Skip to Main Content

An Indian Morning
Sunday July 22nd, 2018 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
An Indian Morning celebrates not only the Music of India but equally its various arts and artisans, poets and potters, kings and patriots. The first half of the program features classical and religious music as well as regional and popular music. The seco

An Indian Morning celebrates not only the Music of India but equally its various arts and artisans, poets and potters, kings and patriots. The first half of the program features classical and religious music as well as regional and popular music. The second half features community announcements, Ghazals, Themes, Popular Old & New Bollywood Films music and more. The ethos of the program is summarized by its signature closing line, "Seeking the spirit of India, Jai Hind". “Vande Guru Paramparaam” - spiritual musical series produced by Sri Kuldeep M Pai is a genuine attempt at infusing the abundance of our cultural heritage in the younger generations. What better agency than Music can there be to inspire the young and aged alike? "Moko Kahan Dhundere Bande?", a jewel from Sant Kabir! (A lighter version of Carnatic Raga Bindumalini). Set to tune by Kuldeep M Pai. Vocals by Sooryagayathri, Percussion & Melodic Arrangements by Ganapathi, Flute by Vishnu Vijay. 01-MOKI HAHAN DUNHDE RE BANDE CD MISC-20180715 TRACK#01 5:29 VANDE GURU PARAMPARAAM-2018; SOORYAGAYATHRI; GANAPATHI, VISHNU VIJAY; SANT KABIR https://www.youtube.com/watch?v=kZCgStafklE एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यवाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए। राग से रोगोपचार – 2 : तीसरे प्रहर का राग पटदीप डिप्रेशन और चिन्ताविकृति का नामोनिशान मिटाता है राग पटदीप मानव का शरीर प्रकृत की अनुपम देन है। बाहरी वातावरण के प्रतिकूल प्रभाव से मानव के तन और मन में प्रायः कुछ विकृतियाँ उत्पन्न हो जाती हैं। इन विकृतियों को दूर करने के लिए हम विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों की शरण में जाते हैं। पूरे विश्व में गोपचार की अनेक पद्धतियाँ प्रचलित है। भारत में हजारों वर्षों से योग से रोगोपचार की परम्परा जारी है। “An Indian Morning” के साप्ताहिक स्तम्भ के मंच पर पिछले सप्ताह से आरम्भ हुई हमारी नई श्रृंखला “राग से रोगोपचार” जारी है। आज दूसरी कड़ी में मैं किशोर संपट आप सब संगीत-प्रेमियों का हार्दिक स्वागत करता हूँ। इस श्रृंखला में हम विभिन्न रागो के स्वरो से उत्पन्न प्रभावों का क्रमशः विवेचन करेंगे। श्रृंखला के दूसरे अंक में आज हम राग पटदीप के स्वरो से विभिन्न रोगों के उपचार पर चर्चा करेंगे और आपको राग पटदीप में निबद्ध एक खयाल सुनवाएँगे, जिसे उस्ताद राशिद खाँ ने प्रस्तुत किया है। इसके साथ ही लता मंगेशकर के स्वर में राग पटदीप पर आधारित फिल्म “शर्मीली” का एक गीत भी प्रस्तुत करेंगे। राग पटदीप काफी थाट का राग माना जाता है। इसके आरोह के स्वर हैं; नि, सा ग(कोमल), म, प, नि, सां और अवरोह के स्वर है; सां, नि, ध, प, म, ग(कोमल), रे सा। यदि व्यक्ति प्रयास करते-करते निराश हो गया हो, डिप्रेशन की स्थिति में आ गया हो और अपने जीवन से निराश हो गया हो तो राग पटदीप