An Indian Morning
Sunday April 17th, 2016 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
Devotional, Classical, Ghazals, Folklore, Old/New Popular Film/Non-Film Songs, Community Announcements and more...
Celebrating "Music of India" and keeping the "Spirit of India" alive...
01-Shankhanaad CD MISC-20160417 Track#01 0:57
SACRED MORNING CHANTS HANUMAN-2005; INSTRUMENTAL
02-Chhand CD MISC-20160417 Track#02 4:13
HANUMAN MANTRA-2004; Hemant Chauhan; Bhushan Dua
एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यावाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए
कहकशाँ - 7
जगजीत सिंह की आवाज़ में "प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है..."
“An Indian Morning” के सभी दोस्तों को हमारा सलाम! दोस्तों, शेर-ओ-शायरी, नज़्मों, नगमों, ग़ज़लों, क़व्वालियों की रवायत सदियों की है। हर दौर में शायरों ने, गुलुकारों ने, क़व्वालों ने इस अदबी रवायत को बरकरार रखने की पूरी कोशिशें की हैं। और यही वजह है कि आज हमारे पास एक बेश-कीमती ख़ज़ाना है इन सुरीले फ़नकारों के फ़न का। यह वह कहकशाँ है जिसके सितारों की चमक कभी फ़ीकी नहीं पड़ती और ता-उम्र इनकी रोशनी इस दुनिया के लोगों के दिल-ओ-दिमाग़ को सुकून पहुँचाती चली आ रही है। पर वक्त की रफ़्तार के साथ बहुत से ऐसे नगीने मिट्टी-तले दब जाते हैं। बेशक़ उनका हक़ बनता है कि हम उन्हें जानें, पहचानें और हमारा भी हक़ बनता है कि हम उन नगीनों से नावाकिफ़ नहीं रहें।
बस इसी फ़ायदे के लिए इस ख़ज़ाने में से हम चुन कर लाएँगे आपके लिए कुछ कीमती नगीने हर हफ़्ते और बताएँगे कुछ दिलचस्प बातें इन फ़नकारों के बारे में। तो पेश-ए-ख़िदमत है नगमों, नज़्मों, ग़ज़लों और क़व्वालियों की एक अदबी महफ़िल, कहकशाँ। आज पेश है जगजीत सिंह की आवाज़ में एक ग़ज़ल, जिसमें वो प्यार में पहला ख़त लिखने की बातें बता रहे हैं।
“कहकशाँ” में आज हम जिस फ़नकार को ले आए हैं, उन्हें अगर ग़ज़ल-गायकी का बेताज बादशाह कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति न होगी। कई ज़माने बीत गए, लेकिन इनकी गायकी की मिठास उनके दुनिया-ए-फ़ानी को अलविदा कहने तक क़ायम रही। इन्होंने लगभग सभी शायरों को अपनी आवाज़ दी है। तो चलिए फिर लगे हाथ हम उस ग़ज़ल की भी बात कर लेते हैं जिसके लिए आज की इस महफ़िल को सजाया गया है। १९९६ में "फ़ेस टू फ़ेस" नाम की ग़ज़लों की एक ऐल्बम आई थी, जिसमें ९ गज़लें थी। आप सभी श्रोताओं के लिए हम उन सभी नौ ग़ज़लों को उनके ग़ज़लगो के नाम के साथ पेश कर रहे हैं, फिर आप ख़ुद अंदाज़ा लगाइए कि इसमें से वह कौन सी ग़ज़ल है जो हमारे आज की महफ़िल की शान है और हाँ वह फ़नकार भी:
१) सच्ची बात: सबीर दत्त २) दै्र-ओ-हरम: ख़ामोश ग़ाज़ीपुरी
३) बेसबब बात: शाहिद कबीर ४) ज़िंदगी तूने: राजेश रेड्डी
५) तुमने बदले हमसे: दाग़ दहलवी,अमीर मीनाइ ६) प्यार का पहला ख़त: हस्ती
७) ज़िंदगी ऐ ज़िंदगी : ज़क़ा सिद्दक़ी ८) शेख जी: सुदर्शन फ़ाकिर
९) कोई मौसम: अज़हर इनायती
