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An Indian Morning
Sunday November 19th, 2017 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore "Kish" Sampat
The first 30 minutes of the program features classical, religious as well as regional and popular music. The second one hour features community announcements and ear pleasing music from old/new & popular Indian films. The ethos of the program is summariz

An Indian Morning celebrates not only the music of India but equally its various arts and artisans, poets and potters, kings and patriots. The ethos of the program is summarized by its signature closing line, "Seeking the spirit of India, Jai Hind". A VERY HAPPY BIRTHDAY TO MY ‘BAA’, MY MOTHER WHO TURNED 98 TODAY. HERE IS WISHING A VERY HAPPY BIRTHDAY! 00-HAPPY BIRTHDAY BAA CD MISC-20171119 TRACK#00 0:52 PRIVATE https://soundcloud.com/user-83745561/traditional-happy-birthday-baa?utm_source=soundcloud&utm_campaign=share&utm_medium=facebook एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यवाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए । विरहिणी नायिका की व्यथा – “का करूँ सजनी आए न बालम...” विशेष रूप से फिल्मों के गायक-सितारे कुन्दनलाल सहगल ने अपने कई गीतों को ठुमरी अंग में गाकर फिल्मों में ठुमरी शैली की आवश्यकता की पूर्ति की थी। चौथे दशक के मध्य से लेकर आठवें दशक के अन्त तक की फिल्मों में सैकड़ों ठुमरियों का प्रयोग हुआ है। इनमे से अधिकतर ठुमरियाँ ऐसी हैं जो फ़िल्मी गीत के रूप में लिखी गईं और संगीतकार ने गीत को ठुमरी अंग में संगीतबद्ध किया। कुछ फिल्मों में संगीतकारों ने परम्परागत ठुमरियों का भी प्रयोग किया है। आज के हम आपको राग सिन्धु भैरवी की एक पारम्परिक ठुमरी का फिल्मी संस्करण सुप्रसिद्ध पार्श्वगायक येशुदास की आवाज़ में सुनवाएँगे। यह ठुमरी वर्ष 1977 में प्रदर्शित फिल्म “स्वामी” में शामिल की गई थी। इस फिल्मी रूप में आपको राग किरवानी की झलक मिलेगी। 01-KA KAROON SAJNI AAYE NA BAALAM CD MISC-20171119 TRACK#01 4:34 SWAMI-1977; YESUDAS; RAJESH ROSHAN; AMEET KHANNA https://www.youtube.com/watch?v=R-bvaFL-IOs रस घोलता रवींद्र संगीत : तुमी रोबे नीरोबे Tomi Robe Nirobe रवींद्र नाथ टैगोर एक कवि, उपन्यासकार, चिंतक तो थे ही, साथ ही एक गीतकार और संगीतकार भी थे। दो हजार से ज्यादा गीतों को लिखना और उनकी धुन तैयार करना इस बहुमुखी प्रतिभा वाले व्यक्तित्व का कमाल ही लगता है। उनके समस्त संगीत को रवींद्र संगीत के नाम से जाना जाता रहा है। यूँ तो रवींद्र संगीत की जड़े बंगाल में रहीं पर बंगाल के लोगों ने इस गायन शैली को बिहार, झारखंड और ओड़ीसा तक पहुँचाने में मदद की। मुझे याद है कि रवींद्र संगीत को पहली बार सुनने का अवसर मुझे बचपन में मुंबई में मिला। रवींद्र संगीत की खासियत रही है कि इन गीतों में वाद्य यंत्रों का कम से कम इस्तेमाल रहा और ज्यादा महत्त्व बोलों और गायिकी को मिला। गुरुवर टैगोर नहीं चाहते थे कि उनकी धुन, उनके नोटेशेन्स