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An Indian Morning
Sunday May 8th, 2016 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
Devotional, Classical, Ghazals, Folklore, Old/New Popular Film/Non-Film Songs, Community Announcements and more...

Celebrating not only the "Music of India", but equally so its varied rich art, artisans, culture and people and keeping the "SPIRIT OF INDIA" alive. 01-Meri Duniya Hai Maa Tere Aanchal Mein CD MISC-20160508 Track#01 3:37 TALASH-1969; Sachin Dev Burman; S.D.Burman; Majrooh Sultanpuri एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यवाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए Happy Mother’s Day! मातृत्व दिन अभिनंदन। यूँ तो यह माना जाता है कि कवि किसी भी विषय पर लिख सकता है, अपने भाव व्यक्त कर सकता है और अमूमन ऎसा होता भी है। लेकिन दुनिया में अकेली एक ऎसी चीज है जिसे आज तक कोई भी शब्दों में बाँध नहीं सका है। और उस शय का नाम है "माँ"। माँ....जो बच्चे के मुख से निकला पहला शब्द होता है और शायद अंतिम भी, माँ जो हर रोज सुबह को जगाती है और शाम को चादर दे सुला देती है, माँ जो हर कुछ में है लेकिन ऎसा व्यक्त करती है मानो कुछ में भी न हो। माँ.......जो पिता का संबल है, बेटे की जिद्द है और बेटी की रीढ है ... माँ जो निराशा में आशा की एक किरण है, चोट में मलहम है, धूप में गीली मिट्टी है और ठण्ड में हल्की सी धूप है, माँ .....जो और कुछ नहीं, बस माँ है... बस माँ!! 02-Happy Mother’s Day CD MISC-20160508 Track#02 0:53 MUKUL HINDI SCHOOL 03-Mumma CD MISC-20160508 Track#03 4:29 DASVIDANIYA-2008; Kailash Kher मिट्टी पे दूब-सी, कुहे में धूप-सी, माँ की जाँ है, रातों में रोशनी, ख्वाबों में चाशनी, माँ तो माँ है, चढती संझा, चुल्हे की धाह है, उठती सुबह,फूर्त्ति की थाह है। माँ...खुद में हीं बेपनाह है । ....ऎसी मेरी , उनकी, आपकी, हम सबकी माँ है। 04-Rab Kehn Nalo Pehle Maa Kehna Sikhiya CD MISC-20160508 Track#04 12:08 RAHAT FATEH ALI KHAN “An Indian Morning” के सभी दोस्तों को हमारा सलाम! दोस्तों, शेर-ओ-शायरी, नज़्मों, नगमों, ग़ज़लों, क़व्वालियों की रवायत सदियों की है। हर दौर में शायरों ने, गुलुकारों ने, क़व्वालों ने इस अदबी रवायत को बरकरार रखने की पूरी कोशिशें की हैं। और यही वजह है कि आज हमारे पास एक बेश-कीमती ख़ज़ाना है इन सुरीले फ़नकारों के फ़न का। यह वह कहकशाँ है जिसके सितारों की चमक कभी फ़ीकी नहीं पड़ती और ता-उम्र इनकी रोशनी इस दुनिया के लोगों के दिल-ओ-दिमाग़ को सुकून पहुँचाती चली आ रही है। पर वक्त की रफ़्तार के साथ बहुत से ऐसे नगीने मिट्टी-तले दब जाते हैं। बेशक़ उनका हक़ बनता है कि हम उन्हें जानें, पहचानें और हमारा भी