के संवेदनापूर्ण स्वरों से उसे सहानुभूति प्रदान करते हुए प्रयास और कर्म के क्षेत्र में पूर्ण मनोयोग से संलग्न होने के लिए प्रेरणा देते हैं। राग पटदीप के उत्तरांग के स्वरों के द्वारा अन्तरात्मा की पुकार बलवती होगी और यह स्वर निराशा तथा क्लेश को हर लेती है और नवऊर्जा का संचार करेंगे। म, प, ग(कोमल), म, प, नि, ध, प, ग(कोमल), म, प, सां, ध, प, म, प, ग(कोमल)... स्वर मथ-मथ कर सभी आन्तरिक गुबार, पीड़ा, निराशा, डिप्रेशन को बाहर का रास्ता दिखा देंगे। इन विकृतियों के बाहर हो जाने पर व्यक्ति सरल, सात्विक और संवेदनशील मनःस्थिति के साथ परोपकार और समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत होगा। राग पटदीप में कोमल गान्धार स्वर मन को पिघलाता है। मध्यम और पंचम स्वर मनोबल में वृद्धि करता है। शुद्ध निषाद पुकार का भाव कायम करता है। अवरोह के स्वरों से सफलता प्राप्ति के पश्चात संवेदनपूर्ण शान्ति का दर्शन होता है। डिप्रेशन और चिन्ताविकृति से पीड़ित व्यक्ति को राग पटदीप का श्रवण दिन के 4 से 5 बजे के बीच कराया जाना चाहिए। लगातार 15 दिनों तक इस प्रयोग को अपनाने से डिप्रेशन और चिन्ताविकृत का नामोनिशान मिट जाएगा। अब हम आपको राग पटदीप में निबद्ध एक खयाल सुनवाएँगे, जिसे उस्ताद राशिद खाँ ने प्रस्तुत किया है। 02-RANG RANGEELA BANRA MORA CD MISC-20180722 TRACK#02 10:02 YATRA-A JOURNEY OF RABINDRASANGEET AND INDIAN CLASSICAL MUSIC; USTAD RASHEED KHAN; NICHIKETA CHAKRABORTY https://www.youtube.com/watch?v=SmXThv6aNQs अब हम आपको राग पटदीप पर आधारित 1971 में प्रदर्शित फिल्म “शर्मीली” का एक गीत सुनवाते हैं। लोकतत्त्वों से मिश्रित और गीतकार गोपालदास नीरज रचित इस गीत को लता मंगेशकर ने स्वर दिया है। संगीत रचना सचिनदेव बर्मन की है। यह गीत रूपकताल में निबद्ध है। आप यह गीत सुनिए और इस गीत का रसास्वादन करें। 03-MEGHA CHHAYE AADHI RAAT BAIRAN BAN GAYI NINDIYA CD MISC-20180722 TRACK#03 4:11 SHARMILEE-1971; LATA MANGESHKAR; S. D. BURMAN; KAVI GOPALDAS NEERAJ https://www.youtube.com/watch?v=2aQDjbwc-v8 04-KARVAN GUZAR GAYA GUBAR DEKHTE RAHE CD MISC-20180722 TRACK#04 6:30 NAYI UMAR KI NAYI FASAL-1966; MOHAMMAD RAFI; ROSHAN; KAVI GOPALDAS NEERAJ https://www.youtube.com/watch?v=75mB-zadZgI हिंदी के सुप्रसिद्ध गीतकार एवं जाने माने कवि पद्मभूषण गोपाल दास 'नीरज' का 19 जुलाई की शाम अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे। वृद्धावस्था के कारण काफी समय से बीमार चल रहे नीरज की तबियत बिगड़ने पर आगरा के लोटस अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन स्थिति लगातार खराब होने पर उन्हें आगरा से लाकर कल एम्स में भर्ती कराया गया था। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था और उनके फेफड़े में मवाद निकालने के लिए नली डाली गई थी। नीरज के पारिवारिक जानकारों ने बताया कि शाम 7 बजकर 15 मिनट पर उन्होंने एम्स में अंतिम श्वास ली। उनके परिवार में तीन पुत्र हैं और पत्नी का पहले ही निधन हो चुका है। नीरज के पुत्र शशांक प्रभाकर ने बताया कि उनकी पार्थिव देह को पहले आगरा में लोगों के अंतिम दर्शनार्थ रखा जाएगा और उसके बाद पार्थिव देह को अलीगढ़ ले जाया जाएगा जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। 