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An Indian Morning
Sunday September 6th, 2015 with Dr. Harsha V. Dehejia and Kishore aka "Kish"
Classical, Devotional, Ghazals, Theme based, Old/New Popular Bollywood Film Songs, Community Announcements & more...

Celebrating not only the Music of India, but equally so its varied rich art, culture and people while keeping the "Spirit of India" alive... एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यावाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए। गुरु शिष्य की परम्परा सदियों से भारतवर्ष में चली आ रही है। गुरु द्रोण से लेकर आज के दौर में भी गुरु और शिष्य का रिश्ता बरकरार है। आज भारत में शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में “An Indian Morning” के माध्यम से याद करते हैं बैजु बावरा और उनके गुरु स्वामी हरिदास जी को। 1952 की फ़िल्म ’बैजु बावरा’ में एक दृश्य है जिसमें बैजु के गुरु हरिदास जी बीमार हैं और बिस्तर से उठ नहीं पा रहे। पर बैजु की आवाज़ में "मन तड़पत हरि दर्शन को आज" सुन कर वो इतने प्रभावित हो जाते हैं, उन पर इस भजन का ऐसा असर होता है कि वो अपने पाँव पर खड़े हो जाते हैं और चल कर अपने शिष्य को गले लगा लेते हैं। "बिन गुरु ज्ञान कहाँ से पाऊँ, दीजो दान हरि गुण गाऊँ, सब गुणी जन पे तुम्हरा राज, तड़पत हरि दर्शन को आज"। फ़िल्म ’बैजु बावरा’ का प्रस्तुत भजन राग मालकौंस पर आधारित है। यह भजन फ़िल्मी भजनों में एक बहुत ऊँचा स्थान रखता है। फ़िल्म-संगीत में इतना दिव्य और अलौकिक काम बहुत कम देखने को मिलता है। और सबसे महत्वपूर्ण जो बात है इस भजन में वह यह कि इस शुद्ध हिन्दी/संस्कृत आधारित भजन के रचयिता तीन मुसलमान कलाकार हैं - शक़ील बदायूंनी, नौशाद अली और मोहम्मद रफ़ी। साम्प्रदायिक सदभाव का इससे बेहतर उदाहरण और कोई नहीं हो सकता! ’बैजु बावरा’ फ़िल्म में बैजु, तानसेन और स्वामी हरिदास की भूमिकाओं में थे क्रम से भारत भूषण, सुरेन्द्रनाथ और राय मोहन। और अब आप यही गीत सुनिए - 01-Man Tadpat Hari Darshan Ko Aaj MISC-201500906 Track#01 3:59 BAIJU BAWRA-1952; Mohammad Rafi; Naushad; Shakeel Badayuni HAPPY JANMASHTAMI! जन्माष्टमी का पर्व घर-घर में व्रत-उपवास कर मनाया जाता है। रात 12 बजे कृष्ण जन्म, आरती और झूला झुलाने की परंपरा का निर्वहन कर, माखन मिश्री और पंजरी का प्रसाद बांट कर हर घर में कृष्ण के आगमन का उत्सव होता है। प्रतीकात्मक रूप में ही सही, वर्ष में एक दिन उसी तिथि‍ पर कन्हैया हमें उन के होने का एहसास जरूर करा देते हैं। श्रीकृष्ण ने अपने जीवन में जितना भी लीलाएं रची, वे मन मोह लेने वाली और आनंद से भर देने वाली थीं। फिर चाहे वह माखन चुराकर खाना हो, या फिर गोपियों के संग रास रचाना ..। उनकी नटखट लीलाओं ने उन्हे युवाओं का तो सबसे खास बनाकर रखा है। तभी तो बिल्कुल उनकी तरह मटकी फोड़ कर माखन खाने के लिए जन्माष्टमी पर युवाओं की टोलियां जमकर तैयारियां ही नहीं करती बल्कि अलग-अलग प्रतियोगिताएं भी आयोजित करती हैं। गोविंदा आला रे अाला... जरा मटकी संभाल ब्रजबाला ... यह गाना तो आपने सुना ही होगा। खास तौर से जैसे-जैसे जन्माष्टमी का पर्व पास आता है, सोशल मीडिया से लेकर गली मोहल्लों में इस गाने के बोल सुनाई देने लगते हैं। हो भी क्यों ना... गोविंदा यानि माखनचोर, बंसी वाले कन्हैया के आगमन की तैयारियां जो जोरों पर होती है। और इन तैयारियों का उत्साह बगैर इस गाने कैसे पूरा हो भला । 