हक़ बनता है कि हम उन नगीनों से नावाकिफ़ नहीं रहें। बस इसी फ़ायदे के लिए इस ख़ज़ाने में से हम चुन कर लाएँगे आपके लिए कुछ कीमती नगीने हर हफ़्ते और बताएँगे कुछ दिलचस्प बातें इन फ़नकारों के बारे में। तो पेश-ए-ख़िदमत है नगमों, नज़्मों, ग़ज़लों और क़व्वालियों की एक अदबी महफ़िल, कहकशाँ। आज पेश है जुदाई के रंग में सराबोर दो रचनाएँ, पहली नुसरत फ़तेह अली ख़ाँ की आवाज़ में और दूसरी मोहम्मद रफ़ी साहब की आवाज़ में। अब तो आजा कि आँखें उदास बैठी हैं, भूलकर होश-औ-गुमां बदहवास बैठी हैं। इश्क़ की कशिश ही ऐसी है कि साजन सामने हो तो भी कुछ न सूझे और दूर जाए तब भी कुछ न सूझे। इश्क़ की तड़प ही ऐसी है कि साजन आँखों में हो तो दिल को सुकूं न मिले और दिल में हो तो आँखों में कुछ चुभता-सा लगे। रूह तब तक मोहब्बत के रंग में नहीं रंगता जब तक पोर-पोर में साजन की आमद न हो। लेकिन अगर दिल की रहबर "आँखें" ही साजन के दरश को प्यासी हों तो बिन मौसम सावन न बरसे तो और क्या हो। यकीं मानिए सावन बारहा मज़े नहीं देता : आँखों से अम्ल बरसे जो दफ़-अतन कभी, छिल जाए गीली धरती, खुशियाँ जलें सभी। बाबा नुसरत ने कुछ ऐसे हीअ भावों को अपने मखमली आवाज़ से सराबोर किया है। "बैंडिट क्वीन" से यह पंजाबी गीत आप सबके सामने पेशे खिदमत है। 05-Ankhiyaanu Chain Naa Aave CD MISC-20160508 Track#05 6:40 BANDIT QUEEN; Nusrat Fateh Ali Khan मिर्जा असदुल्लाह ख़ाँ "ग़ालिब" ने कहा है- "मत पूछ कि क्या हाल है मेरा तेरे पीछे, ये देख कि क्या रंग है तेरा मेरे आगे।" ग़ालिब की इस ग़ज़ल को कई सारे गुलूकारों ने अपनी आवाज़ से सजाया है। आईये आज हम इस ग़ज़ल को "मोहम्मद रफ़ी की आवाज़ में सुनते हैं और महसूस करते हैं कि इस ग़ज़ल के एक-एक शेर में कितनी कहानियाँ छिपी हुई हैं। 06-Bazeecha-e-Atfal Hai CD MISC-20160508 Track#06 4:48 MIRZA GHALIB-Non Film Ghazal; Mohmmad Rafi; Khayyam; Ghalib 07-Sawan Bito Jaye CD MISC-20160508 Track#07 4:18 Nirmalya Roy 08-Naani Maa CD MISC-20160508 Track#08 5:53 MOKSHA-2001; Mahalakshmi Iyer; Rajesh Roshan; Javed Akhtar THE END समाप्त
Meri Duniya Hai Maa Tere Aanchal Mein
Sachin Dev Burman; S.D.Burman; Majrooh Sultanpuri - TALASH-1969
Happy Mother’s Day
MUKUL HINDI SCHOOL - MOTHER'S DAY SPECIAL
Mumma
Kailash Kher - DASVIDANIYA-2008
Rab Kehn Nalo Pehle Maa Kehna Sikhiya
RAHAT FATEH ALI KHAN - RAHAT FATEH ALI KHAN
Ankhiyaanu Chain Naa Aave
Nusrat Fateh Ali Khan - BANDIT QUEEN
Bazeecha-e-Atfal Hai
Mohmmad Rafi; Khayyam; Ghalib - MIRZA GHALIB-Non Film Ghazal
Sawan Beeto Jaaye
Nirmalya Roy - PRIVATE
Naani Maa (Lori)
Mahalakshmi Iyer; Rajesh Roshan; Javed Akhtar - MOKSHA-2001
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