के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ की जाए। यही वजह थी कि उनका गीत भले ही तमाम कलाकारों द्वारा क्यूँ ना गाया गया हो सब का गाने का अंदाज एक सा रहता है। पर हाल ही में मेरे एक बंगाली मित्र ने बताया कि विगत कुछ वर्षों से कॉपीराइट अवधि खत्म होने के बाद लोग उनके गीतों को अलग धुनों में पेश कर रहे हैं। पिछले महीने मुझे टैगोर का रचा ऐसा ही एक गीत सुनने को मिला जिसे मैं आपको सुनाने जा रहा हूँ नई पीढ़ी के एक उदीयमान गायक की आवाज़ में जो आज के युवाओं का चहेता है और पुराने से लेकर नए गानों को अपनी आवाज़ में ढालने में माहिर है। इस गाने में जो बांग्ला प्रयुक्त हुई है वो बिल्कुल कठिन नहीं हैं क्यूँकि उसमें ज्यादा संस्कृत से आए शब्द हैं जो हिंदी में उतने ही प्रचलित हैं । फिर भी आप इस संवेदनशील गीत का लुत्फ उठा सकें इसलिए इसका अनुवाद करने की कोशिश की है मैंने। तुमी रोबे नीरोबे हृदय ममो निबिरो निभृतो पूर्णिमा निशीथीनी समो ममो जीबनो जौबनों ममो अखिलो भुबनो तुमी भोरिबे गौरबे निशीथीनी समो तुमी रोबे नीरोबे हृदय ममो जागिबे एकाकी तबो करूणो आखी तबो अंचोल छाया मोरे रोहिबे ढाकी ममो दुखो बेदनो ममो सफल स्वपनो तुमी भोरिबे सौरभे निशीथीनी समो तुम मेरे हृदय में चुपचाप यूँ ही प्रकाशमान रहोगी जैसे कि पूर्णिमा का चाँद अकेली गहरी रातों में चमकता है। मेरे इस जीवन,इस यौवन और मेरे संसार को तुम अपने गौरव से भर दोगी जैसे कोई रात रोशनी को पाकर चमक उठती है। उन एकाकी रातों में तुम्हारी उन करुणमयी आँखें का स्पर्श मुझे पुलकित करेगा। तुम्हारे आँचल की छाया मेरे सारे दुख, मेरी सारी वेदना को ढक लेगी। मेरे सपनों को तुम वैसे ही सुरभित करोगी जैसे कि कोई महकती हुई रात । Translation (English): Thou shalt dwell in silence in my heart like the full moon in the summer night. Thy sad eyes shall watch over me in my wanderings. The shadow of thy veil shall rest upon my heart Thy breath like the full moon in the summer night shall hover about my dreams, making them fragrant. - Translated by Rabindranath Tagore यूँ तो इस गीत को हेमंत कुमार से लेकर शान तक ने आपनी आवाज़ दी है। पर ये सारे गायक बंगाल से ताल्लुक रखते हैं। पर इस फेरहिस्त में जब मैंने सनम पुरी का नाम देखा तो मैं अचंभित रह गया। हँसी तो फँसी, गोरी तेरे प्यार में, हमशक्ल जैसी फिल्मों में कुछ गीत गुनगुनाने वाले सनम मुख्यतः अपने बैंड के लिए जाने जाते हैं जो नए पुराने गानों को एक अलग अंदाज़ में पिछले कुछ सालों से पेश करता रहा है। यू ट्यूब में सनम का चैनल लाखों लोगों द्वारा सुना जाता है। उन्होंने इस बांग्ला गीत को जिस तरह डूब कर गाया है, बांग्ला उच्चारण को हू बहू पकड़ा है वो निश्चय ही काबिलेतारीफ़ है। 02- TOMI ROBE NIROBE CD MISC-20171119TRACK#02 3:17 SANAM-2015; SANAM PURI; SANAM; RABINDRANATH TAGORE https://www.youtube.com/watch?time_continue=4&v=qZbdZEFsT3U चल चल सखि पिया के पास.. Chal Chal Sakhi शंकर टकर संगीतज्ञ हैं। अमेरिका से भारत आ कर बसने वाले इस क्लारिनेट वादक ने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत को आत्मसात किया है । इंटरनेट पर अपने पहले एलबम श्रुति बॉक्स की सफलता के बाद शंकर तीन साल अपने दूसरे एलबम के लिए काम करते रहे। 