02-Govinda Aala Re Aala MISC-201500906 Track#02 5:46 BLUFF MASTER-1963; Mohammad Rafi; Kalyanji-Anandji; Rajinder Kishan एक बार फिर हार्दिक अभिनंदन आप सबका, शुक्रिया, घन्यावाद और Thank You इस प्रोग्राम को सुनने के लिए। We are familiarizing you with Hindi alphabets (Vowels-Swaron, Consonants-Vyanjan) and playing 1 or 2 songs for each alphabet. Since last few Sundays, we introduced songs for vowels (स्वरों) अ,आ,इ,ई. उ ऊ, ए, ऐ, ओ and consonants (व्यंजनो) क,ख, ग. घ, च छ ज झ ट ठ ड & ढ. We will continue with consonants (व्यंजनो) त & थ . त TUMSE ACHHA KAUN HAI (JANWAR 1965) त हसरत जयपुरी शंकर जयकिशन और रफ़ी की तिकड़ी ने बहुत से रोमांटिक गीत दिए हैं फिल्म जगत को, इनमे से कुछ एक गीत तेज़ गति वाले भी हैं। ये गीत थोडा तेज़ है और शम्मी कपूर के लिए विशेष तौर पर बनाया सा प्रतीत होता है, जिस गति से शम्मी की गर्दन हिलती थी उसी गति से मिलती जुलती गीत की गति भी है। कम्बल नृत्य से गीत शुरू होता है। शम्मी कपूर के साथ राजश्री की जोड़ी है फिल्म में जिसे हम ब्रह्मचारी फिल्म में भी देख सकते हैं। गीत के दूसरे अंतरे में आप जोगिंग और कबड्डी डांस भी देखेंगे। तीसरे अंतरे के पहले देसी बालाओं का लोकप्रिय लंगड़ी खेल दिखेगा। 03-Tumse Achha Kaun Hai MISC-20150906 Track#03 3:41 JANWAR-1965; Mohammad Rafi; Shankar-Jaikishan; Hasrat Jaipuri त TUJHE DEKHA TAU YEH JANA SANAM (DILWALE DULHANIA LE JAAYENGE 1995) त सन १९९५ की फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे ने सफलता के कई कीर्तिमान स्थापित किये हैं. अभी हाल में ही ये फिल्म १००० हफ्ते पूरे करने के बाद मुंबई के सिनेमा घर से उतरी. उस उपलक्ष्य में जश्न भी मनाया गया. शाहरुख खान और काजोल अभिनीत इस फिल्म को आज भी लोग चाव से देखते हैं. प्रस्तुत गीत आनंद बक्षी का लिखा हुआ है और इसको संगीत से संवारा है जतिन-ललित ने. गायक कुमार सानु के साथ लता मंगैशकर गा रही हैं. फिल्म ने एक शब्द को खूब प्रसिद्ध किया-"इश"। ये शब्द हालाँकि एक दूसरे गीत में है, लेकिन इसका जिक्र करना ज़रूरी था। 04-Tujhe Dekha Tau Ye Jana Sanam MISC-20150906 Track#04 5:05 DILWALE DULHANIYA LE JAAYENGE-1995; Kumar Sanu, Lata Mangeshkar; Jatin-Lalit; Anand Bakshi थ THODA HAI THODE KI ZAROORAT HAI (KHATTA MEETHA, 1978) थ प्रस्तुत गीत है फिल्म खट्टा मीठा का। निहायत ही खुशनुमा और उम्मीदें जगाने वाला गीत है ये। इस फिल्म के कथानक ने मुझे काफी प्रभावित किया। गीत का सार है-थोड़ा ही तो चाहिए। जीवन में थोड़ा थोड़ा सब कुछ प्रसाद स्वरुप