उम्मीद है अब तक आपने अंदाज़ा लगा ही लिया होगा और अगर नहीं भी लगाया तो हम किसलिए हैं। तो हज़ूर आज हम जिस गज़ल की बात कर रहे हैं वह है "प्यार का पहला ख़त" जिसे लिखा है हस्ती ने और जिसे अपनी साज़ और आवाज़ से सजाया है पद्म भूषण "गज़लजीत" जगजीत सिंह जी ने। ग़ज़लें पहले बुद्धिजीवी वर्ग को ही समझ आती थी, लेकिन जगजीत सिंह ने यह ढर्रा ही बदल दिया। और उस पर आश्चर्य यह कि जगजीत सिंह भारतीय वाद्ययंत्रों के साथ पाश्चात्य वाद्ययंत्रों का भी बखूबी इस्तेमाल करते हैं, तब भी उनकी गज़लों में वही पुराना हिन्दुस्तानी अंदाज दिखता है।
सदियों पहले कबीर ने कहा था:
कारज धीरे होत है काहे होत अधीर, समय पाये तरूवर फले केतक सींचो नीर।
और कुछ ऐसे विचार थे रहीम के:
रहीमन धागा प्रेम का मत तोड़ो चटकाए, टूटे तो फिर ना जुड़े, जुड़े गांठ पड़ जाए।
आइये हम सब प्यार के इन्हीं इशारों को समझते हुए पहले ख़त के अनुभव को महसूस करते हैं और हस्ती के बोल और जगजीत सिंह के धुनों में खो जाते हैं:
03-Pyar Ka Pahla Khat Likhne Mein Waqt to Lagta Hai CD MISC-20160417 Track#03 5:48
FACE TO FACE-1996; Jagjit Singh;Hasti
शाहरुख खान ने 'फैन' में दोहरी भूमिका निभाई है। एक सुपरस्टार की और दूसरे उसके प्रशंसक यानी फैन की। फिल्म के ट्रेलर से झलक मिलती है कि सुपरस्टार का यह फैन उनके लिए मुसीबत बन जाता है। फैन का यह किरदार निगेटिव्ह शेड्स लिए हुए है। ग्रे किरदार शाहरुख बखूबी निभाते हैं। इनमें वे नैसर्गिक लगते हैं। लगता ही नहीं कि वे अभिनय कर रहे हैं। भावना की त्रीवता के साथ वे इस तरह के किरदार निभाते हैं और दर्शकों को हिला देते हैं। शाहरुख ने अपने करियर की शुरुआत में भी कुछ इसी तरह की भूमिकाएं निभाई थीं। उन्हें पसंद भी किया गया, लेकिन चुपके से वे रोमांटिक फिल्मों की तरफ खिसक लिए और सुपरस्टार बन गए। आइए चर्चा करते हैं उन फिल्मों की जिनमें शाहरुख के नकारात्मक किरदार चर्चित रहे हैं।
बाजीगर
1993 में अब्बास-मुस्तान ने शाहरुख खान को लेकर यह थ्रिलर मूवी बनाई थी। इस फिल्म को कई कलाकारों ने ठुकरा दिया था क्योंकि उस दौर में नकारात्मक भूमिका निभाने का जोखिम कोई भी उठाने को तैयार नहीं था। शाहरुख खान ने जब यह फिल्म स्वीकार ली तो उनके शुभचिंतकों ने इसे आत्मघाती कदम करार देते हुए फिल्म न करने की सलाह दी, परंतु शाहरुख ने किसी की नहीं सुनी। अजय नामक किरदार उन्होंने निभाया जो अपने पिता की हत्या का बदला लेता है। हालांकि यह एक हीरो की ही कहानी है लेकिन प्रस्तुतिकरण कुछ ऐसा था कि शाहरुख नायक कम खलनायक ज्यादा नजर आते हैं। बदला लेने को उतारू यह युवक जब अपनी प्रेमिका को बिल्डिंग से फेंक देता है तो सिनेमाघर में सन्नाटा छा जाता है।
बदले की आग में छटपटाते किरदार को शाहरुख ने इतनी खूबी से निभाया कि दर्शक उनके दीवाने हो गए।
04-Yeh Kaali Kaali Aankhen CD MISC-20160417 Track#04 7:54
BAAZIGAR-1993; Kumar Sanu, Anu Malik; Anu Malik; Dev Kohli
डर
1993 में ही बाजीगर प्रदर्शित होने के कुछ ही दिनों बाद दर्शकों को 'डर' देखने को मिली जिसमें शाहरुख अपनी हरकतों से नायिका के साथ-साथ दर्शकों को डराते हैं। यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में शाहरुख ने राहुल नामक किरदार निभाया जो खलनायक रहता है। राहुल मानसिक रोगी है और किरण को पागलपन की हद तक चाहता है। किरण का दिल सुनील पर आया हआ है और यह बात राहुल को बर्दाश्त नहीं होती। वह किरण का हर जगह पीछा करता है। सुनील और किरण की जिंदगी को मुश्किल बना देता है। शाहरुख द्वारा बोला गया क..क...क...किरण दर्शकों को अब तक याद है। शाहरुख अपने किरदार को इस तरह डूब कर निभाया कि जब वे परदे पर आते तो दर्शकों में खौफ छा जाता। यह शाहरुख के अभिनय का कमाल था कि फिल्म खत्म होने के बाद दर्शकों के दिमाग में हीरो सनी देओल की बजाय विलेन शाहरुख छा जाता है।