2015 में आख़िरकार उनका दूसरा एलबम निकला जिसे उन्होंने Filament के नाम से रिलीज़ किया। Filament को The Shruti Box की तरह श्रोताओं का प्यार तो नहीं मिला पर इसकी कुछ रचनाएँ जैसे चल चल सखि.... और दिल है नमाज़ी.... काफी सराही गयीं। इस एलबम की मेरा पसंदीदा गीत भी चल चल सखि ही है। शंकर टकर की विशेषता है कि वो अपनी संगीतबद्ध रचनाओं में मँजे हुए कलाकारों के साथ नए उभरते गायकों को भी मौका देते हैं और इस शास्त्रीय बंदिश को निभाने के लिए उन्होंने पंडित जसराज की शिष्या रही अंकिता जोशी को चुना। महाराष्ट्र के नांदेड़ से ताल्लुक रखने वाली अंकिता के परिवार में भक्ति संगीत गाने वालों का अच्छा खासा जमावड़ा था। आज अंकिता की गणना देश के उभरते हुए शास्त्रीय गायक के रूप में हो रही है। हालांकि अपनी इस संगीत यात्रा में उन्होंने शास्त्रीय संगीत के आलावा भक्ति संगीत, ग़ज़ल और फ्यूजन से भी परहेज़ नहीं किया है। शंकर टकर की खासियत है कि शास्त्रीय संगीत के साथ उनका किया गया फ्यूजन उसकी आत्मा के साथ कोई खिलवाड़ नहीं करता। इसलिए उनके रचे एलबम्स को सुनना एक अलग अनुभव ही है। इन गीतों में क्लारिनेट से सँजोए उनके टुकड़ों को सुनना एक अतिरिक्त आनंद दे जाता है। छः मिनट के इस गीत में जब अंकिता अपनी लय में होती हैं तो संगीत मद्धम मद्धम बजता हुआ उनकी सधी हुई गायिकी को पूर्णता प्रदान करता है। तबले के साथ अंकिता की सरगम मन मोहती है। निराली कार्तिक और पंडित लघुलाल की लिखी इस बंदिश को छोड़ता हुआ गीत ढाई मिनट के बाद एक अलग ही रंग में रँगता है जब अंकिता और शंकर अपने आलाप और वादन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। संगत में तबले पर अमित मिश्रा का कमाल भी सुनते ही बनता है । राधा कृष्ण के प्रेम को उभारती इस बंदिश में राधा के मन में अपने पिया को देखने की विकलता भी है और साथ बिताए पलों की मधुर यादें भी। तो आइए सुनते हैं शास्त्रीय संगीत के साथ क्लारिनेट के इस निराले फ्यूजन को . . 03-CHAL CHAL SAKHI PIYA KE PAAS CD MISC-20171119 TRACK#03 6:11 FILAMENT-2015; ANKITA JOSHI; SHANKAR TUCKER; NIRALI KARTIK, PANDIT LAGHOOLAL https://www.youtube.com/watch?v=HiA_zU_NP94 नाचे मन मोरा मगन-मेरी सूरत तेरी आँखें १९६३ एक क्लासिकल गीत सुनते हैं रफ़ी का गाया हुआ। इसे परदे पर अशोक कुमार गा रहे हैं। अशोक कुमार ने अपनी जवानी में फिल्मों में कई गीत गाये। इस फिल्म में उनका किरदार एक गायक है। स्टेज शो हो रहा है जिसमें आशा पारेख गीत पर नृत्य कर रही हैं। दर्शक दीर्घा में प्रदीप कुमार बैठे नज़र आ रहे हैं। इस गीत के रचयिता हैं शैलेन्द्र और संगीत तैयार करने वाले संगीतकार हैं एस डी बर्मन। गीत के बोल: नाचे मन मोरा । 04-NAACHE MAN MORA MAGAN MISC-20171119 TRACK#04 5:48 MERI SOORAT TERI AANKHEN-1963; MOHAMMAD RAFI; S.D.BURMAN; SHAILENDRA https://www.youtube.com/watch?v=5as7b0Zz8GI दिल तो है दिल-मुकद्दर का सिकंदर १९७८ लता मंगेशकर का गाया एक लोकप्रिय गीत सुनते हैं महानायक अभिनीत फिल्म मुकद्दर का सिकंदर से। इस फिल्म का निर्देशन प्रकाश मेहरा ने किये है। इस गीत को आप सैकड़ों बार सुन चुके होंगे। इसकी धुन आकर्षक है इसलिए ये कानों को आनंद देता है। अनजान ने इसे लिखा है।