मिलता रहे तो आनंद ही आनंद है। आनंद तो है मगर थोड़े में संतोष करने पर ही। गीत लिखा है गुलज़ार ने और इसे गाया है किशोर कुमार एवं लता मंगेशकर ने। इसे आप राजेश रोशन द्वारा संगीतबद्ध सर्वश्रेष्ठ रचनाओं में से एक गिन सकते हैं। गुलज़ार बिना कुछ अलग हट के और कुछ लीक से हटकर बने गीतों की आप कल्पना नहीं कर सकते हैं. भारतीय सिनेमा का एक अवश्यक तत्त्व से हैं गुलज़ार। गुलज़ार को हिंदी फ़िल्मी गीत में प्रयोगधर्मिता का मसीहा कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होना चाहिए। गीत को आप परफेक्ट युगल गीत कह सकते हैं। ऐसे गीत सुनने में बेहद रोचक लगते हैं जिसमें दो शब्द गायक, दो शब्द गायिका गाये। इसे आप अकेले गुनगुनाएं तो आनंद नहीं आएगा। साथ में कोई होना ज़रूरी है इसे गुनगुनाने के लिए। खुशकिस्मत हैं वो लोग जिन्हें साथ में कोई ना कोई गुनगुनाने वाला मिलता है। गीत में आपको महानायक अमिताभ की एक झलक दिख जाएगी। 05-Thoda Hai Thode Ki Zaroorat Hai MISC-20150906 Track#05 7:21 KHATTA MEETHA-1978; Kishore Kumar, Lata Mangeshkar; Rajesh Roshan; Gulzar थ THAM THAM KHUSHIYON KE JAAM (RAJU BAN GAYA GENTLEMAN 1992) थ Raju Ban Gaya Gentleman is a 1992 Bollywood comedy movie directed by Aziz Mirza starring Juhi Chawla, Shahrukh Khan, Nana Patekar and Amrita Singh. Khan plays Raj Mathur, a young engineering graduate from Darjeeling who comes to Bombay hoping to become a successful engineer. प्रस्तुत गीत गाया है अलका याग्निक और कुमार सानु ने। संगीतकार है जतीन-ललीत और शब्द है मनोज दपॅन के। 06-Tham Tham Khushiyon Ke Jaam MISC-20150906 Track#06 4:35 RAJU BAN GAYA GENTLEMAN-1992; Alka Yagnik, Kumar Sanu;Jatin-Lalit; Manoj Darpan 07-Parampara Prathishtha Anushashan MISC-20150906 Track#07 2:53 MOHABBATEIN-2000; Amitabh Bachchan; Jatin-Lalit; Aditya Chopra HAPPY LABOUR DAY! 08-Hum Mehnat Kash Is Duniya Se CD MISC-20150830 Track#08 3:53 MAZDOOR-1983; Mahendra Kapoor; R.D.Burman; Hasan Kamaal THE END समाप्त
Man Tadpat Hari Darshan Ko
Mohammad Rafi; Naushad; Shakeel Badayuni - BAIJU BAWRA-1952
Govinda Aala Re Aala
Mohammad Rafi; Kalyanji-Anandji; Rajinder Kishan - BLUFF MASTER-1963
Tumse Achha Kaun Hai
Mohammad Rafi; Shankar-Jaikishan; Hasrat Jaipuri - JANWAR-1965
Tujhe Dekha Tau Ye Jana Sanam
Kumar Sanu, Lata Mangeshkar; Jatin-Lalit; Anand Bakshi - DILWALE DULHANIYA LE JAAYENGE-1995
Thoda Hai Thode Ki Zaroorat Hai
Kishore Kumar, Lata Mangeshkar - KHATTA MEETHA-1978
Tham Tham Khushiyon Ke Jaam
Alka Yagnik, Kumar Sanu;Jatin-Lalit; Manoj Darpan - RAJU BAN GAYA GENTLEMAN-1992
Parampara Prathishtha Anushashan
Amitabh Bachchan; Jatin-Lalit; Aditya Chopra - MOHABBATEIN-2000
Hum Mehnat Kash Is Duniya Se
Mahendra Kapoor; R.D.Burman; Hasan Kamaal - MAZDOOR-1983
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