi Hota Jisko Apna Kishore Kumar; Salil Chaudhary; Gulzar - MERE APNE-1971 |
Lagi Aaj Sawan Ki Phir Wo Jadi Hai Suresh Wadkar; Shiv-Hari; Anand Bakshi - CHANDNI-1989 |
Surmai Shaam Is Tarah Aaye Suresh Wadkar; Hridaynath Mangeshkar; Gulzar - LEKIN-1991 |
Jaag Ke Kaati Sari Raina Jagjit Singh; Jagjit Singh; Gulzar - LEELA-2002 |
Ae Maa Teri Surat Se Alag Bhagwan Ki Murat Kya Hogi Manna Dey, Mahendra Kapoor; Roshan; Majrooh Sultanpuri - DADI MAA-1966 |
Naani Maa (Lori) Dominique; Rajesh Roshan; Javed Akhtar - MOKSHA-2001 |