05-Tu Mere Samne CD MISC-20160417 Track#05 5:56
DARR-1993; Lata Mangeshkar, Udit Narayan; SHIV-HARI; Anand Bakshi
06-I Luv u kkkkkkkkkiiiirannnnnnn CD MISC-20160417 Track#06 1:02
DARR-1993; Shahrukh Khan, Juhi Chawla
अंजाम
1994 में प्रदर्शित अंजाम को निर्देशित किया था राहुल रवैल ने। यह फिल्म डर के कुछ दिनों बाद रिलीज हुई थी। लगभग छ:-सात महीनों के अंतराल में शाहरुख की यह तीसरी ऐसी फिल्म थी जिसमें उनका किरदार नकारात्मक था। फिल्म में शाहरुख ने विजय अग्निहोत्री का किरदार निभाया था और उनके अपोजिट माधुरी दीक्षित थी। इस फिल्म में शाहरुख का किरदार इतना हिंसात्मक था कि पारिवारिक दर्शकों और महिलाओं ने इस फिल्म से मुंह मोड़ लिया। हिंसा का फिल्म में अतिरेक था और बॉक्स ऑफिस पर फिल्म असफल रही थी। शाहरुख ने अपना किरदार पूरी ईमानदारी से निभाया और दर्शक फिल्म देखते समय उनके किरदार से नफरत करने लगते हैं।
07-Badi Mushkil Hai CD MISC-20160417 Track#07 5:27
ANJAAM-1994; Abhijeet; Anand-Milind; Sameer
हम तुम्हारे हैं सनम
वर्ष 2002 में प्रदर्शित 'हम तुम्हारे हैं सनम' में शाहरुख खान के अलावा सलमान खान और माधुरी दीक्षित भी हैं। फिल्म में शाहरुख का नकारात्मक तो नहीं, लेकिन थोड़ा ग्रे-शेड लिए किरदार है। यहां उनके नकारात्मक किरदार को कॉमेडी का टच दिया गया है। दरअसल वे शक्की पति गोपाल के रोल में हैं। उनकी पत्नी राधा अक्सर अपने दोस्त सूरज से बातें करती रहती है। गोपाल अपने आपको उपेक्षित महसूस करता है और उसे शक होने लगता है कि राधा और सूरज में मोहब्बत है। शाहरुख ने इस किरदार को बहुत ही अच्छी तरह जिया। उनका बात-बात पर शक करना दर्शकों को खूब हंसाता है।
08-Gale Mein Laal Tie CD MISC-20160417 Track#08 6:01
HUM TUMHARE HAI SANAM-2002; Kumar Sanu, Bela Salukhe; Bappi Lahiri; Maya Govind
शाहरुख खान की पिछली कुछ फिल्में भले ही बॉक्स ऑफिस के लिहाज से सफल रही हो, लेकिन दर्शकों को उन फिल्मों को देख संतोष नहीं मिला था। अपने चिर-परिचित अंदाज से बाहर निकल कर शाहरुख ने कुछ अलग करने की कोशिश की है। अपने कंफर्ट जोन से बाहर आने के लिए उनकी प्रशंसा की जा सकती है।
09-Jabro Fan (Gujarati) CD MISC-20160417 Track#09 3:45
FAN-2016; Arvind Vegda; Vishal-Shekhar; Varun Grover
THE END समाप्त
Shankhanaad INSTRUMENTAL - SACRED MORNING CHANTS HANUMAN-2005 |
Chhand Hemant Chauhan; Bhushan Dua - HANUMAN MANTRA-2004 |
Pyar Ka Pahla Khat Likhne Mein Waqt to Lagta Hai Jagjit Singh;Hasti - FACE TO FACE-1996 |
Yeh Kaali Kaali Aankhen Kumar Sanu, Anu Malik; Anu Malik; Dev Kohli - BAAZIGAR-1993 |
Tu Mere Samne Lata Mangeshkar, Udit Narayan; SHIV-HARI; Anand Bakshi - DARR-1993 |
I Luv u kkkkkkkkkiiiirannnnnnn Shahrukh Khan, Juhi Chawla - DARR-1993 |
Badi Mushkil Hai Abhijeet; Anand-Milind; Sameer - ANJAAM-1994 |
Gale Mein Laal Tie Kumar Sanu, Bela Salukhe; Bappi Lahiri; Maya Govind - HUM TUMHARE HAI SANAM-2002 |
Jabro Fan (Gujarati) Arvind Vegda; Vishal-Shekhar; Varun Grover - FAN-2016 |