फिल्म की दो अभिनेत्रियों में से एक राखी पर इसे फिल्माया गया है। 05-DIL TO HAI DIL CD MISC-20171119 TRACK#05 4:06 MUQADDAR KA SIKANDAR-1978; LATA MANGESHKAR; KALYANJI-ANANDJI; ANJAAN https://www.youtube.com/watch?time_continue=12&v=67DCw7fBEaI मन मा इमोशन जागे-दिलवाले २०१५ आपको सुनवाते हैं नई फिल्म दिलवाले से एक गीत। फिल्म में दो पीढ़ी के कलाकार हैं। आदमी चाहे कितना उड़ ले ज़मीन पर एक ना एक दिन वापस आता ही है। अमेरिका घूम आये चाहे ब्रह्मांड के किसी और ग्रह की सैर कर ले देसी टच से वो बच नहीं सकता। प्रस्तुत गीत के बोलों को ही ले लीजिए। इमोशन से इमोसन हो गया है। उसके अलावा कई चीज़ों की भेलपुरी वाले इस गीत को आम जनता ने बहुत सराहा। गौरतलब है पुराने समय की आम जनता और खास जनता के बीच का फर्क समय के साथ साथ कम होता जा रहा है। गीत लिखा है अमिताभ भट्टाचार्य ने और इसके संगीतकार है देसी और बिदेसी सभी प्रकार की भेलपुरी प्रस्तुत करने में सक्षम प्रीतम का। इसे गाया है अमित मिश्रा, अनुष्का मनचंदा और अन्तरा मित्रा ने। 6-MANMA EMOTION JAAGE CD MISC-20171119 TRACK#06 2:52 DILWALE-2015; AMIT MISHRA, ANUSHKA MANCHANDA, ANTARA MITRA; PRITAM; AMITABH BHATTACHARYA https://www.youtube.com/watch?v=kclXuc_J50Y ताज़ा सुर ताल The high point of the soundtrack comes though with 'Oonchi Hai Building 2.0' where the best part is to listen to the voice of Anu Malik all over again. His rendition from 1997 is kept intact and that brings in ample nostalgia which ensures that the song, which has Sandeep Shirodkar stepping in for recreating the composition, is a terrific hear even two decades down the line. Neha Kakkar does quite well too and ensures that this Dev Kohli written track entices the youth from the current generation quite seamlessly. 07-OONCHI HAI TERI BUILDING 2.0 CD MISC-20171119 TRACK#07 3:27 JUDWAA 2-2017; ANU MALIK, NEHA KAKKAR; ANU MALIK, SANDEEP SHIRODKAR; DEV KOHLI https://www.youtube.com/watch?v=gNN7hyUi0To One of the most iconic songs "Chalti Hai Kya 9 Se 12 " of Bollywood is back, Varun Dhawan, Jacqueline Fernandez, and Taapsee Pannu - the star cast of Sajid Nadiadwala's Judwaa 2 are paying their tribute to the huge blockbuster song Tan Tana Tan Tan Taara from the original film starring Salman Khan, Karisma Kapoor and Rambha. This song that still plays at every club, party and wedding, gets a new fun zing that is sure to sweep you off your feet! You’ll surely love this song as much as you loved it 20 years back! 08-CHALTI HAI KYA 9 SE 12 CD MISC-20171119 TRACK#08 4:08 JUDWAA 2-2017; DEV NAGI, NEHA KAKKAR; ANU MALIK, SANDEEP SHIRODKAR; DEV KOHLI https://www.youtube.com/watch?v=UVbcaG2tfSE THE END समाप्त
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