An Indian Morning
Sunday August 17th, 2014 with Dr. Harsha V. Dehejia and "Kish"
Classical, Devotional, Ghazals, Old/New Bollywood Film Songs, Community Announcements and more
Celebrating not only the Music of India, but equally so its varied rich art, culture and people while keeping the "Spirit of India" alive...
हमारा देश आज अपना ६८-वाँ स्वाधीनता दिवस मना रहा है। इस ख़ास पर्व पर हम सभी श्रोताओं का हार्दिक अभिनंदन करते हैं।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जो कि कल है. के पावन उपलक्ष्य पर हम सभी श्रोतायों का हार्दिक अभिनंदन करते हैं।
सम्पूरन सिंह कालरा नाम के इस शख्स का जन्म 18 अगस्त 1936 को दीना नाम की उस जगह में हुआ जो कि आजकल पाकिस्तान में है । ये शख्स जिसको कि आजकल हम गुलज़ार के नाम से जानते हैं ।
67 साल हो जाने के बाद भी उस सुनहरी सुबह के इंतज़ार में करवटें क्यों बदली जा रही हैं? दरअसल निराशा, दमन, शोषण, अत्याचार, वैमनस्य और भेदभाव के जिस घटाटोप से भारत के नागरिकों ने मुक्ति चाही थी, वो घटाटोप जीवन के कई क्षेत्रों में और अधिक घना होता दिखाई देता है। सूरज हर रोज आ रहा है, पर सुबह नहीं। गिनाने को कई उपलब्धियाँ हैं, चन्द्रयान है, सैटेलाइट हैं, ख़ुद के बनाए हथियार और जहाज हैं, छ: और आठ लेन वाले हाइवे हैं, खेलों में जीते सुनहरे तमगे हैं, बेहतरीन शॉपिंग मॉल्स हैं, बढ़ी हुई तनख्वाहें हैं, ऑडी, फॉक्स वैगन और पजेरो हैं... पर सुबह नहीं है। क्यों नहीं है?
क्योंकि तलाश एक मसीहा की हो रही है जो सब बदल दे... शरीर वो बदल भी दे तो क्या? आत्मा को छूने की कोशिश कहाँ है? आत्मसृजन और मानवीय विकास की वो मूल और आवश्यक धारणा कहाँ है? हम टेलीविजन देखते रहें और बदलाव हो जाए, क्या ये संभव है? महल की रोशनी झोंपड़ी को आँख दिखाने की बजाय, उसे मिटाने की बजाय वहाँ भी दीया जलाए ये कैसे होगा? क्या फेसबुक के ख़रीदे हुए लाइक्स आपको सुबह का वो उजाला दे देंगे? क्या इसी राष्ट्र, राज्य के बाशिन्दे हो जाने के लिए हमारे पूर्वजों ने वो उत्सर्ग किया? उस सुबह के उजाले के लिए एक सूरज की तलाश की बजाय भीतर जली हुई आग से क्या वो सुबह साकार नहीं हो जाएगी? .... ये माना कि अंधेरा बहुत घना है... एक दीप जलाना लेकिन कहाँ मना है....
स्वतंत्रता दिवस की वर्षगांठ यानी 15 अगस्त, 2014 इस बार और हर वर्ष से अलग रही।
आज़ादी की सालगिरह मुबारक ... वन्दे मातरम...।
Speech on Aug 15, 2014 Narendra Modi - NARENDRA MODI |
Taqat Watan Ki Hum Se Hain Mohd. Rafi, Manna Dey; S.D.Burman; Neeraj - PREM PUJARI-1970 |
Kanhaiyya Kisko Kahega Tu Maiyya Kishore Kumar; Kalyanji-Anandji; Indeevar - CHHOTI BAHOO-1971 |
Bus Ek Chup Si Lagi Hai Lata Mangeshkar; Hemant Kumar; Gulzar - SANNATA-1966 |
Ug Chaand Guffa Mein Lata Mangeshkar; Hradaynath Mangeshkar; Gulzar - LAL SALAAM-2001 |
Ghooghata Gira Hai Lata Mangeshkar; Laxmikant-Pyarelal; Gulzar - PALKON KI CHHAOON MEIN-1977 |
Rah Mein Rahatein Hai Kishore Kumar; R.D.Burman; Gulzar - NAMKEEN-1982 |
Speech on Aug 15, 2014 Narendra Modi - NARENDRA MODI |