'कारवां गुजर गया गुबार देखते रहे' जैसे मशहूर गीत लिखने वाले नीरज को उनके बेजोड़ गीतों के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार भी मिला है। नीरज जी ने अपनी काव्य रचनाओं से हिन्दी साहित्य को समृद्ध किया। उन्हें भावनाओं और अनुभूतियों को व्यक्त करने में दक्षता हासिल थी। 4 जनवरी, 1924 को उत्तरप्रदेश के इटावा जिले के पुरावली गांव में जन्मे नीरज के एक दर्जन से भी अधिक कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। हिन्दी कवियों की नई पौध के लिये आदर्श बन चुके नीरज के आदर्श प्रख्यात कवि हरिवंश राय बच्चन हैं। 05-RECITAL BY NEERAJ CD MISC-20180722 TRACK#05 6:30 SALAM-E-BACHCHAN-2013; KAVI GOPALDAS NEERAJ https://www.youtube.com/v/oqlK57FPZBM?start=107&end=489 'हिन्दी फिल्मों के लिए नीरज जी द्वारा लिखे गए गीत आज भी लोकप्रिय हैं। कांरवा गुजर गया गुबार देखते रहे, लिखे जो खत तुझे जो तेरी याद में, ऐ भाई जरा देख के चलो आगे भी नही पीछे भी, रंगीला रे तेरे रंग में यूं रंगा है मेरा मन, शोखियो में घोला जाये फुलों का शबाब, खिलते हैं गुल यहां खिल के बिखरने को, आज मदहोश हुआ जाए रे मेरा मन, ओ मेरी ओ मेरी ओ मेरी शर्मीली, चूड़ी नही मेरा दिल है, दिल आज शायर है, धीरे से जाना बगियन में ओ खटमल जैसे सुपरहिट गीत शामिल है। 06-CHOODI NAHIN YE MERA DIL HAI CD MISC-20180722 TRACK#06 4:19 GAMBLER-1971; KISHORE KUMAR, LATA MANGESHKAR; S. D. BURMAN; NEERAJ https://www.youtube.com/watch?v=cCxlj19Iu5k “लिखे जो खत तुझे”, “ए भाई जरा देख के चलो” “दिल आज शायर है”, “फूलों के रंग से” और “मेघा छाए आधी रात” जैसे सदाबहार नग्मों के रचयिता नीरज का मानना है,'सचिन देव बर्मन के संगीत ने इन गीतों को यादगार बनाया, इसी वजह से देश-विदेश में मेरे गीतों की रॉयल्टी बढ़ गई है। 07-PHOOLON KE RANG SE DIL KI KALAM SE CD MISC-20180722 TRACK#07 4:40 PREM PUJARI-1970; KISHORE KUMAR; S. D. BURMAN; NEERAJ https://www.youtube.com/watch?v=4CwFFWleNNA राजकपूर नीरज की 'राजमार्ग के पदयात्री' कविता से काफी प्रभावित थे। उन्होंने नीरज को इसी तर्ज पर अपनी फिल्म 'मेरा नाम जोकर' के लिए गीत लिखने की पेशकश की और राजकपूर की बात मानते हुए नीरज ने 'ए भाई जरा देख के चलो आगे भी नही पीछे भी' गीत की रचना की। नीरज को अपने सिने करियर में फिल्म इंडस्ट्री से वह सम्मान नहीं मिला जिसके वे हकदार थे। नीरज ने अपनी रचित इन पंक्तियों के माध्यम से अपने जीवन को दर्शाया था। आंसू जब सम्मानित होंगे मुझको याद किया जाएगा जहां प्रेम की चर्चा होगी मेरा नाम लिया जाएगा गीत जब मर जाएंगे फिर क्या यहां रह जाएगा एक सिसकता आंसुओं का कारवां रह जाएगा 08-AE BHAI JARA DEKH KE CHALO AAGE BHI NAHI PICHHE BHI CD MISC-20180722 TRACK#08 5:48 MERA NAAM JOKER-1970; MANNA DEY; SHANKAR-JAIKISHAN; NEERAJ https://www.youtube.com/watch?v=mw_5WKb1Jt0 ताजा सुर-ताल Gulshan Kumar and T-Series present Bhushan Kumar's official music video of the song "Humnava Mere". Featuring Jubin Nautiyal & Romika Sharma, This latest love song is composed by Rocky - Shiv and sung by Jubin Nautiyal, video directed by Ashish Panda and the Lyrics of this new romantic song are penned by Manoj Muntashir. Enjoy and stay connected with us !! 09-HUMNAVA MERE CD MISC-20180722 TRACK#09 6:47 T SERIES-2018; JUBIN JAUTIYAL; ROCKY-SHIV; MANOJ MUNTASHIR https://www.youtube.com/watch?v=TmRgK-pXH9c THE END समाप्त
There are no tracks in this playlist.
Interactive CKCU